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    यह लैपटॉप धर्मनिरपेक्ष और समाजवादी

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    Updated: Fri, 22 Aug 2014 07:26 PM (IST)

    लखनऊ। यूपी बोर्ड परीक्षा के मेधावी सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सियासी विरोधियों पर ...और पढ़ें

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    लखनऊ। यूपी बोर्ड परीक्षा के मेधावी सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सियासी विरोधियों पर शब्दबाण चलाए। कहा, कुछ चालू लोगों ने लैपटॉप को बदनाम कर दिया है। लैपटॉप और मोबाइल के जमाने में वे लाउडस्पीकर पर अटके हैं। अखिलेश बोले, इन लोगों ने बदायूं कांड में बेटियों को बदनाम किया और अब फैजाबाद घटना को सांप्रदायिक रंग दे रहे हैं। उन्होंने मेधावियों से कहा कि आपको दिया गया लैपटॉप सेक्युलर (धर्मनिरपेक्ष) है और सोशलिस्ट (समाजवादी) भी।

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    इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में शुक्रवार को आयोजित समारोह में यूपी बोर्ड की वर्ष 2014 की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षाओं के कुल 1321 मेधावियों को लैपटॉप और मेडल देकर सम्मानित किया गया। दोनों परीक्षाओं में प्रथम दस स्थान पाने वाले 169 विद्यार्थियों को मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि 'चालू' लोगों का अखबार कह रहा है कि देश में कैंसर और भ्रष्टाचार तेजी से बढ़ रहा है। अखिलेश बोले, कैंसर की तरह भ्रष्टाचार भी लाइलाज है लेकिन टेक्नोलाजी से इस पर काबू पाया जा सकता है। मेधावियों को लैपटॉप इसीलिए दिया गया है कि वे इसे बदनाम करने वालों के साथ अपने गांव में भी यह समझा सकें। मुख्यमंत्री ने कहा सभी जानते हैंफैजाबाद के अमानीगंज मामले में लड़के और लड़की के पहले से संबंध थे लेकिन इस घटना को सांप्रदायिक रंग दिया गया। धर्म परिवर्तन को तूल दिया जा रहा है जबकि सरकार अंतरजातीय और दो धर्मो के बीच विवाहों को प्रोत्साहित करती है। सांप्रदायिक होना आसान है जबकि सेक्युलर बनना कठिन। समारोह के अध्यक्ष माध्यमिक शिक्षा मंत्री महबूब अली ने कहा कि विभाग जल्दी ही 40 हजार शिक्षकों की नियुक्ति करेगा।

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    राजनीति में मेधावियों का स्वागत

    मुख्यमंत्री ने बच्चों से कहा कि यदि वे राजनीति में आयें तो उनका स्वागत है। अभी मुझे लंबी पारी खेलनी है, हो सकता है भविष्य में आपमें से कोई मेरी टीम का सदस्य हो जाए। अखिलेश ने बताया कि जब उन्होंने बारहवीं पास की थी तो एक पत्रकार के पूछने पर कहा था कि वह आइएएस अफसर बनना चाहते हैं। आइएएस तो वह नहीं बन पाए लेकिन मुख्यमंत्री बनकर आइएएस अफसरों के साथ काम करने का भरपूर मौका मिल रहा है।