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अब मुलायमवादी अमर सिंह हुए कठोर, राज्यसभा से इस्तीफा देने की धमकी

सांसद अमर सिंह ने अब पार्टी में मुलायम सिंह यादव के करीबी लोगों को अपमानित करने का आरोप लगाते हुए राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने की धमकी दी है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Tue, 23 Aug 2016 10:47 AM (IST)Updated: Tue, 23 Aug 2016 06:09 PM (IST)

लखनऊ (वेब डेस्क)। समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सदस्य अमर सिंह खुद को मुलायमवादी मानते हैं। कल लखनऊ में जिस समय मुलायम सिंह यादव अपने कुनबे में सुलह को लेकर बैठक कर रहे थे, उसी दौरान नई दिल्ली में अमर सिंह ने राज्यसभा से इस्तीफे की धमकी दी। शिवपाल सिंह यादव के बाद अमर सिंह के इस्तीफा देने की धमकी को बेहद गंभीर माना जा रहा है।

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अमर सिंह ने कल नई दिल्ली में एक चैनल से वार्ता के दौरान राज्यसभा से इस्तीफा देने की धमकी दी। उन्होंने साफ कहा कि समाजवादी पार्टी में अब वरिष्ठ नेताओं को अपमानित किया जा रहा है।

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उन्होंने कहा कि मैं तो अपमानित होकर राज्यसभा सीट की कीमत चुका रहा हूं, लेकिन अब अपना अपमान बर्दाश्त नहीं करूंगा। अमर सिंह का आरोप है कि इस समय पार्टी में वहीं ऐश कर रहे हैं जो कि मायावती के शासनकाल में भी चोटी पर बजते थे। अमर सिंह ने राज्यसभा से इस्तीफा देने की धमकी के दौरान भी कहा कि मैं समाजवादी नहीं सिर्फ मुलायमवादी हूं।

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सांसद अमर सिंह ने अब पार्टी में मुलायम सिंह यादव के करीबी लोगों को अपमानित करने का आरोप लगाते हुए राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने की धमकी दी है। उन्होंने कहा कि मैंने कभी भी यह नहीं कहा कि मैं समाजवादी हूं। मैं मुलायमवादी हूं लेकिन मुलायमवादी होना एक तरह का अपराध हो गया है। अमर सिंह ने कहा कि वह इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए मुलायम से मिलने का इंतजार कर रहे हैं।

उन्होंने चैनल से कहा कि मैं हामिद अंसारी (राज्यसभा सभापति) को त्याग पत्र सौंपूंगा। अमर सिंह ने कहा कि इस मामले में नवजोत सिंह सिद्धू उनके आदर्श हैं।

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मैं दबाव डालने की चाल के तौर पर इस्तीफे का इस्तेमाल करने वाला व्यक्ति नहीं हूं। हाल में समाजवादी पार्टी में वापसी करने वाले अमर सिंह ने कहा कि पार्टी के कई वरिष्ठ नेता उनके पार्टी में वापस आने के खिलाफ थे। उन्होंने कहा कि वह राज्यसभा में पार्टी के वरिष्ठ नेता रेवती रमन सिंह और बेनी प्रसाद वर्मा के साथ हर समय पीछे की कतार में बैठते हैं जबकि नरेश अग्रवाल जैसे नेता पूरी चर्चाएं बटोर लेते हैं।

अमर सिंह ने उनको निशाना बनाने वाले नेता का नाम लिए बिना कहा, जब व्यक्तिगत पसंद प्रतिभा पर हावी हो जाते हैं तो राजनीति का नुकसान होता है। उन्होंने कहा कि मुलायम ने उनसे चुप रहने को कहा है, इसी कारण से अभी वह चुप्पी बनाए हुए हैं।

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समाजवादी पार्टी में यादव कुनबे में कल पार्टी के सुप्रीमो ने सुलह तो करा ली लेकिन फिर भी पार्टी में काफी घमासान मचा है। यह घमासान अब नही थम रहा है। शिवपाल सिंह यादव के बाद अब अमर सिंह के इस्तीफा देने की धमकी को इसी नजरिए से देखा जा रहा है। सांसद अमर सिंह ने कहा है की बलराम यादव, शिवपाल यादव और खुद उन्हें अपमानित किया जा रहा है। उनको लगता है राज्यसभा सीट के बदले उन्हें अपमान मिला। मुलायम सिंह से बात करने के बाद वह तय करेंगे कि आगे क्या करना है।

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अमर सिंह इतने पर भी नहीं रुके।उन्होंने कहा कि अब तो भतीजे (मुख्यमंत्री अखिलेश यादव) पर नहीं आते हैं, जब उनसे फोन पर बात करने की कोशिश की जाती है तो उनके सभी सचिव कहते हैं कि आपका नाम लिस्ट में डाल दिया गया है, आपको बता दिया जाएगा आप से बात करवा दी जाएगी। इससे पहले तो उनसे खूब बात होती थी।

उन्होंने कहा कि राज्यसभा में हमको मूक बधिर बना दिया गया है। मुलायम सिंह नेता हैं या नहीं यह तय करना होगा, लेकिन मैं तो मुलायमवादी हूं। सिर्फ मुलायम सिंह की वजह से ही दोबारा पार्टी आया था, मुलायम सिंह की इज्जत करता हूं। सब चीजें मुलायम सिंह से बात करने के बाद ही तय की जाएगी।

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जयाप्रदा को लेकर भी अमर सिंह का दर्द उभरा। अमर सिंह ने कहा कि जयाप्रदा के साथ भी अच्छा व्यवहार नहीं किया जा रहा है। अब उनको भी अपमानित किया जा रहा है। मेरे लिए राजनीति से ज्यादा व्यक्तिगत रिश्ते मायने रखते हैं। उनको फिल्म विकास परिषद में एक दिन शामिल करने के बाद अगले दिन हटा दिया जाता है। उनको न तो विधान परिषद में मनोनीत किया गया न ही विधान परिषद सदस्य बनाया गया।

अमर सिंह और जया प्रदा को फरवरी 2010 में समाजवादी पार्टी से निष्कासित किया गया था। दोनों ने 2011 में राष्ट्रीय लोकमंच पार्टी बनाई थी। यूपी इलेक्शन में 403 में से 360 सीटों पर अपने कैंडिडेट उतारे। लेकिन एक भी सीट नहीं मिली। अमर सिंह मार्च 2014 में राष्ट्रीय लोक दल में शामिल हुए। लोकसभा चुनाव में फतेहपुर सीकरी से चुनाव भी लड़ा, लेकिन हार गए। हाल ही में वे सपा में लौटे। पार्टी ने उन्हें राज्यसभा में भेजा।


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