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    Stampede: अयोध्या रामनवमी मेला भगदड़ की जांच का आदेश, मृतकआश्रित को दो लाख

    By Nawal MishraEdited By:
    Updated: Thu, 06 Apr 2017 12:39 AM (IST)

    अयोध्या भगदड़ में बड़ी संख्या में बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं अपनों से बिछड़ गए। उनका सामान और जूते चप्पल इधर-उधर बिखर गए। मुख्यमंत्री ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।

    Stampede: अयोध्या रामनवमी मेला भगदड़ की जांच का आदेश, मृतकआश्रित को दो लाख

    फैजाबाद (जेएनएन)। अयोध्या में रामनवमी मेले में आज भगदड़ से बड़ी संख्या में बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं अपनों से बिछड़ गए। उनका सामान और जूते चप्पल इधर-उधर बिखर गए। मेले का खोया-पाया कैंप देर रात तक इन बिछुड़े बच्चों को उनके माता पिता से मिलाने, बुजुर्ग तथा महिलाओ को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाने का इंतजाम करता रहा। इस भगदड़ में एक महिला की मौत हो गई जबकि कई लोग जख्मी हैं। प्रशासन इस घटना को भगदड़ नहीं मान रहा है लेकिन मेला स्थल की गवाही उसके खिलाफ जाती दिखती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने दुख और संवेदना प्रकट की है। महिला की मौत के कारणों की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने महिला के आश्रितों को दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने का आदेश दिया है। 

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    तस्वीरों में देखें-अयोध्या के रामनवमी मेले में भगदड़

    भीड़ के सभी पूर्वानुमान ध्वस्त

    रामनवमी मेले में इस बार श्रद्धालुओं की भीड़ ने सभी पूर्वानुमान ध्वस्त कर दिए। आस्था का ऐसा सैलाब उमड़ा कि भीड़ नियंत्रण के सभी उपाय नाकाफी नजर आने लगे। नयाघाट क्षेत्र से अयोध्या की ओर जाने वाले मार्ग पर बने नए प्रवेश द्वार पर भीड़ के अनुपात में जगह इतनी संकरी थी कि श्रद्धालुओं का दम फूलने लगा। इसका दुष्परिणाम सिद्धार्थनगर जिले के तितनी बाजार नौगढ़ निवासी वृद्ध महिला श्रद्धालु दुलारी की मौत के रूप में सामने आया। दुलारी अपने पति साहूराम के साथ अयोध्या आई थीं।

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    भीड़ के लिए संकरा रहा रास्ता

    भोर में पांच बजे के करीब अचानक नयाघाट क्षेत्र में श्रद्धालुओं का रेला बढ़ गया। नयाघाट की ओर आने वाले व स्नान कर वापस जाने वालों के लिए यही एक रास्ता था लेकिन, भीड़ के आगे यह रास्ता संकरा साबित हुआ। निगरानी में लगे जिम्मेदार जब तक इसे समझ पाते पूरा रास्ता चोक हो गया। दम फूलने से लोगों में अफरातफरी मच गई। इसी बीच भीड़ में फंसी दुलारी अचेत होकर गिर गई। भीड़ नियंत्रित करने के लिए अचानक नयाघाट से हनुमान गुफा की ओर रूट डायवर्ट करना पड़ा। रास्ता बदलने से श्रद्धालुओं में निकलने की होड़ मच गई, जिससे भगदड़ सरीखी स्थिति बन गई। कई श्रद्धालुओं के सामान व चप्पल सड़क पर ही छूट गए। हनुमान गुफा की ओर जा रही सुलतानपुर की रहने वाली लखपती भी सड़क पर गिर गईं। श्रद्धालुओं को इलाज के लिए पुलिस अस्पताल लेकर आई, जहां दुलारी की मौत हो गई और लखपती का इलाज चल रहा है। 

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    रामनवमी के मौके पर आज अयोध्या में आस्था का सैलाब उमड़ता रहा। सरयू स्नान घाट, हनुमानगढ़ी और रामलला दरबार के रास्ते श्रद्धालुओं से पटे रहे। रेलवे और बस स्टेशन अपार भीड़ उमड़ती दिखी। इसी के चलते कनक भवन मंदिर अफरा-तफरी जैसा माहौल पैदा हो गया। इसी दौरान एक महिला गिर गई और उसकी मौत हो गई। भगदड़ में श्रद्धालुओं के जूते-चप्पल और सामान बिखर गया। श्रद्धालु कनकभवन से रामलला के दर्शन के लिए जा रहे थे। 

    तस्वीरों में देखें-जोगी रंग में रंगता जा रहा प्रदेश

    पैजाबाद का जिला प्रशासन घटना को भगदड़ मानने से इन्कार कर रहा है। फैजाबाद के एसएसपी अनंत देव ने बताया है कि कनक भवन मंदिर में काफी भीड़ थी। इसी दौरान वहां एक महिला श्रद्धालु का दम घुटने लगा, जिसके बाद उसकी मौत हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दुलारी की मौत की वजह हृदयाघात पाया गया लेकिन इसके पीछे भीड़ का दबाव सबसे बड़ा कारण बनकर सामने आया है।