Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उत्‍तराखंड: आतंकवाद के खात्‍मे को भारत-अमेरिका संयुक्‍त सैन्‍य अभ्‍यास शुरू

    By gaurav kalaEdited By:
    Updated: Sat, 17 Sep 2016 03:00 AM (IST)

    भारत और अमेरिका के बीच संयुक्‍त सेनाभ्‍यास अल्‍मोड़ा के रानीखेत में शुरू हो गया। दोनों देशों के 225-225 जवान प्रशिक्षण में भाग ले रहे हैं।

    अल्मोड़ा, [जेएनएन]: रक्षा सहयोग एवं सामरिक रिश्तों की मजबूती का पैगाम देने के साथ ही देश दुनिया की सबसे बड़ी चुनौती आतंकवाद के खात्मे को भारत एवं अमेरिका का संयुक्त सैन्य युद्ध अभ्यास 2016 उत्तराखंड के अल्मोड़ा जनपद स्थित रानीखेत में शुरू हो गया। खास बात कि अमेरिका ने अपनी सेना के जरिये भारत से विश्व शांति के लिये साथ चलने का आह्वान किया।
    वहीं माना कि भारतीय फौज जितनी शांतिप्रिय है, उतनी ही बहादुर भी है। 'जन गण मन' व स्टार स्पंगल्ड बैनर के साथ दोनों लोकतांत्रिक देशों के सैनिकों ने फ्लैग मार्च पास्ट निकाला। भारत व अमेरिकी सैन्य अफसरों ने सलामी ली। दोनों देशों के राष्ट्रीय ध्वज फहराए गए।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पढ़ें: उत्तराखंड के वीर सपूत ने बढ़ाया मान, ले. जनरल बिपिन रावत बने उप सेना प्रमुख


    भारतीय एवं अमरीकी वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने आतंकवाद से निपटने के लिए मिल जुलकर कदम बढ़ाने का संकल्प और भरोसा दिलाया। भारतीय सेना के ऐतिहासिक गरुड डिवीजन के मैदान से विश्व के सबसे बड़े गणतांत्रिक राष्ट्र भारत एवं दुनिया की महाशक्ति अमेरिका के बीच बुधवार को 12वें संयुक्त युद्धाभ्यास का श्रीगणेश हुआ।

    भारत-अमेरिकी सेनाओं का संयुक्त युद्धाभ्यास, देखिए तस्वीरें
    रेजीमेंट की बैंड धुन पर मैत्री द्वार से दोनों गणतांत्रिक देशों के सैनिक फ्लैग मार्च पास्ट करते हुए आगे बढ़े। भारतीय सेना के ब्रिगेडियर अनिल कुमार कासिद ने युद्धाभ्यास को रक्षा सहयोग और सामरिक संबंध को मजबूत बनाने तथा आतंकवाद से निपटने की दिशा में खासा महत्वपूर्ण बताया।
    उन्होंने कहा कि विश्व शांति की दिशा में भी दोनों देशों की भूमिका बढ़ रही है। इसमें भारत की पूरी दुनिया में मिसाल दी जा रही।

    पढ़ें: विधानसभा चुनाव के बाद होगा भारत-म्यांमार सीमा का सर्वे

    वहीं, अमेरिकी सेना के ब्रिगेड कमांडर फॉले ने कहा कि आज भारत की अनुशासित, बहादुर व शांतिप्रिय सेना से हमारी दोस्ती मजबूत हो रही है। यह भविष्य के लिये अच्छा संकेत व संदेश है। उन्होंने भी इसी बात पर जोर दिया कि मिलजुल कर ही आतंकवाद को कुचला जा सकता है।
    अमेरिकी सैनिक दल का प्रतिनिधित्व इंफेंट्री डिवीजन जबकि भारतीय सेना का प्रतिनिधित्व कांगो ब्रिगेड के जांबाज कर रहे हैं। दोनों देशों की 225-225 सैनिकों की टुकडी युद्ध अभ्यास में हिस्सा ले रही हैं।
    इस पर रहेगा युद्धाभ्यास का फोकस
    -विश्व शांति व दुनिया को आतकंवाद मुक्त करने को गणतांत्रिक देश दोस्ती और मजबूत करेंगे
    -संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के मुताबिक आतंकवाद के खिलाफ संयुक्त ऑपरेशन
    -आतंक पर काबू पाने के लिए तकनीकी कौशल पर ध्यान
    -आतंकियों से जंग में अत्याधुनिक हथियार व संचार उपकरण, विस्फोटकों, डिटेक्टर लगाने का अभ्यास
    -संयुक्त राष्ट्र शांति सेना के अभियानों के लिये सैनिकों को टेक्निकल ड्रिल में पारंगत बनाना
    अमेरिकी फौज की सेनानी भारतीय बेटी
    युद्धाभ्यास में अमेरिका और भारत दोनों के जवानों ने गर्मजोशी से भाग लिया। इसमें अमेरिकी सेना की ओर से युद्धाभ्यास में भाग ले रही बलरीत कौर खैरा ने भी भाग लिया। यह उनका भारत में दूसरा युद्धाभ्यास है। मूल रुप से चंडीगढ़ की रहने वाली बलरीत 2006 में अमेरिकी सेना में भर्ती हुई थी।

    पढ़ें: देहरादून में वॉर मेमोरियल हॉस्टल की भूमि का किया गया पूजन

    comedy show banner
    comedy show banner