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    पिता के सपनों को आकार दे रहा त्यूणी का लाल रोहन

    By Raksha PanthariEdited By:
    Updated: Tue, 14 Nov 2017 11:03 PM (IST)

    जिस उम्र में बच्चे खेलते -कूदते हैं उस उम्र में देहरादून जिले के त्यूणी निवासी रोहन ने हाथों में माइक पकड़ लिया और लोगों को अपनी आवाज़ का दीवाना बना दिया।

    पिता के सपनों को आकार दे रहा त्यूणी का लाल रोहन

    त्यूणी(देहरादून), [चंदराम राजगुरु]: गायिकी के शौकीन जौनसार के लाखामंडल निवासी प्रतिभावान बाल कलाकार रोहन खेलने-कूदने की आयु में अपने सपनों की उड़ान भर रहा है। संगीत के क्षेत्र में बड़ा मुकाम पाने की हसरत पाले ये बाल कलाकार हाथ में माइक लेकर अपनी आवाज का जादू बिखेर रहा है। 

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    जौनसार-बावर व रवांई-जौनपुर घाटी के सांस्कृतिक महोत्सव में हिस्सा लेने वाले इस बाल कलाकार ने अपनी सुरीली आवाज से लोगों की खूब वाहवाही लूटी। एकता फिल्म के सहयोग से हाल में बनी जौनसारी वाडियो एलबम 'मेरी मां' में इस बाल कलाकार ने ग्रामीण शिक्षा को बढ़ावा देने वाले गीत को अपनी आवाज देकर सामाजिक जागरुकता का संदेश दिया है। इस गीत को हफ्तेभर में सोशल साइट के यू-ट्यूब पर दस हजार से ज्यादा लोगों ने पंसद किया है। 

    जनजातीय क्षेत्र जौनसार-बावर के सुदूरवर्ती लाखामंडल निवासी लोक कलाकार बाबूराम शर्मा की तीन संतानों में रोहन सबसे छोटा रोहन पिता के नक्शे कदम पर चलकर अपने सपनों को आकार दे रहा है। गायिकी के शौकीन इस बाल कलाकार का सपना बड़े होकर राष्ट्रीय फलक पर पहचान बनाना है। पिता रंगकर्मी बाबूराम व माता गृहणी सुमित्रा देवी से प्रेरणा लेकर वह संगीत के क्षेत्र में अपनी आवाज का जलावा बिखेर रहा है। उसने घर पर ही पिता से संगीत के सुर-ताल की सीख ली। उसका सपना बॉलीवुड सिंगर बनना है। 

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