अब आमने-सामने से नहीं टकाराएंगी ट्रेनें
लखनऊ। पूर्वोत्तर रेलवे में ट्रेन संचलन की स्थिति का जायजा लेने गोरखपुर पहुंचे रेलवे बोर्ड के
लखनऊ। पूर्वोत्तर रेलवे में ट्रेन संचलन की स्थिति का जायजा लेने गोरखपुर पहुंचे रेलवे बोर्ड के यातायात सदस्य देवी प्रसाद पांडेय ने कहा कि रेलवे बोर्ड रेल दुर्घटना और ट्रेनों की लेटलतीफी को लेकर गंभीर है। यात्रियों को गंतव्य तक समय से सुरक्षित पहुंचाने और सुविधाओं में इजाफा करने के लिए समीक्षा की जा रही है। ऐसी तकनीक तैयार की जा रही है कि ट्रेनों में आमने-सामने की टक्कर नहीं होगी। रेल फ्रैक्चर और सिग्नल ओवरशूट पर अंकुश लगेगा। इसकी पहले ही जानकारी मिल जाएगी।
पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर, पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर और उत्तर रेलवे दिल्ली के परिचालनिक अधिकारियों के साथ बैठक के बाद पांडेय ने पत्रकारों को बताया कि रेलवे बोर्ड रेल टर्मिनल के अभाव में मालगाड़ियां खड़ी नहीं हो पा रहीं। समय से पहुंचने के बाद भी माल नहीं उतर पाता। रेलवे भी पर्याप्त जगह और बजट के अभाव में टर्मिनल नहीं बनवा पाती। ऐसे में 'प्राइवेट फ्रेड टर्मिनल पालिसी' के तहत निजी हाथों में रेल टर्मिनल निर्माण की जिम्मेदारी देने की योजना है। यानी कोई भी व्यक्ति या संस्था रेल टर्मिनल बनवा सकती है। फिलहाल गोरखपुर, लखनऊ, गोंडा, वाराणसी, समस्तीपुर, सोनपुर आदि में टर्मिनल बनाने की योजना है।
ट्रेनों में निजी एजेंसियों द्वारा फोन पर खाना उपलब्ध कराने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह अनधिकृत है। दिसंबर से खानपान की व्यवस्था रेलवे खुद अपने हाथ में ले लेगी। ई-कैट¨रग की व्यवस्था लागू हो जाएगी। यात्री रेलवे को फोन करेंगे और उनके सामने मनचाहा लजीज व्यंजन होगा। रेलवे बोर्ड की मंशा है कि यात्री दलालों के पास न भटकें। फिलहाल, ट्रेनों में प्रत्येक वर्ष सभी जोन के 5-5 गाड़ियों में 50 फीसद प्रीमियम तत्काल टिकट की व्यवस्था होगी। अब सुबह आठ बजे से प्रीमियम तत्काल टिकट ऑनलाइन बुक होंगे। सामान्य तत्काल पूर्व निर्धारित समय दस बजे से ही बुक होंगे। सभी वर्ग के यात्रियों की सुविधा को देखते हुए आने वाले दिनों में सर्वाधिक जनसाधारण और प्रीमियम ट्रेनें चलाई जाएंगी। वर्ष 2021 तक सभी मानव रहित क्रासिंग बंद कर दिए जाएंगे या अन्य दूसरी व्यवस्था की जाएगी।
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