Metro Trial Run : सपनों की मेट्रो के मुसाफिर मुख्यमंत्री अखिलेश
मेट्रो रेल का आज ट्रायल शुरू हो गया हैयह मार्च तक चलता रहेगा। सपनों की इस मेट्रो रेल के पहले मुसाफिर के रूप में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव कुछ दूर की यात्रा करेंगे।
लखनऊ (जेएनएन)। तहजीब और आधुनिकता के गंगा-जमुनी रंगों में खिलखिलाते शहर लखनऊ की शान में गुरुवार को एक और रंग चढ़ गया। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व उनकी सांसद पत्नी डिम्पल से चाबी लेकर महिला ट्रेन ऑपरेटर प्राची और प्रतिभा ने दोपहर करीब 12 बजे ट्रायल रन शुरू किया तो मेट्रोपॉलिटन कल्चर में ढल रहा शहर पब्लिक ट्रांसपोर्ट में भी मेट्रोमय हो गया। सात वर्ष से चल रही चर्चा और दो साल की मेहनत में पला-बढ़ा मेट्रो ट्रेन का सपना हकीकत में बदल गया। इसी के साथ कानपुर, इलाहाबाद और वाराणसी में मेट्रो दौड़ाने की तैयारियों पर भी हकीकत के रंग झलकने लगे।
गुरुवार को ट्रांसपोर्ट नगर स्थित मेट्रो डिपो में उद्घाटन समारोह के साथ हुए ट्रायल रन के लिए दो दिन से प्री-ट्रायल चल रहा था। करीब पौने 12 बजे यहां मुख्यमंत्री ने महिला पायलटों को चाबी सौंपी और ट्रेन को रैम्प पर चढ़ाया गया। 15 मिनट बाद ट्रेन अवध चौराहे पर बने समारोह स्थल के लिए रवाना हुई। करीब 10 से 15 किलोमीटर की गति से टे्रन ने पहले दिन मवैया तक ट्रायल पूरा किया। ट्रायल करीब चार महीने चलेगा और 26 मार्च, 2017 से मेट्रो यात्रियों को लेकर चलने लगी। पहले चरण में इसे ट्रांसपोर्टनगर से चारबाग तक आठ किलोमीटर तक चलाया जाएगा। आगे का काम चल रहा है और उम्मीद है अगले दो साल में यह गोमती पार मुंशीपुलिया तक चलने लगेगी।
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गुरुवार सुबह 11 बजे मेट्रो डिपो कार्यालय पहुंचे मुख्यमंत्री का काफिला सबसे पहले वहां पहुंचा जहां कंट्रोल रूम बनाया गया है। पंद्रह मिनट तक मुख्यमंत्री ने बैकअप कंट्रोल सिस्टम (बीसीसी) में लगे आधुनिक उपकरणों को देखा और कर्मियों से हाथ मिलाते हुए उनका हालचाल पूछा। यहां से मंच पर पहुंचते ही सीएम ने बोगियों का अनावरण किया और फिर सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव और पत्नी के साथ मेट्रो को भीतर से देखा। फोटो भी खिंचवाए। मुख्यमंत्री ने ट्रेन ऑपरेटर प्राची शर्मा व प्रतिभा से उनके गृह जिले की जानकारी लेने के बाद उन्हें शुभकामनाएं भी दीं। प्राची मीरजापुर और प्रतिभा इलाहाबाद की हैं। अखिलेश ने कहा कि दो साल दो माह में मेट्रो चलाकर एलएमआरसी के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने बहुत बड़ा काम किया। कुमार केशव ने मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया कि नार्थ साउथ कारीडोर के अंतर्गत मुंशी पुलिया तक मेट्रो का संचालन मार्च 2019 तक कर लिया जाएगा। चारबाग के आगे भूमिगत स्टेशनों पर काम तेजी से चल रहा है और इंदिरा नगर स्टेशन भी बनने लगा है।
चार सप्ताह तक दिल्ली मेट्रो में ट्रेनिंग
