एमकेपी छात्रसंघ चुनाव: एनएसयूआर्इ ने किया क्लीन स्वीप
एमकेपी पीजी कॉलेज के छात्रसंघ चुनाव में जमकर 'महासंग्राम' हुआ। एनएसयूआइ से करारी शिकस्त खाई एबीवीपी ने दोबारा मतगणना की जिद पकड़ ली और कॉलेज में जमकर ...और पढ़ें

देहरादून, [जेएनएन]: एमकेपी पीजी कॉलेज के छात्रसंघ चुनाव में जमकर 'महासंग्राम' हुआ। एनएसयूआइ से करारी शिकस्त खाई एबीवीपी ने दोबारा मतगणना की जिद पकड़ ली और कॉलेज में जमकर हंगामा किया। भाजपा विधायक खजानदास एवं महानगर अध्यक्ष उमेश अग्रवाल समेत कईं नेताओं ने कॉलेज में डेरा डाल लिया। सत्तापक्ष के दबाव में प्रशासन ने भी पीएसी की मौजूदगी में दोबारा मतगणना शुरू करा दी, जबकि एनएसयूआइ विरोध करती रही।
हालांकि, परिणाम दोबारा एनएसयूआइ की उम्मीदवार दीपाली ठाकुर के पक्ष में आया। उन्होंने पहली मतगणना के समान एबीवीपी उम्मीदवार निकिता मित्तल को 76 वोटों से पराजित किया। दीपाली को 290 व निकिता को 214 मत मिले। आधी रात लगभग एक बजे तक चली पुन: मतगणना के बाद सभी अहम पदों पर एनएसयूआइ प्रत्याशियों को विजयी घोषित किया गया।
कॉलेज में शनिवार सुबह मतदान के बाद दोपहर तीन बजे से मतगणना शुरू हुई और शाम साढ़े सात बजे परिणाम आए। घोषित परिणामों के तहत सभी पद एनएसयूआइ ने कब्जा लिए। पराजय से एबीवीपी तिलमिला गई और छात्राओं ने हंगामा शुरू करते हुए दोबारा मतगणना की मांग कर डाली। इस दौरान कॉलेज प्रशासन की ओर से हंगामा शांत कराने के प्रयास किए गए पर छात्राएं नहीं मानी। उन्होंने प्राचार्य डॉ. इंदु सिंह का घेराव किया। प्राचार्य व मुख्य चुनाव अधिकारी डॉ. उर्मिला खंडूरी ने छात्राओं को समझाया कि मतदान एवं मतगणना के दौरान पूरी पारदर्शिता बरती गई।
बताया कि सीसीटीवी कैमरे भी लगे हैं लेकिन छात्राएं नहीं मानी। कॉलेज में बढ़ते हंगामे के बीच एबीवीपी व भाजपा के बड़े नेता भी सक्रिय हो गए और उन्होंने कॉलेज में डेरा डाल लिया। पुलिस-प्रशासन की टीमें पीएसी समेत कॉलेज पहुंच गई। पीएसी ने लाठियां फटकारकर हंगामा कर रहे बाहरी तत्वों को खदेडऩे की कोशिश की, लेकिन भाजपा नेताओं के चलते पुलिस-प्रशासन को बैकफुट पर आना पड़ा। आखिर में देर रात करीब साढ़े दस बजे से पुन: मतगणना शुरू हुई। रात करीब साढ़े 11 बजे अध्यक्ष पद के परिणाम आए और एनएसयूआइ की दीपाली ठाकुर विजयी रही। पुन: मतगणना में एक भी मत का अंतर नहीं पाया गया।
इसी बीच प्रशासन पर सत्ता के दबाव में काम करने का आरोप लगा एनएसयूआइ नेताओं ने भी हंगामा शुरू कर दिया और पुन: मतगणना बंद करने की मांग की। इस पर एसडीएम सदर प्रत्यूष कुमार एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारियों से छात्र नेताओं की झड़प भी हुई, जिसमें कुछ देर के लिए पुन: मतगणना को रोकना पड़ा। रात करीब पौने बाहर बजे उपाध्यक्ष पद के लिए पुन: मतगणना शुरू हुई।
इन परिणामों पर हुआ बवाल
अध्यक्ष पद पर दीपाली की विजय के साथ ही सचिव पद पर भी एनएसयूआइ की सरिता रावत ने कांटे के मुकाबले में एबीवीपी की पूजा मिश्रा को 22 मतों से हराया। सरिता रावत को 278 व पूजा मिश्रा को 256 वोट पड़े। उपाध्यक्ष पद पर विजयी एनएसयूआइ की कुमारी नीलम को 323 मत मिले जबकि उनकी निकटतम प्रतिद्वंद्वी एबीवीपी की कुमारी माधुरी को 218 मतों पर संतोष करना पड़ा था। यह दीगर बात है कि देर रात पुन: मतगणना के बाद आए परिणाम पूर्व की तरह ही रहे।
एमकेपी का नया छात्रसंघ
अध्यक्ष: दीपाली ठाकुर
सचिव: सरिता रावत
उपाध्यक्ष: कुमारी नीलम
सहसचिव: उर्वशी चौहान,
कोषाध्यक्ष: अनुश्री पोखरियाल
विवि प्रतिनिधि: सुखविंदर कौर
कार्यकारिणी सदस्य: दीपशिखा चमोला, गरिमा शर्मा, वैष्णवी गुरुंग, पायल सिंह, चेतना नेगी व स्वाति जुयाल
जीत पर कांग्रेसियों के चेहरे खिले
एमकेपी में एनएसयूआइ की सफलता पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने विजयी छात्राओं को बधाई दी। श्री रावत ने कहा कि हमारी बेटियां परिवर्तन की वाहक हैं। प्रीतम सिंह ने कहा कि इस जीत से कांग्रेस को भी ऊर्जा मिलेगी। बधाई देने वाले में कांग्रेस के पूर्व विधायक राजकुमार समेत एनएसयूआइ जिलाध्यक्ष अजय त्यागी रोबिन व स्वाति नेगी आदि शामिल थे।

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