भाजपा के खिलाफ किसी से भी गठबंधन: अखिलेश
चुनाव अभी दो साल बाद होने हैं, मगर भाजपा के विरुद्ध शक्ति की चाहत में सपा-बसपा बरसों पुरानी कड़ुवाहट भुलाकर 'गठबंधन' की ख्वाहिश जाहिर करने लगी हैं।
लखनऊ (राज्य ब्यूरो)। देश में लोकसभा चुनाव के दो वर्ष पहले ही देश के राजनीतिक दल भाजपा के खिलाफ अपने अभियान में लग गए हैं। चुनाव अभी दो साल बाद होने हैं, मगर भाजपा के विरुद्ध शक्ति की चाहत में सपा-बसपा बरसों पुरानी कड़ुवाहट भुलाकर 'गठबंधन' की ख्वाहिश जाहिर करने लगी हैं।
बसपा मुखिया मायावती ने कल इस दिशा में बढऩे का संकेत दिया तो आज सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के खिलाफ किसी से भी गठबंधन को तैयार हैं। जब कोई फार्मूला बनेगा, उसमें समाजवादी पार्टी की भूमिका अहम होगी। ईवीएम की विश्वसनीयता पर बसपा के सवाल को बढ़ाते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि आयोग सवाल नहीं करे बल्कि खुद प्रजेंटेशन दे कि इवीएम के कैलीब्रेशन (प्रत्याशियों के नाम व दल के खांचे बनाने) में गड़बड़ी संभव है या नहीं।
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सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज पार्टी के प्रदेश कार्यालय में सदस्यता अभियान की शुरुआत की और फिर पत्रकार वार्ता में योगी सरकार, एंटी-रोमियो स्क्वॉड, स्लाटर हाउसों पर कार्रवाई और ईवीएम में गड़बड़ी का मसला उठाया। कहा भाजपा के झूठ के खिलाफ गठबंधन बनाने के लिए तैयार हैं। सपा सरकार के कार्यो की जांच के सवाल पर यादव ने व्यंग्यात्मक अंदाज में कहा कि कुछ मंत्रियों ने पहले ऐसी शानदार बिल्डिंग देखी नहीं होंगी। कहा कि सरकार चाहे तो साइकिल ट्रैक तोड़ सकती है, इसमें वह कुछ नहीं कह सकते हैैं। महापुरुषों के नाम पर अवकाश खत्म किए जाने की घोषणा पर कहा कि यह भाजपा सरकार को तय करना है, इसमें सपा की भूमिका नही है।
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चुनाव आयोग प्रजेंटेशन क्यों नहीं देता
अखिलेश यादव ने ईवीएम की विश्वसनीयता पर बसपा के सवाल को बढ़ाते हुए कहा कि चुनाव के समय बहराइच में एक बूथ टेस्टिंग के दौरान बटन कहीं का दब रहा था, मगर वोट भाजपा को जा रहा था। विरोध होने पर मशीन बदली गई थी। ऐसे ढेरों मामले हैं। इस बार पोलिंग एजेंट को अंदर जाने नहीं दिया गया। कहा कि चुनाव आयोग सवाल उठाने वालों से सवाल पूछ रहा है कि वह खुद यह प्रजेंटेशन क्यों नहीं दिया है कि प्रत्याशियों के नाम के खांचे बनाने, चिह्न दर्ज करने में यानी कैलीब्रेशन में गड़बड़ी नहीं सकती।
सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी नही हो सकती। यह क्यों नहीं बताया जा रहा है कि सॉफ्टवेयर किसने तैयार किया। कंपनी कौन सी है। उन्होंने कहा कि हमे सॉफ्टवेयर बनाने वाले का नाम बता दें, हम यह बता देंगे कि वह 'वोटÓ किसे देगा। ईवीएम बिगड़ जाए, सॉफ्टवेयर कब खराब हो जाएगा, यह कहा नहीं जा सकता। मशीन पर कोई भरोसा नहीं। हमें मतपत्र पर 100 फीसद भरोसा है। आगे के चुनाव मतपत्र के जरिये ही कराए जाएं।
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कानून व्यवस्था पर सवाल
