मानवाधिकार आयोग भी करेगा बीएचयू बवाल की जांच
पिछले दिनों यहां आईं महिला आयोग की कार्यकारी अध्यक्ष रेखा शर्मा ने भी बीएचयू प्रशासन की गलती मानते हुए कुलपति को आयोग में तलब करने की बात की थी। ...और पढ़ें

वाराणसी (जागरण संवाददाता)। छेड़खानी के विरोध में धरना देने वाली छात्राओं पर लाठीचार्ज, मारपीट, आगजनी, बवाल पर बीएचयू प्रशासन की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं। न्यायिक, मजीस्ट्रियल सहित कई कमेटियों की जांच, राष्ट्रीय महिला आयोग की कड़ाई के बाद अब मानवाधिकार आयोग ने भी इस मामले को संज्ञान में ले लिया है। यहां जांच के लिए जल्द ही आयोग की टीम आने वाली है। इससे पहले 10 अक्टूबर को बीएचयू के एलडी गेस्ट हाउस में सुबह 11 से शाम तीन बजे तक मजीस्ट्रियल सुनवाई होगी।
21 सितंबर की शाम को दृश्यकला संकाय की एक छात्रा के साथ भारत कला भवन के पास छेड़खानी हुई थी। इसको लेकर विश्वविद्यालय की छात्राओं ने आंदोलन शुरू कर दिया। अगले दिन सैकड़ों छात्राएं सिंहद्वार को अवरूद्ध कर धरने पर बैठ गईं। उनकी मांग थी कि उनकी सुरक्षा के लिए कुलपति आकर आश्वस्त करें।
स्थिति यह रही कि 22 व 23 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शहर में थे। इसके बाद भी बीएचयू या जिला प्रशासन धरना समाप्त कराने में असफल रहा। 23 की रात को ही कुलपति आवास के बाहर बीएचयू के सुरक्षाकर्मियों की ओर से छात्राओं पर लाठीचार्ज किया गया, जिसके कारण यहां बवाल हो गया जिसने हिंसक रूप लिया।
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इसी मामले में पिछले दिनों यहां आईं महिला आयोग की कार्यकारी अध्यक्ष रेखा शर्मा ने भी बीएचयू प्रशासन की गलती मानते हुए कुलपति को आयोग में तलब करने की बात की थी। अब मानवाधिकार आयोग की भी टीम आकर यहां छात्र छात्राओं से मिलकर उनकी पीड़ा सुनेगी।

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