लखनऊ मेट्रो के लिए 22 सप्ताह के प्रशिक्षण में 197 ट्रेन ऑपरेटर तैयार हो चुके हैं। इनमें 19 महिला ट्रेन ऑपरेटर हैं। 18 सप्ताह तक लखनऊ में ट्रेन संचालन की तकनीकी बारीकियां समझाई गईं तो चार सप्ताह तक दिल्ली मेट्रो में सीधे संचालन का प्रशिक्षण दिया गया है। पहले ट्रायल रन का गौरव हासिल करने वाली प्राची शर्मा और प्रतिभा अपने बैच की होनहार ऑपरेटरों में हैं।
Metro Trial Run : सपनों की मेट्रो के पहले मुसाफिर मुख्यमंत्री अखिलेश
कुछ यूं रहा मेट्रो का सफर
- सितंबर 2008 : डीएमआरसी ने सरकार को मेट्रो का खाका दिया था
- अक्टूबर 2008 : एलडीए ने मेट्रो रेल प्रोजेक्ट को दी थी झंडी
- फरवरी 2009 : एलडीए व डीएमआरसी के बीच एग्रीमेंट हुआ।
- जून 2009 : डीएमआरसी ने बेंगलूर बेस कंपनी से लखनऊ का ट्रैफिक प्लान समझा।
- अप्रैल 2010 : ट्रैफिक व परिवहन की रिपोर्ट डीएमआरसी को पेश की
- जून 2010 में डीएमआरसी ने रूट एलाइनमेंट सबमिट किया
- अगस्त 2010 : डीएमआरसी ने विस्तृत रूट प्लान दिया।
- सितंबर 2010 : मंडलायुक्त को डीएमआरसी ने फिर रूट प्लान दिया
- जून 2013 : सीएम अखिलेश यादव के कैबिनेट ने मेट्रो को क्लीयरेंस दिया
- अगस्त 2013 : यूपी सरकार ने डीपीआर को स्वीकृति दी।
कॉरपोरेशन नाम पड़ा और दिसंबर से काम शुरू करने के निर्देश
- नवंबर 2013 : पहले फेस का काम
- फरवरी 2017 तक करने को कहा गया
- दिसंबर 2013 : केंद्र सरकार ने सैद्धांतिक सहमति दी
- फरवरी 2014 : मेट्रो मैन इंजीनियर श्रीधरन को मुख्य सलाहकार चुना गया
- अगस्त 2014 : प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने किया ज्वाइन
- सितंबर 2014 : मेट्रो काम का शुभारंभ मुख्यमंत्री यादव ने किया
- नवंबर 2014 को फ्रांस की कार्यदायी संस्था सिस्ट्रा ने मेट्रो के आठों स्टेशनों के लिए किया सर्वे
- नवंबर 2014 : मेट्रो को एलडीए, आवास विकास व यूपी सरकार से मिले 107.16 करोड़
- 13 नवंबर 2014 : मेट्रो ने सड़कों पर तैनात करवाएं मार्शल
- 21 नवंबर 2014 : मख्य सचिव व मेट्रो अध्यक्ष ने हर सोमवार को बैठक लेने का निर्णय किया
- 24 नवंबर 2014 : सिस्ट्रा कंपनी ने स्टेशनों की डिजाइन में सुधार करके प्रजेंटेशन दिया।
- 3 दिसंबर 2014 : विदेशी बैंक से 3508 करोड़ लोन की प्रक्रिया तेज
- दो फरवरी 2015 : चारबाग मेट्रो स्टेशन का काम शुरू
- एक अप्रैल 2015 : 23 किमी. रूट पर ट्रैक्शन कार्य को क्लीयरेंस
- सात अप्रैल 2015 : 80 कोचों का टेंडर हुआ
- छह मई 2015 : स्टेशनों की डिजाइन पर काम शुरू
- सात सितंबर 2015 : कोच बनाने का काम मिला एलस्टॉम कंपनी को
- नौ मई 2016 : मेट्रो कोच का थ्री डी प्रजेंटेशन
- एक अगस्त 2016 : भूमिगत स्टेशन बापू भवन पर काम शुरू।
- सात नवंबर 2016 : रायबरेली रोड स्थित वृंदावन में कास्टिंग का काम शुरू
- 19 नवंबर 2016 : लखनऊ पहुंचे मेट्रो के कोच
- 29 नवंबर 2016 : मेट्रो कोचों का ट्रायल
- एक दिसंबर 2016 : सीएम मेट्रो ट्रायल रन
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