उत्तराखंड: चारधाम के लिए पहुंचे 50 हजार श्रद्धालु
श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ यात्रा ने और गति पकड़ ली। चारधाम यात्रा के लिए अब तक विभिन्न प्रांतों से ऋषिकेश पहुंचने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा 50 हजार पार कर गया है।
ऋषिकेश, [जेएनएन]: चारधाम यात्रा के लिए अब तक विभिन्न प्रांतों से ऋषिकेश पहुंचने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा 50 हजार पार कर गया है। शनिवार को श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ यात्रा ने और गति पकड़ ली। शनिवार के लिए संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति की ओर से 116 बसों में चार हजार यात्रियों की एडवांस बुकिंग की जा चुकी है। संयुक्त रोटेशन के पास मौजूद 1200 बसों के बेड़े में 50 फीसद बसें यात्रा पर जा चुकी हैं।
चारधाम यात्रा के लिए अभी तक छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और नेपाल के श्रद्धालु यहां पहुंच रहे थे। अब आंध्रप्रदेश और तमिलनाडु से भी श्रद्धालु पहुंचने लगे हैं। वैसे तो अब तक भी श्रद्धालुओं की आवक काफी अधिक थी, लेकिन शुक्रवार इसमें और इजाफा हो गया। फोटोमैट्रिक पंजीकरण काउंटर पर श्रद्धालुओं की लंबी लाइन लगी रही। शुक्रवार को सर्वाधिक 8067 श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया। ऋषिकेश केंद्र में सबसे ज्यादा 4375 श्रद्धालु पंजीकृत हुए।
इस तरह अब तक 53911 श्रद्धालुओं का फोटोमैट्रिक पंजीकरण किया जा चुका है। संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति के पास मौजूद बस बेड़े में से 50 फीसदी बसें यात्रा पर जा चुकी हैं। दस मई तक शेष बसें भी यात्रा पर चली जाएंगी। शुक्रवार को 105 बसों में 3430 श्रद्धालु ऋषिकेश से रवाना हुए। जबकि, शनिवार के लिए 116 बसों की एडवांस बुकिंग हो चुकी है।
संयुक्त रोटेशन व्यवस्था समिति ने व्यवस्था के अंतर्गत चलने वाली कुमाऊं मंडल की अतिरिक्त बसें भी आरक्षित की हुई हैं। परिवहन विभाग की ओर से भी आने वाले दिनों में बसों की किल्लत से निपटने के लिए तैयारी की जा चुकी है। परिवहन विभाग ने परिवहन निगम सहित सिटी बसों की अग्रिम व्यवस्था कर रखी है। इस व्यवस्था में करीब 300 बसें शामिल हैं।
सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी डॉ. अनिता चमोला ने बताया कि भीड़ बढऩे पर यात्रियों को कोई दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। बताया कि अब तक एआरटीओ कार्यालय से 2255 ग्रीन कार्ड जारी किए जा चुके हैं। शुक्रवार को 235 ग्रीन कार्ड जारी किए गए। साथ सुरक्षित यात्रा के लिए बाहर से आने वाले 143 चालकों को प्रशिक्षण दिया गया। विभाग ने अब तक 846 चालकों को प्रशिक्षण देने के बाद यात्रा रूट पर भेजा है।
केंद्र---------------पंजीकरण
ऋषिकेश----------4375
हरिद्वार-----------596
दोबाटा-------------466
जानकीचट्टी---------25
हीना--------------668
अगस्त्यमुनि-----117
गुप्तकाशी----------35
फाटा----------------85
सीतापुर------------09
सोनप्रयाग--------840
पांडुकेश्वर--------851
कुल-------------8067
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