पुलिस के अनुसार, नक्सलियों जैसी है भीम आर्मी की शैली
इस गैर पंजीकृत संगठन से जुड़े लोग इसकी आड़ में करोड़ों के वारे न्यारे कर रहे हैं, लोगों की भावनाएं भड़काकर उनका इस्तेमाल किया जा रहा है।
सहारनपुर (जागरण संवाददाता)। पिछले करीब दो साल से प्रकाश में आया भीम आर्मी संगठन सोशल मीडिया का सहारा लेकर जिस तरह अराजकता फैलाने का काम कर रहा है, उससे संगठन के क्रियाकलाप नक्सलवाद से जुड़े होने की ओर भी संकेत कर रहे हैं। इस गैर पंजीकृत संगठन से जुड़े लोग इसकी आड़ में करोड़ों के वारे न्यारे कर रहे हैं। लोगों की भावनाएं भड़काकर उनका इस्तेमाल किया जा रहा है।
भीम आर्मी संगठन को लेकर एसएसपी सुभाषचंद्र दूबे ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अभी तक यह देखने में आया है कि कहीं भी कोई भी बात हो हर जगह भीम आर्मी का नाम जुड़ रहा है। 9 मई को जिस तरह आठ स्थानों पर अराजकता फैलाने का प्रयास किया गया, वहां भी भीम आर्मी के ही लोग सामने आए हैं।
एसएसपी ने बताया कि इसके बाद भीम आर्मी की अब तक की जितनी जांच पड़ताल कराई गई है, उसमें कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। उन्होंने बताया कि इस गैर पंजीकृत संगठन का जो लोग खुद को संस्थापक बता रहे हैं, उन्होंने अपने और कुछ रिश्तेदारों के नाम से बैंक में खाते भी खोल रखे हैं।
ये लोगों को बरगलाकर संगठन में शामिल करने के बाद उसके संचालन के नाम पर करोड़ों रुपया एकत्रित कर चुके हैं। एसएसपी ने बताया कि जांच में यह भी सामने आया है कि यह तथाकथित संगठन पूरे देश में सक्रिय होने की बात सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचारित कर रहा है। संगठन से जुड़े अभी तक तीन ऐसे बैंक खाते चिह्न्ति किए जा चुके हैं, जहां संगठन की सक्रियता के लिए काफी पैसा एकत्रित किया जा चुका है।
संगठन से जुड़े लोग सोशल मीडिया का सहारा लेकर जिस तरह अराजकता फैलाने का प्रयास कर रहे हैं, उस तरह से संगठन के क्रियाकलाप नक्सलवाद से भी जुड़े होने के संकेत मिल रहे हैं। इसकी भी जांच चल रही है। एसएसपी का कहना है कि संगठन पर सीधे धोखाधड़ी का मामला बनता है।
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जांच पड़ताल जारी है। इसके बाद एफआइआर भी दर्ज कराई जाएगी। संबंधित बैंक मैनेजरों से सहयोग लेकर खाते भी सील किए जाएंगे। सोमवार को पहले इन खातों का पूरा वितरण लिया जाएगा।