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    सपा के 325 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी, अखिलेश का नाम नहीं

    By Ashish MishraEdited By:
    Updated: Thu, 29 Dec 2016 08:47 AM (IST)

    समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने आज 325 प्रत्याशियों की सूची जारी कर गठबंधन की संभावना पर भी विराम लगा दिया है। इसमें अखिलेश और उनके करीबियों के नाम नहीं हैं।

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    लखनऊ (जेएनएन)। समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने आज मिशन-2017 के लिए 325 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की, उससे साफ है कि मुलायम सिंह यादव ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सरकार और शिवपाल यादव को संगठन पर फैसले का अधिकार सौंप रखा है। जिन तीन मंत्रियों व 46 विधायकों का टिकट काटा गया है, उनमें बड़ी संख्या में अखिलेश समर्थक हैं।

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    मुख्यमंत्री के कोर ग्रुप के कई मंत्रियों का पहली सूची में नाम नहीं है। हालांकि उनकी सीटों पर प्रत्याशी भी घोषित नहीं किए गए हैं। स्पष्ट है कि टिकट बंटवारे के पहले दौर में अखिलेश यादव की नहीं चली जिससे असंतुष्ट यादव ने झांसी में कहा कि वह टिकट पर नेताजी (मुलायम सिंह यादव) से बात करेंगे, उनका संघर्ष जारी रहेगा। लखनऊ लौटने पर देर शाम उन्होंने कई मंत्रियों, विधायकों के साथ आगे की रणनीति पर चिंतन भी किया।सितंबर से ढाई माह चले समाजवादी परिवार के संग्र्राम में सुलह के बाद से ही टिकट बांटने के अधिकारों को लेकर जोर आजमाइश चल रही थी। प्रदेश अध्यक्ष ने हाल के दिनों में तेजी से प्रत्याशी घोषित करने शुरू किए तो दो दिन पहले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपनी पसंद के प्रत्याशियों की सूची मुलायम सिंह यादव को भेजी थी। इसके बाद संग्र्राम की ज्वाला फिर भड़कने के आसार बने।

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    आज सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने अचानक पत्रकारों को बुलाकर 325 सीटों के प्रत्याशी घोषित करते हुए कहा कि वर्ष 2012 में हारी सीटों में से 149 और जीती हुई सीटों में से 176 पर प्रत्याशी घोषित कर रहे हैं। शेष 78 सीटों के प्रत्याशियों पर सर्वे चल रहा है, इन सीटों के प्रत्याशी भी जल्द घोषित होंगे। मुलायम ने कहा कि 403 सीटों के लिए 4200 लोगों ने आवेदन किया था। राष्ट्रीय महासचिव प्रो.राम गोपाल यादव ने आवेदकों का साक्षात्कार लेकर प्रत्याशियों की सूची बनाई है। बची हुई सीटों के लिए भी वह साक्षात्कार व सर्वे कर रहे हैं। कहा कि टिकट काटने से कई लोग नाराज होंगे, इसका उन्हें भी दुख होता है, मगर व्यवस्था के लिए कई बार फैसले लेने पड़ते हैं।

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    तीन मंत्रियों के नाम गायब

    मुलायम सिंह ने प्रत्याशियों की जो पहली सूची जारी की, उसमें पूर्व प्रदेश महासचिव व ग्र्राम्य विकास मंत्री अरविंद सिंह गोप की रामनगर विधानसभा सीट पर राज्यसभा सदस्य बेनी प्रसाद वर्मा के बेटे राकेश वर्मा को प्रत्याशी बना दिया गया। सपा से निष्कासित होने के बाद भी राज्यमंत्री का ओहदार बरकरार रखने वाले पवन पाण्डेय का भी टिकट काट दिया गया। उनकी अयोध्या सीट पर उनके ही ममेरे भाई आशीष पाण्डेय को प्रत्याशी बना दिया गया। पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर के साथ सियासी सफर शुरू करने वाले वरिष्ठ मंत्री राम गोविंद चौधरी का भी टिकट काट दिया गया है। बलिया जिले में उनकी परंपरागत सीट बांसडीह से नीरज सिंह गुड्डू को प्रत्याशी बना दिया गया।

