मथुरा में संघर्ष के लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार : अमर सिंह
अमर सिंह आज मथुरा संघर्ष पर समाजवादी सरकार के मंत्री शिवपाल सिंह यादव के बचाव में आगे आए और उन्होंने इस मामले में केंद्र सरकार तथा गृह मंत्रालय को जिम्मेदार ठहराया है।
लखनऊ(राज्य ब्यूरो)। राज्यसभा सदस्य चुने जाने के बाद अपनी रौ में लौटे अमर सिंह मथुरा कांड को लेकर आज समाजवादी सरकार के वरिष्ठ मंत्री शिवपाल सिंह यादव के बचाव में आगे आए। मथुरा कांड का ठीकरा केंद्र सरकार पर फोड़ते हुए उन्होंने इस घटना के लिए इंटेलीजेंस ब्यूरो (आइबी) और केंद्रीय गृह मंत्रालय को जिम्मेदार ठहराया। समाजवादी पार्टी के प्रदेश कार्यालय में शिवपाल यादव के साथ मीडिया से मुखातिब अमर सिंह ने कहा कि मथुरा के जवाहरबाग में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड व उड़ीसा के नक्सलियों की मौजूदगी और वहां हथियारों का जखीरा जुटाने के बारे में आइबी और केंद्रीय गृह मंत्रालय राज्य सरकार को जानकारी देने में नाकाम रहे। उन्होंने इसके लिए केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह की भी खिंचाई की।
अमित शाह पर निशाना
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का नाम लिए बगैर अमर सिंह ने कहा कि वह शिवपाल सिंह पर मथुरा में उपद्रव कराने का अभद्र आरोप लगा रहे हैं लेकिन उन्हें मध्य प्रदेश का व्यापमं घोटाला, छत्तीसगढ़ का झीरम घाटी नरसंहार और हरियाणा के जाट आरक्षण आंदोलन में महिलाओं की अस्मत लूटा जाना नहीं दिखता क्योंकि वहां भाजपा सरकारें हैं। 'उड़ता पंजाब' का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पंजाब में मादक पदार्थों के तस्कर कश्मीर में दहशतगर्दी को अंजाम दे रहे हैं।
हेमा की चुटकी ली
अमर सिंह ने कहा कि जब आइबी और केंद्र सरकार ने कोई इनपुट ही नहीं दिया तो हेमा मालिनी को अपने संसदीय क्षेत्र मथुरा में हिंसा होने का अंदेशा भला कैसे होता। इसलिए जब हिंसा हुई तो हेमा ट्विटर पर अपनी फिल्म की शूटिंग की फोटो पोस्ट करने में मशगूल थीं। बतौर सांसद हेमा ने जवाहर बाग में कब्जे को लेकर क्या कभी कोई पत्र लिखा।
कैराना में अच्छा नहीं हो रहा
कैराना में हिंदुओं के पलायन के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वहां जो हो रहा है, वह अच्छा नहीं है। राज्य सरकार उसका संज्ञान लेकर प्रशासनिक दृष्टि से कार्रवाई करेगी। फिर उल्टा सवाल किया कि कश्मीर के पंडितों के पलायन का क्या हुआ? वहां तो भाजपा की साझा सरकार है।
स्वरूपानंद के बयान से भगवान कृष्ण को पीड़ा
अमर सिंह ने कहा कि मथुरा कांड पर द्वारिकापीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती का यह बयान कि उप्र में यादव जाति की सरकार है और मथुरा की ङ्क्षहसा के लिए यादव जाति के अपराधी जिम्मेदार हैं, अशोभनीय, निंदनीय और हास्यास्पद है। द्वारिकाधीश भगवान कृष्ण भी यदुवंशी थे। इस बयान से कृष्ण को भी पीड़ा हुई होगी।
शिवपाल को गोद लेना चाहते थे जय गुरुदेव
बगल में बैठे शिवपाल की ओर इशारा करते हुए अमर सिंह ने कहा कि बाबा जय गुरुदेव तो इन्हें गोद लेना चाहते थे लेकिन यह तैयार नहीं हुए। यदि मुझसे यह पेशकश की जाती तो मैं सहर्ष तैयार हो जाता। फिर बोले कि धार्मिक स्थलों पर जाने का मतलब किसी को संरक्षण देना नहीं है।
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अमर सिंह ने कहा कि बेवजह सभी लोग उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव पर उंगली उठा रहे हैं। अमर सिंह ने कहा कि इंटेलिजेंस ब्यूरो ने मथुरा के जवाहरबाग को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार को एक भी इनपुट नहीं दिया। वहां पर बड़ी संख्या में भाजपा शासित राज्यों मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ से नक्सली अपना ठिकाना बना रहे थे।
राज्यसभा सदस्य अमर सिंह ने कहा कि भाजपा के नेता शिवपाल सिंह यादव को लेकर बेहद अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहे है, जो जरा भी ठीक नहीं है। उत्तर प्रदेश सरकार ने मथुरा के जवाहरबाग में संदिग्ध मामला देखते हुए जब इसकी पड़ताल शुरू की तो मामला गंभीर हो गया। हाईकोर्ट के निर्देश पर पुलिस बल बाग को खाली कराने गया था।
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पुलिस को मालूम था कि जवाहरबाग में बड़ी संख्या में बच्चे तथा महिलाएं भी है, इसी कारण बड़ी कार्रवाई की कोई योजना नहीं बनाई गई थी। इस मामले में अमर सिंह ने पंजाब के ऑपरेशन ब्ल्यू स्टार का हवाला दिया, जिसमें महिला व बच्चों की मौजूदगी के बाद भी सेना को स्वर्ण मंदिर में भेजा था। जिसको आज भी सिख समुदाय भूल नहीं पा रहा है।
अमर सिंह ने कहा हरियाणा के जाट आंदोलन के दौरान पुलिस की बर्बरता का उदाहरण दिया। अमर सिंह ने कहा कि इन सब मामलों को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़ी कार्रवाई नहीं की जबकि केंद्र सरकार सब जानते हुए भी इस प्रकरण में अंजान बना रहा। उन्होंने कहा भारतीय जनता पार्टी को मध्य प्रदेश व छतीसगढ़ के घोटाले व भ्रष्टाचार के मामले नहीं दिखते हैं।
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इनको तो बस दूसरों पर कीचड़ उछालने में मजा आता है। मध्य प्रदेश के व्यापम तथा छत्तीसगढ़ के सुखना कांड को भाजपा के लोग नहीं याद रखे हैं।
अमर सिह ने मथुरा कांड को लेकर स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के बयान की भी काफी आलोचना की। अमर सिंह ने कहा कि स्वरूपानंद का बयान बेहद ही बेहुदा और अभद्र है। उनको किसी भी जाति विशेष पर टिप्पणी करने से पहले अपने अंदर भी झांक लेना चाहिए। अमर सिंह ने कहा कि स्वामी की यादव जाति पर उनकी टिप्पणी से भगवान कृष्ण को भी पीड़ा होगी । अमर सिंह ने कहा कि बाबा जय गुरुदेव तो शिवपाल को गोद लेना चाहते थे लेकिन वो तैयार नहीं हुए।
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमर सिंह की ओर इशारा करते हुए अमर सिंह ने कहा कि गुजरात के एक बड़े नेता उत्तर प्रदेश में अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश के नेता भी उनसे अधिक अभद्र भाषा का प्रयोग करना जानते हैं। उनकी तो पृष्ठभूमि अपराधिक रही है, इसी कारण से भाजपा नेता ऐसा करते हैं।