उत्तराखंड: कोश्यारी की नाराजगी पर हाईकमान सतर्क
उत्तराखंड में चुनाव की आहट के बीच बड़े नेताओं की नाराजगी को लेकर भाजपा हाईकमान अब अतिरिक्त सतर्क नजर आ रहा है।
देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: उत्तराखंड में चुनाव की आहट के बीच बड़े नेताओं की नाराजगी को लेकर भाजपा हाईकमान अब अतिरिक्त सतर्क नजर आ रहा है। सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी व भुवन चंद्र खंडूड़ी को केंद्रीय नेतृत्व द्वारा दिल्ली बुलाए जाने को इसी सतर्कता से जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि, प्रदेश कोर ग्रुप की पिछली तीन बैठकों में अनुपस्थित रहे कोश्यारी ने अपनी नाराजगी की अटकलों को कोरी अफवाह करार दिया है। साथ ही पार्टी की अन्य जिम्मेदारियों में व्यस्तता को कोर ग्रुप में शामिल न हो पाने की वजह बताया है।
उत्तराखंड में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा के भीतर चुनावी चेहरे को लेकर जोर आजमाइश तेज होती दिख रही है। पिछले दिनों भीमताल में हुई प्रदेश कोर ग्रुप की बैठक के दौरान पार्टी हलकों में भी इस जोर आजमाइश के बारे में अचानक बहस तेज हो गई। सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी का इस कोर ग्रुप की बैठक में उपस्थित न होना ही इसकी मुख्य वजह रही। दरअसल, प्रदेश कोर ग्रुप की बैठक में कोश्यारी के शामिल नहीं होने का यह लगातार तीसरा वाक्या था। पार्टी सूत्रों ने भी इसको कोश्यारी की नाराजगी ही बताया।
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बहरहाल, वजह जो भी हो, मगर प्रदेश के दिग्गज नेताओं की नाराजगी की बातें सामने आने के बाद पार्टी हाईकमान भी खासा सतर्क नजर आ रहा है। सूत्रों के अनुसार केंद्रीय नेतृत्व ने कोश्यारी, खंडूड़ी व विजय बहुगुणा को दिल्ली तलब किया है। हाईकमान के इस कदम को राजनीतिक आपदा प्रबंधन का हिस्सा माना जा रहा है। ताकि, चुनाव की तैयारी के बीच पार्टी में चुनावी चेहरे को लेकर गुटबाजी को हवा न मिल जाए। खंडूड़ी व बहुगुणा बीते रोज ही दिल्ली रवाना हो चुके हैं। कोश्यारी भी सोमवार को दिल्ली रवाना हुए।
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इससे पूर्व देहरादून में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने नाराजगी की बातों को अफवाह बताया। उन्होंने कहा कि पार्टी ने उन्हें कुछ अन्य जिम्मेदारियां भी सौंपी हैं, जिनमें व्यस्तता के कारण वह भीमताल में कोर ग्रुप की बैठक में शामिल नहीं हो पाए। अलबत्ता, प्रदेश नेतृत्व से भी उन्होंने इसके लिए अनुमति ली थी। साथ ही, बैठक में होने वाले फैसलों के बारे में उन्हें भी जानकारी देने का अनुरोध किया था। कोश्यारी ने कहा कि वह वर्ष 2014 के चुनाव में ही साफ कर चुके थे कि वह 2019 में चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने पार्टी हाईकमान द्वारा दिल्ली तलब किए जाने की बात से भी इन्कार किया।
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