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    इनके कटे टिकट

    बाराबंकी के रामनगर से विधायक एवं मंत्री अरविंद सिंह गोप, बलिया के बांसडीह से विधायक एवं मंत्री राम गोविंद चौधरी, अयोध्या से विधायक एवं मंत्री पवन पाण्डेय, ठाकुरद्वारा से नवाब जान, मुरादाबाद ग्रामीण से शमीमुलहक, मुरादाबाद शहर से युसूफ अंसारी, बिलारी से मोहम्मद फहीम, धनौरा से मैकल चंद्रा, नौगावा सादात से अशफाक अली खान, डिबाई से भगवान शर्मा, शिकारपुर से मुकेश शर्मा, छर्रा से राकेश सिंह, पटियाली से नजीबा खान जीनत, भोगांव से आलोक कुमार शाक्य, किशनी से बृजेश कठेरिया,बदायूं से आबिद रजा, बहेड़ी से अताउर्रहमान, नवाबगंज से भगवत शरण गंगवार, पूरनपुर से पीतम राम,निघासन से कृष्ण गोपाल पटेल, सिधौली से मनीष रावत, शाहाबाद से बाबू खान, गोपामऊ से श्याम प्रकाश,संडीला से कुंवर महावीर सिंह, मलिहाबाद से इंदल कुमार, सुलतानपुर सदर से अरुण वर्मा, लम्भुआ से संतोष पाण्डेय, कायमगंज से विजय सिंह, दिबियापुर से प्रदीप कुमार, औरैया से मदन सिंह, अकबरपुर रनिया से राम स्वरूप सिंह, घाटमपुर से इंद्रजीत कोरी, जहानाबाद से मैदान गोपाल वर्मा, पट्टी से राम सिंह, मेजा से गिरीश चंद्रा, जैदपुर से राम गोपाल, टांडा से अजीमुलहक पहलवान, आलापुर से भीम प्रसाद, महसी से कृष्ण कुमार ओझा, बलरामपुर से जगराम पासवान,तरबगंज से अवधेश कुमार सिंह, शोहरतगढ़ से लालमुनि सिंह, फरेन्दा से विनोद मणि त्रिपाठी, बरहज से प्रेम प्रकाश सिंह, मेहनगर से बृज लाल सोनकर, बदलापुर से ओमप्रकाश बाबा दूबे और घोरावल से रमेश चंद्रा का टिकट काट दिया गया है।

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    अखिलेश जहां से चाहें लड़ें

    मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के विधानसभा चुनाव लडऩे और बुंदेलखंड की कोई सीट चुनने के सवाल पर मुलायम सिंह यादव ने कहा कि वह जहां से चाहें, वहां से चुनाव लड़ सकते हैं। फैसला उनको लेना है। हालांकि इशारा किया कि उनके अभी चुनाव लडऩे की बात नहीं है।

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    दो मंत्रियों व एक पूर्व मंत्री का क्षेत्र बदला

    समाजवादी पार्टी ने बिल्हौर की विधायक व राज्यमंत्री अरुण कुमार कोरी को रसूलाबाद से प्रत्याशी घोषित किया है जबकि इस सीट से चुनाव लड़ते रहे पूर्व मंत्री शिव कुमार बेरिया को अब बिल्हौर से प्रत्याशी बनाया गया है। इसी तरह गोंडा से चुनाव जीतकर कृषि मंत्री बने विनोद कुमार सिंह उर्फ पंडित सिंह को पार्टी ने अब तबरगंज विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी घोषित किया है। पंडित सिंह को प्रो.राम गोपाल यादव का बेहद करीबी माना जाता है।

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    अखिलेश के करीबियों पर असमंजस

    सपा मुखिया द्वारा घोषित पहली सूची में सिर्फ तीन मंत्रियों का टिकट ही नहीं कटा बल्कि दर्जन भर मंत्री इसमें स्थान पाने से वंचित रह गए। इस फैसले ने समाजवादी सियासत में खलबली पैदा कर दी है। टिकट की सूची से नदारद ज्यादातर मंत्रियों को मुख्यमंत्री का करीबी माना जाता है। मंत्री राम गोविंद चौधरी, अरविंद सिंह गोप और तेज नारायण उर्फ पवन पाण्डेय की सीट पर सपा ने दूसरे उम्मीदवार उतार दिए हैं मगर करीब दर्जन भर मंत्रियों का न तो पहली सूची में नाम घोषित किया गया और न ही वहां दूसरे उम्मीदवार घोषित किए गए। इन मंत्रियों को असमंजस में डाल दिया गया है। खास बात यह कि ये सभी अखिलेश यादव के करीबी माने जाते हैं। इनमें खाद्य एवं रसद मंत्री कमाल अख्तर, चिकित्सा व स्वास्थ्य मंत्री शिवाकांत ओझा, कर एवं निबंधन मंत्री यासर शाह, कौशल विकास मंत्री अभिषेक मिश्र, गन्ना विकास व चीनी मिल मंत्री नरेन्द्र वर्मा, समाज कल्याण मंत्री शंखलाल मांझी, बाल विकास एवं पुष्टाहार राज्यमंत्री वसीम अहमद, नियोजन एवं ऊर्जा राज्यमंत्री शैलेन्द्र यादव उर्फ ललई, सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री सुधीर कुमार रावत, खाद्य एवं रसद राज्य मंत्री हेमराज वर्मा और समाज कल्याण राज्यमंत्री बंशीधर बौद्ध को पहली बार टिकट नहीं दिया गया है।

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