मौत के सत्रह साल बाद लौट आया अंकित
सांप के डसने से हुई थी मौत, सपेरों के साथ देख परिजनों ने पहचाना जेएनएन, टांडा: मौत के सत्रह साल बा
सांप के डसने से हुई थी मौत, सपेरों के साथ देख परिजनों ने पहचाना
जेएनएन, टांडा: मौत के सत्रह साल बाद युवक गांव लौट आया। उसे दो साल की उम्र में सांप ने डस लिया था और सपेरे उसे कब्र से निकाल ले गए थे। अब उसे माता पिता व ग्रामीणों ने पहचान लिया और सपेरों से लेने के प्रयास किया। सपेरे उसे अपना भांजा बता रहे हैं। पुलिस मामले को सुलझाने में लगी है। पीपली नायक निवासी चंद्रपाल के दो साल के बेटे अंकित की सांप के डसने से 17 वर्ष पूर्व मौत हो गयी थी। परिजनों ने इलाज कराया और सपेरों को भी दिखाया पर सफलता नहीं मिली। बाद में परिजनों ने शव को गांव के बाहर बने तालाब के पास दफन कर दिया था। दो दिन तक शव कब्र में रहा। इस बीच सपेरे भी गांव में रहे। तीसरे दिन कब्र से शव गायब हो गया और सपेरे भी चले गए, जिससे परिजनों का सपेरों पर संदेह हो गया। उनका अनुमान था कि सवेरे शव निकालकर ले गए हैं। परिजनों ने सपेरों को काफी तलाशा पर सपेरे नहीं मिले। इस पर परिजन शांत होकर बैठ गए। बुधवार दोपहर तीन सपेरे गांव में सांप का तमाशा दिखाने पहुंचे तो उनके साथ 19 वर्ष का युवक भी था। चन्द्रपाल की पत्नी गीता देवी ने युवक को पहचान लिया और उसे अपना पुत्र अंकित बताया। युवक के दांय हाथ पर सांप के काटने का व चीरे का निशान भी था। परिजनों ने 17 वर्ष पूर्व गांव में तांत्रिक को भी दिखाया। उसने भी उसकी पहचान अंकित के रूप में की। सपेरे सुभाष व उसके साथियों का कहना था कि युवक पलवल हरियाणा निवासी रोहित पुत्र रमेश है जो उसका भांजा है। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में खींचतान हुई। गीता देवी का कहना है कि युवक एक बहन और चार भाइयों में सबसे बड़ा अंकित है, जिसे सपेरे 17 वर्ष पूर्व ले गए थे। मामला गरमाने पर पुलिस पहुंच गई। दोनों पक्ष थाने पहुंच गए। एसओ सुरेन्द्र ¨सह ने पलवल में युवक के परिजनों से फोन पर बात की। उन्होंने इसको अपना पुत्र बताया। पुलिस मामले को सुलझाने में लगी है पर किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची है। एसओ का कहना है कि वह हरियाणा में पुलिस भेजकर मामले की जांच कराएंगे तभी फैसला होगा।