तमंचे वाली प्रेमिका ने रचाई अपने प्रेमी अशोक से शादी
तमंचे वाली यानी वर्षा के प्रेम की जीत हुई और उसने अशोक को हमसफर चुन लिया। गुरु पूर्णिमा का दिन वर्षा और अशोक एक दूजे के हो गए।
हमीरपुर (जेएनएन)। आखिरकार तमंचे वाली यानी वर्षा के प्रेम की जीत हुई और उसने अशोक को हमसफर चुन लिया। गुरु पूर्णिमा का दिन वर्षा और अशोक के लिए खुशियों की सौगात लेकर आया। शहर के सिद्ध चौरा देवी मंदिर में दोनों की शादी पूरे रीति-रिवाज के साथ हुई। पं.सुरेशचंद्र द्विवेदी ने मंत्र पढ़े और सात फेरों के बाद दोनों ने ढोल की थाप पर डांस कर खुशी जाहिर की।
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15 मई को बांदा के मटौध क्षेत्र निवासी अशोक जिले के मौदहा क्षेत्र के भवानीपुर गांव बरात लेकर आया था। जब इसकी भनक बांदा की रहने वाली उसकी प्रेमिका वर्षा को लगी तो वह अपने दोस्तों के साथ आधी रात को बरात में पहुंचकर जनवासे से तमंचा लगाकर प्रेमी को अगवा कर ले गई। काफी हंगामे के बाद पुलिस ने प्रेमी व प्रेमिका को गिरफ्तार कर लिया था। कई दिनों तक कोतवाली मौदहा में दोनों की प्रेम कहानी को लेकर हंगामा चलता रहा। इसके बाद दुल्हन के पिता की तहरीर पर प्रेमी अशोक को पुलिस ने जेल भेज दिया। अशोक की जमानत के लिए प्रेमिका काफी परेशान थी। चार जुलाई को जैसे ही अशोक जेल गेट से बाहर निकला वैसे ही उसने उसे माला पहनाई और अशोक को लेकर घर चली गई। प्रेमिका का मां तो मौजूद थी लेकिन, अशोक के परिवारीजन नहीं दिखे। इस दौरान अशोक ने कहा कि वह प्रेमिका से शादी करेगा और उसी के साथ रहेगा।
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शिवसेना ने उठाया विवाह का खर्च
विवाह कराने का बीड़ा शिवसेना ने उठा रखा था सो, इसके प्रदेश उप प्रमुख महंत रतन ब्रह्मïचारी ने रविवार को पहले से ही वरमाला व पुजारी का बंदोबस्त कर रखा था। दूल्हन सुर्ख पीले रंग की साड़ी में चौरा देवी मंदिर में पहुंची। इसके बाद उसकी मां ने शृंगार किया। शुभ मुहूर्त में पर विवाह संपन्न हो गया।
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