भारत-नेपाल सीमावर्ती तीन जिलों में तनाव, विशेष सतर्कता के निर्देश
उत्तर प्रदेश में कानपुर-लखनऊ खुरासन ग्रुप आतंकियों की धरपकड़ के बीच भारत-नेपाल सीमा विवाद बढ़ गया है। छोटे छोटे मामलों को लेकर विवाद उग्र होने लगे हैं ...और पढ़ें

लखनऊ (जेएनएन)। उत्तर प्रदेश में कानपुर-लखनऊ खुरासन ग्रुप आतंकियों की धरपकड़ के बीच भारत-नेपाल सीमा विवाद बढ़ गया है। छोटे छोटे मामलों को लेकर होने वाले विवाद उग्र होने लगे हैं। बिगड़ते हालात में सीमा पर गमनागमन बाधित होने की आशंका पैदा हो गई। आज सोनौली और बसही और हजारा बार्डर पर स्थिति तनावपूर्ण बनी है। सोनौली में एसएसबी के दुर्व्यवहार को लेकर प्रदर्शन हो रहा है। लखीमपुर के पास नोमेंस लैंड पर बसही इलाके में पुल निर्माण को लेकर विवाद ने उग्र रूप ले लिया है। हजारा बार्डर पर तनाव का कारण बिहार के मजदूर की हत्या किया जाना है। यूपी डीजीपी जावीद अहमद ने भारत-नेपाल के सीमावर्ती जिलों में विशेष सतर्कता के निर्देश दिये हैं।
सोनौली सीमा पर चौकसी
भारत-नेपाल सीमा पर तनाव को देखते सोनौली सीमा पर चौकसी है। हालात काफी विस्फोटक होते जा रहे हैं। जल्द ही इसे काबू नहीं किया गया तो हालात बिगड़ सकते हैं। सोनौली से सटे नेपाल के बेलहिया में भारत विरोधी नारे भी लगाए गए। लखीमपुर में नेपाली नागरिकों के साथ एसएसबी द्वारा किए गए कथित दुर्व्यवहार एवं फायरिंग की घटना से नाराज नेपालियों ने सोनौली सीमा पर जमकर प्रदर्शन किया। फिलहाल नेपाल में विरोध प्रदर्शन के बाद भी आवागमन नहीं रुका है। आज रुक-रुक कर प्रदर्शन जारी है। हालात को देखते एसएसबी की सुरक्षा और बढ़ा दी है। हालांकि इस मामले में लोग एसएसबी जवानों पर ही हमलावर हैं।
बसही बॉर्डर पर पथराव
लखीमपुर जिले से सटी भारत-नेपाल सीमा के नोमेंस लैंड पर बसही इलाके में नेपालियों द्वारा पुल बनाने के विवाद में बॉर्डर पर गुरुवार को तनाव रहा। नेपालियों द्वारा रातोंरात चोरी से पुल निर्माण को एसएसबी के जवानों ने रोकने का प्रयास किया। इसके बाद नेपाल पुलिस के लोग और ग्रामीण उग्र हो गए और फायरिंग शुरू कर दी। इस दौरान नेपाल की ओर पथराव भी हुआ। घटना में सीमा पर तैनात एसएसबी के कई जवान और गांव वाले बुरी तरह से जख्मी हो गए। नेपालियों का गुस्सा यहीं पर शांत नहीं हुआ और वह नो मैंस लैंड से भारत की सीमा में करीब दस मीटर अंदर तक घुस आए और अपना झंडा गाड़ दिया। इस पर एसएसबी ने हवाई गोलियां चलाईं और करीब दस राउंड फायरिंग व आंसू गैस के गोले दागने के बाद नेपाली पीछे हटे। सीमा पर हालातों को देखने के लिए डीएम आकाशदीप व एसपी मनोज झा व एसएसबी के कमांडेंट भी पहुंचे। उनके सामने भी कई बार पथराव हुआ। समाचार लिखे जाने तक सीमा पर तनाव बना हुआ है।
पूरा मामला
