मंदिर में माइक बजने को लेकर सांप्रदायिक तनाव
मीरापुर : अभी क्षेत्र के भूम्मा गांव में हुए बवाल की आग ठंडी भी नहीं हुई कि गत बुधवार की देर शाम राम
मीरापुर : अभी क्षेत्र के भूम्मा गांव में हुए बवाल की आग ठंडी भी नहीं हुई कि गत बुधवार की देर शाम रामराज क्षेत्र के हासमपुर गांव में दूसरे समुदाय के कुछ युवकों ने मंदिर में जबरन घुसकर माइक बंद कर दिया। इससे आक्रोशित लोग मंदिर में जमा हो गए। दूसरे संप्रदाय के लोगों के सामने आने पर टकराव के हालात बन गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाबुझाकरकर शांत किया। एहतियात के तौर पर गांव में पुलिस तैनात की है।
बुधवार की शाम भी रामराज क्षेत्र के हासमपुर गांव स्थित मंदिर में नियमित आरती चल रही थी। ग्रामीणों के अनुसार, उस समय मंदिर में कुछ छोट“ बच्चे ही थे। आरोप है कि दूसरे समुदाय के पांच-छह युवक आए और जबरन मंदिर का माइक बंद कर दिया“ बच्चों ने बस्ती में सूचना दी तो ग्रामीणों ने उक्त युवकों का विरोध किया। दोनों ओर से बहसबाजी शुरू हो गई। मामला बढ़ा तो दोनों पक्ष के लोग आमने-सामने आ गए। इससे गांव में अफरातफरी मच गई।
सूचना मिलते ही एसओ अरुण कुमार त्यागी मय फोर्स के गांव में पहुंचे और एक-दूसरे के सामने डटे दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास किया। घंटों तक दोनों पक्षों में जद्दोजहद होती रही। मुस्लिम समुदाय के लोगों का कहना था कि रमजान माह के चलते उन्हें माइक बजने पर परेशानी होती है, जबकि दूसरे समुदाय के लोगों का कहना था कि मंदिर में सुबह-शाम आरती बहुत पहले से लगातार बजती है, आजतक किसी ने विरोध नहीं किया। काफी देर के प्रयास के बाद एसओ ने ग्रामीणों को समझाते हुए गुरुवार को थाने आकर अपना-अपना पक्ष रखने को कहा।
गुरुवार को दोनों पक्ष के लोग थाने पहुंचे। यहां पर एडीएम डा. इंद्रमणि त्रिपाठी व एसपी क्राइम राकेश जौली ने दोनों पक्षों से पूरे प्रकरण की जानकारी ली। करीब 30 मिनट तक दोनों तरफ के लोगों ने अपने-अपने पक्ष रखे। एक पक्ष का कहना था कि रमजान माह के चलते शाम को इफ्तारी के समय ही मंदिर में आरती चलती है। इससे उन्हें तरावीह वगैरा पढ़ने में दिक्कत होती है। उधर, दूसरे पक्ष का कहना था कि हर साल रमजान होते हैं और मंदिर में रोजाना ही आरती चलती हैं। आज तक कभी कोई विरोध नहीं हुआ।
पौन घंटे बंद रहेगा मंदिर का माइक
अधिकारियों ने दोनों ओर के दस लोगों की एक समिति गठित की। इस समिति को जिम्मदारी दी गई वह गांव में शांति बनाए रखने में प्रशासन का योगदान देंगे। साथ ही तय हुआ कि शाम को रोजा इफ्तारी के समय सात बजे से पौने आठ बजे तक मंदिर में आरती नहीं चलेगी। इस पर दोनों पक्ष सहमत हो गए और मामला निपट गया। एडीएम ने बताया कि दोनों पक्षों की सहमति से मामला निपटा दिया है।
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