यादव ने कहा कि कानून क्या कहें, लोग जिंदा जला दिए जा रहे हैं। हत्या, दुष्कर्म के बाद शव पेड़ों पर टांगे जा रहे हैैं। कौन सा अपराध नहीं हो रहा है है। यही वारदात समाजवादी सरकार में हो गए होते तो मीडिया इतनी आग उगलती कि हम घर में नहीं बैठ पाते। अखिलेश ने एंटी रोमियो स्क्वॉड की कार्रवाई पर व्यंग्य करते हुए कहा कि रोमियो के नाम पर लोग पिट रहे हैं। बदनाम हो रहे हैं।
कम से कम यह सरकार लोगों को रोमियो की असली कहानी तो बता देती। रोमियो की कहानी तो पता होगी आप सबको? रोमियो ने जहर खा लिया था, उसे चिट्ठी समय पर नहीं मिली थी। अब यह सरकार उसके नाम पर लोगों को घरों में दुबका रही है। बच्चों के साथ अपराध हो रहा है। कौन सा अपराध नहीं हो रहा है, यह कोई बताए।
विकास नहीं, हिंदुत्व का गोंद चला
अखिलेश बोले कि चुनाव में विकास का नहीं हिंदुत्व, धर्म का ग्लू, गोंद और फेवीकोल चल गया जिसमें मतदाता फंस गये। भाजपा ने धर्म के नाम पर चुनाव लड़ा जिससे विकास का गोंद और ग्लू नहीं चला। कहा कि भाजपा वाले तो हमें हिंदू नहीं समझते। लगता है कि मंदिर जाऊं तो पहले फोटो ट्वीट कर दूं। हमें भाजपा से पूछना पड़ेगा कि हम हिंदू हैं या नहीं? अब यह भी तय करना होगा कि कौन से दिन कौन से रंग का कपड़ा पहनना होगा। सात रंग के कपड़े बनवाने होंगे। भाजपा ने चुनाव में यादवों व तुष्टीकरण की सरकार का भ्रम फैलाया।
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मीडिया पर निशाना साधा
कानून व्यवस्था पर व्यंग्य करते हुए मीडिया को भी अपनी जद में लिया। कहा कि गत दिनों खबर छपी कि कन्नौज में पुलिसकर्मियों ने भाजपाइयों को दौड़ा-दौड़ा पीटा। हमने पता किया तो रहस्योद्घाटन हुआ कि वहां भाजपाइयों ने पुलिसकर्मियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा था। यादव ने कई मामलों का दृष्टांत देकर मीडिया की निष्पक्षता पर सवाल खड़ा किया।
गाय पेंशन चलाएं
अखिलेश ने कहा कि गोरक्षा का कानून हमने बनाया था। सबसे ज्यादा गौ सेवा हम करते हैैं। यहां से गांव तक गो सेवा होती है। भाजपा सरकार गोसेवा पेंशन योजना क्यों शुरू नहीं कर देती है। स्लाटर हाउस पर ढेर लोगों की तस्वीरें दिखाई दी लेकिन जो हिंदू भाई स्टालर हाउस चला रहे हैैं, जिनके करोड़ों के कारोबार हैैं, उनकी तस्वीरें कब दिखेंगी? इसका इंतजार है।
बिजली पर बोले सब हमारी योजना
योगी सरकार के 24 घंटे बिजली देने के एलान पर कहा कि बिजली पर मेरी सरकार ने बहुत काम किया है। बिजली पर अभी सपा सरकार का बजट खर्च हो रहा है। जिस संजय अ्रग्रवाल ने सपा सरकार में बिजली उत्पादन से लेकर वितरण तक के क्षेत्र में कार्य किया है, वही अब भी हैैं। उन्होंने ही पिछली दीपावली पर चौबीस घंटे बिजली की घोषणा की थी, अब नया क्या हुआ? कहा कि बिजली बल्ब में फोटो की बात थी। यह था कि अगर प्रधानमंत्री की फोटो लगेगी तो मुख्यमंत्री की क्यों नहीं लगेगी। कहा समाजवादी पेंशन योजना से लोगों को ज्यादा लाभ भले न हुआ हो मगर बंद से 55 लाख लोग दुखी जरूर हैैं।
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