इंडो नेपाल बार्डर के पिलर संख्या 200 के पास बसही जंगल के रास्ते जो नेपाल को जाता है यही पर जंगल में 49 वीं वाहिनी एसएसबी पीलीभीत की बीओपी चौकी व बसही के जवानों का चेक पोस्ट है। करीब पंद्रह दिन पहले नेपालियों ने इस विवादित पिलर के पास पक्का पुल का निर्माण कराने के लिए जेसीबी मशीन द्वारा खोदाई शुरू करा दी। सारी सामग्री एकत्र कर काम शुरू कराने की तैयारी पूरी कर ली थी। तभी एसएसबी के जवानों ने काम रोकवाकर अधिकारियों को सूचना दी। कई दिन भारत-नेपाल के अधिकारियों के बीच समझौते की बैठक होती रही। बाद में यह तय हुआ कि केवल कच्चा पुल बनाकर वैकल्पिक व्यवस्था कर लें। क छ दिन ठीक-ठाक चलता रहा मगर बीती रात में नेपाल पुलिस के सहयोग से नेपाली ग्रामीण फिर चोरी से पक्का पुल बनाने लगे। एसएसबी जवानों ने रोकने का प्रयास किया तो नेपाली पुलिस व ग्रामीण उग्र हो उठे और एसएसबी पर फायरिंग करने लगे।
बसही बवाल में घायल लोग
एसएसबी के जवान भगीरथ मीणा, दयाराम यादव, रामराज यादव, मनोज सिह सहित एक एसएसबी के जवान व बसही के राजकुमार, मुकेश कुमार, सन्नी मदेशीया, सुनिल गुप्ता, कमलेश, राजेन्द्र कुमार, शुभम गुप्ता, जेटली भारती, आनंद गुप्ता, आलोक मदेशीया, राजेन्द्र गुप्ता, अवनीश मदेशीया, फिरोज अंसारी, सुनील कुमार सहित दो दर्जन लोग घायल हुए हैं।
सीमा पर सतर्कता के निर्देश
डीजीपी जावीद अहमद के निर्देश पर भारत-नेपाल सीमा के उत्तर प्रदेश के जिलों में सतर्कता के निर्देश जारी किये गये हैं। आइजी कानून-व्यवस्था हरीराम शर्मा ने संबंधित जिलों के पुलिस अधीक्षकों को पत्र भेजकर आवश्यक हिदायत दी है। इस दौरान नेपाल से सटे खीरी जिले के बसहई बार्डर के पास दोनों देशों के नागरिकों का आवागमन बंद कर दिया गया है। आइजी शर्मा ने बरेली, लखनऊ और गोरखपुर जोन के आइजी, डीआइजी तथा पीलीभीत, खीरी, बहराइच, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर व महराजगंज जिले के पुलिस अधीक्षक को पल-पल सतर्कता बरतने के लिए परिपत्र जारी किया है। उल्लेखनीय है कि गुरुवार को खीरी के थाना संपूर्णानगर के बसहई के निकट बार्डर के पास नेपाली नागरिकों द्वारा कुंडा नाला, नाली पर सीमेंटेड पाइपों द्वारा पक्का निर्माण किये जाने को लेकर सीमा सुरक्षा बल और स्थानीय प्रशासन से विवाद हो गया। पुलिस बल द्वारा रोके जाने पर नेपाली नागरिकों द्वारा पथराव और गोलाबारी की गयी। इस संदर्भ में नेपाल और भारतीय अधिकारियों के मध्य हुई वार्ता में यह निर्णय लिया गया कि उक्त स्थल पर कोई भी निर्माण कार्य नहीं होगा। इस समस्या का निस्तारण होने तक दोनों देशों के नागरिकों का इस स्थान से आवागमन बंद रहेगा। इस बीच महराजगंज के सोनौली बार्डर पर नेपाली नागरिकों के विरोध को देखते हुए पुलिस ने सतर्कता के विशेष इंतजाम किये हैं।

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