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    निकाय चुनाव के बाद होगा भाजपा का पुनर्गठन

    By Amal ChowdhuryEdited By:
    Updated: Mon, 27 Nov 2017 01:21 PM (IST)

    इस तरह छह प्रदेश उपाध्यक्षों का अन्यत्र समायोजन होने से उनकी जगह दूसरों को मौका मिलना तय है। ...और पढ़ें

    निकाय चुनाव के बाद होगा भाजपा का पुनर्गठन

    लखनऊ [आनन्द राय]। निकाय चुनाव समाप्त होने के बाद सहकारी समितियों का चुनाव शुरू होगा। इस बीच भाजपा संगठन का पुनर्गठन भी होना है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने इसके संकेत दे दिए हैं। चुनावों में सक्रिय दायित्व निभाने वालों को तरजीह मिलने की उम्मीद है। ज्यादा संभावना यही है कि पदाधिकारियों के मंत्री बनने के बाद खाली होने वाले पदों पर ही समायोजन होगा।

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    भाजपा में एक व्यक्ति-एक पद का सिद्धांत है। उप मुख्यमंत्री बनने के बाद केशव प्रसाद मौर्य ने प्रदेश अध्यक्ष का पद छोड़ दिया लेकिन, अभी बाकी लोग मंत्री और पदाधिकारी बने हुए हैं। अप्रैल 2016 में केशव उत्तर प्रदेश भाजपा इकाई के अध्यक्ष बनाये गए थे। उन्होंने अपनी जो कार्यकारिणी घोषित की, वही आज भी वजूद में है। हालांकि भाजपा कार्यकारिणी के जो पदाधिकारी केंद्र और प्रदेश सरकार में मंत्री बन गए हैं, उनकी जगह दूसरे नेताओं को मौका मिलना है।

    प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय इस समय केशव प्रसाद की कार्यकारिणी का ही नेतृत्व कर रहे हैं। उम्मीद है कि जो पद रिक्त होंगे उन पर प्रदेश पदाधिकारियों की प्रोन्नति कर दी जाएगी। प्रदेश संगठन में उपाध्यक्ष के 14 पद हैं। इनमें दो उपाध्यक्ष शिवप्रताप शुक्ल और डॉ. सत्यपाल सिंह अब केंद्र सरकार में मंत्री हैं, जबकि आशुतोष टंडन, धर्मपाल सिंह और सुरेश राणा योगी सरकार में मंत्री हैं। एक और प्रदेश उपाध्यक्ष कांता कर्दम को मेरठ नगर पालिका में महापौर का टिकट मिला है।

    इस तरह छह प्रदेश उपाध्यक्षों का अन्यत्र समायोजन होने से उनकी जगह दूसरों को मौका मिलना तय है। इसी तरह प्रदेश में आठ महामंत्रियों में दो महामंत्री स्वतंत्र देव सिंह और अनुपमा जायसवाल भी योगी सरकार में मंत्री हैं। इनकी जगह भी दूसरे महामंत्री बनाये जाने हैं।

    कोषाध्यक्ष राजेश अग्रवाल वित्त मंत्री हैं जबकि सह कोषाध्यक्ष नवीन जैन को महापौर का टिकट मिला है। इन पदों पर भी किसी और को मौका मिलना है। इस बात की उम्मीद ज्यादा है कि संगठन में काम करने वाले पदाधिकारियों को प्रोन्नति दी जा सकती है। प्रदेश मंत्री पद पर 15 लोग तैनात हैं।

    प्रदेश मंत्रियों में गोविंद नारायण शुक्ल, सुभाष यदुवंश, संतोष सिंह, कौशलेंद्र सिंह पटेल, कामेश्वर सिंह, मंजू दिलेर, महेश चंद्र श्रीवास्तव को भी प्रोन्नति मिल सकती है। प्रदेश प्रवक्ता डॉ. चंद्रमोहन, मनीष शुक्ला और राकेश त्रिपाठी की भी प्रोन्नति के आसार बन रहे हैं।

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    संभव है कि अन्य पदाधिकारियों को भी अवसर मिल जाए। इन्हीं संभावनाओं के चलत9 संगठन से बाहर कई नेताओं की सक्रियता बढ़ गई है। कुछ पूर्व पदाधिकारी वापसी के लिए जोड़-तोड़ में लगे हैं तो टिकट से वंचित कुछ नेताओं का भी संगठन में समायोजन हो सकता है।

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