आओ करें खुलकर संवाद, संगीत नाटक एकेडमी में साहित्यिक परिचर्चा
कर्म के साथ धैर्य बनाकर अगर अच्छे वक्त का इंतजार करे तो परिणाम उत्साहित करने वाला होता है। जागरण संवादी ने कुछ ऐसा ही वातावरण अवध की फिजा में घोल दिया है।
लखनऊ (जेएनएन)। कर्म के साथ धैर्य बनाकर अगर अच्छे वक्त का इंतजार किया जाए तो परिणाम बेहद उत्साहित करने वाला होता है। शुक्रवार से आगाज हो रहे जागरण संवादी कार्यक्रम ने कुछ ऐसा ही उल्लासपूर्ण वातावरण अवध की फिजा में घोल दिया है। दैनिक जागरण की ओर से आयोजित जागरण संवादी कार्यक्रम का उद्घाटन संगीत नाटक एकेडमी में दोपहर एक बजे किया जाएगा।
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तीन दिवसीय इस साहित्यिक परिचर्चा में कला, साहित्य, रंगमंच, संगीत, सिनेमा व खेल जगत के अलावा अन्य क्षेत्र के पुरोधा शामिल होंगे। पहले दिन सौरभ शुक्ला, अखिलेश, आबिद सुरती, विनय पाठक और राशि बन्नी प्रमुख हैं। इसके अलावा काव्य महफिल में कृष्ण कल्पित, बद्री नारायण, शकील आजमी, आशीष त्रिपाठी, रामाज्ञा शशिधर, अविनाश मिश्र और नाजिश अंसारी शामिल होंगे। गीतकार राजशेखर भी प्रस्तुति देंगे।