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    आइएएस अनुराग मामले में सीबीआइ को अहम सुराग हाथ लगने की उम्मीद

    By Nawal MishraEdited By:
    Updated: Fri, 23 Jun 2017 08:17 AM (IST)

    आइएएस अनुराग तिवारी मौत मामले की जांच में अब सीबीआइ ने अनुराग के बड़े भाई मयंक तिवारी को साथ लेकर बेंगलुरु जाने की तैयारी कर रही है।

    आइएएस अनुराग मामले में सीबीआइ को अहम सुराग हाथ लगने की उम्मीद

    लखनऊ (जेएनएन)। कर्नाटक कैडर के आइएएस अनुराग तिवारी की मौत के मामले में सीबीआइ टीम ने परिवारीजन से उनका मोबाइल व लैपटॉप अपने कब्जे में ले लिया है। माना जा रहा है कि सीबीआइ जल्द मोबाइल व लैपटॉप को फोरेंसिक जांच के लिए भिजवाएगी। खासकर मोबाइल से डिलीट किए गए मैसेज व वॉट्सएप कॉल लॉग को रिकवर कराने का प्रयास किया जाएगा। इसकी मदद से सीबीआइ को अहम सुराग हाथ लग सकते हैं।  

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    मयंक तिवारी से जुटाई जानकारी

    सीबीआइ आइएएस अनुराग की मौत के मामले की जांच को तेजी से आगे बढ़ा रही है। इस कड़ी में जांच एजेंसी ने गुरुवार को अनुराग के बड़े भाई मयंक तिवारी से लंबी पूछताछ की। इस दौरान सीबीआइ अधिकारियों ने मयंक से अनुराग के निजी जीवन के बारे में भी कई सवाल पूछे। अनुराग के दोस्तों के बारे में भी जानकारी ली। सीबीआइ ने यह जानने का प्रयास भी किया कि अनुराग ने अपनी नौकरी से जुड़ी कौन-कौन सी और किस तरह की बातें व दिक्कतें परिवारीजन से साझा की थीं। अनुराग किन बातों को लेकर तनाव में थे। सीबीआइ अब इस दिशा में भी जांच कर रही है कि अनुराग किन कारणों से कर्नाटक वापस जाने से कतरा रहे थे।

    कुछ कर्मचारियों को पूछताछ के लिए बुलाया 

    बताया गया कि सीबीआइ ने मयंक को दोबारा भी पूछताछ के लिए बुलाया है। साथ ही मीराबाई मार्ग स्थित राज्य अतिथि गृह के कुछ कर्मचारियों को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है। लखनऊ में कुछ अन्य बिंदुओं पर पड़ताल के बाद टीम बेंगलुरु का रुख करेगी। बेंगलुरु में सीबीआइ अनुराग के बंगले पर मिले उनके दो पुराने लैपटॉप को भी अपने कब्जे में ले सकती है। पूर्व में बेंगलुरु जांच करने गई एसआइटी ने बंगले पर मिले दो लैपटॉप अपने कब्जे में नहीं लिए थे। उन्हें बंगले में ही सील करा दिया गया था। 

    चार पुलिसकर्मियों से पूछताछ 

    सीबीआइ ने इंस्पेक्टर हजरतगंज आनंद कुमार शाही, मीराबाई मार्ग पर अनुराग का शव पड़ा होने की सूचना पाकर सबसे पहले मौके पर पहुंचने वाले नरही चौकी के सिपाही हरवीर, अनुराग की हत्या की रिपोर्ट दर्ज करने वाले मुंशी सहित चार पुलिसकर्मियों से भी लंबी पूछताछ की। 

    सीबीआइ ने देखा कमरा नंबर 19

    कर्नाटक कैडर के आइएएस अधिकारी अनुराग तिवारी की मौत के मामले में सीबीआइ टीम बुधवार दोपहर मीराबाई मार्ग स्थित राज्य अतिथि गृह पहुंची और कमरा नंबर 19 का निरीक्षण किया। इसके बाद टीम गेस्ट हाउस के बाहर उस स्थान पर भी गई, जहां आइएएस अनुराग का शव बीच सड़क पर पड़ा मिला था। आइएएस अनुराग की मौत के मामले में सीबीआइ टीम अब अपनी जांच को तेजी से आगे बढ़ा रही है। इस कड़ी में टीम ने बुधवार को पहले राज्य अतिथि गृह के कमरा नंबर 19 का निरीक्षण किया, जहां अनुराग एलडीए वीसी प्रभु एन सिंह के साथ ठहरे थे। 

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    अतिथि गृह कर्मचारियों से पूछताछ 

    सीबीआइ ने अतिथि गृह के व्यवस्थाधिकारी आरपी सिंह से भी मुलाकात की और कुछ कर्मचारियों से पूछताछ भी की। हालांकि सीबीआइ टीम गेस्ट हाउस में ज्यादा देर नहीं ठहरी। बताया गया कि सीबीआइ ने अनुराग के शव के पंचनामा में शामिल रहे लोगों को नोटिस देकर उनके बयान दर्ज करने के लिए बुलाया है। ताकि उनसे विस्तार से तत्कालीन परिस्थितियों के बारे में जानकारी हासिल की जा सके। वहीं सीबीआइ टीम जल्द अनुराग के बड़े भाई मयंक तिवारी को साथ लेकर बेंगलुरु जाने की भी तैयारी में है। सीबीआइ बेंगलुरु में कई बिंदुओं पर छानबीन करने के साथ ही आइएएस अनुराग के बंगले का भी निरीक्षण करेगी। माना जा रहा है कि सीबीआइ अनुराग की मौत की वजह के साथ-साथ खासकर इस बात की पड़ताल कर रही है कि किन कारणों से अनुराग परेशान थे।