शिवपाल यादव ने कहा, संगठन के लिए काम करेंगे; जो नेताजी कहेंगे वह करेंगे
सपा प्रदेश अध्यक्ष व कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह ने मीडिया से कहा कि वे नेता जी का आदेश मानेंगे जो नेता जी कहेंगे वही वे करेंगे।
इटावा (जेएनएन)। समाजवादी पार्टी के भीतर परिवार के आपसी मतभेदों को लेकर सपा के प्रदेश अध्यक्ष व कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव आज सुबह मीडिया के सामने आये। सैफई में उन्होंने कहा कि वे नेता जी का आदेश मानेंगे, जो नेता जी कहेंगे वही वे करेंगे। यह पूछे जाने पर कि वे स्वयं मंत्री पद से, उनके पुत्र पीसीएफ चेयरमैन पद से इस्तीफा देंगे पर उन्होंने कहा कि यह काम भी वे नेता जी से होने वाली वार्ता के बाद करेंगे। उन्होंने कहा कि वे संगठन की जिम्मेदारी संभालेंगे और आगामी आने वाले चुनाव के लिए तैयारी में जुटेंगे।
किसी को हटाना या रखना मुख्यमंत्री का विषेशाधिकार
शिवपाल ने चाचा-भतीजे के रिश्तों में चल रही खटास को नकारते हुए कहा कि सब ठीक है, परिवार में नेता जी की बात कोई नहीं टाल सकता है। जो नेता जी कहेंगे वह सबको मानना पड़ेगा। उन्होंने इशारों ही इशारों में मुख्यमंत्री को इंगित करते हुए कहा कि आपस में बहकाने व फूट डालने वाले लोग बहुत हैं। जिनसे हम लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। जिम्मेदारी वाले पदों पर रहते हुए यह समझदारी बरतनी चाहिए। उन्हें तो कोई नहीं बरगला सकता परंतु दूसरों को भी यह बात समझनी चाहिए।
पद छिनने के बाद कैबिनेट मंत्री शिवपाल का इस्तीफा आज संभव
सपा और नेता जी के साथ
अखिलेश यादव की सरकार के साथ हैं अथवा पार्टी के साथ के सवाल पर शिवपाल ने कहा कि हम समाजवादी पार्टी और नेता जी के साथ हैं। कैबिनेट से कई विभाग हटाये जाने पर उनका कहना था कि यह मुख्यमंत्री का विशेषाधिकारी है। जिसमें वे जो चाहें वो फैसला कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि वे संगठन की जिम्मेदारी बखूबी निभायेंगे। अब तक जो लोग उपेक्षित पड़े थे उन्हें काम दिया जायेगा। उत्तर प्रदेश की जनता मुलायम सिंह यादव के साथ है। चार साल में प्रदेश में जो विकास कार्य किये गये हैं उनको लेकर वे जनता के बीच जायेंगे। उन्होंने कहा कि वे भ्रष्टाचार व जमीनों पर कब्जे को लेकर खिलाफ रहे और यह मुद्दा उन्होंने लगातार उठाया भी था। उसके बाद कई कार्यवाहियां भी हुईं और माफियाओं के कब्जे में कमी भी आयी। कई लोग भी पकड़े गये।
मुख्यमंत्री अखिलेश ने चाचा शिवपाल यादव से सभी महत्वपूर्ण विभाग छीने
शिवपाल तुम संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ
आज सुबह सैफई का नजारा कुछ बदला हुआ था। पिछले कई सालों से सैफई परिवार के यहां लोगों की भीड़ मदद या काम को लेकर जुटती थी, परंतु बुधवार को ऐसा नजारा नहीं था। सैफई परिवार में चाचा भतीजे के मतभेद की खबरों के बाद चाचा के समर्थन में सुबह पांच बजे से ही लोग जुटना शुरू हो गये थे। चाचा के अगले कदम को लेकर सभी की निगाहें लगी हुईं थीं। तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार भी गर्म था। अपरोक्ष रूप से कहीं न कहीं अपने घर सैफई में ही अपने समर्थकों की शक्ति का अहसास भी कराया गया।
अपनी परंपरागत विधान सभा जसवंतनगर के सैकड़ों गांवों के लोग शिवपाल यादव से मिलने के लिए सुबह से ही उनके आवास पर पहुंचे थे। इस बार उनके हाथों में कोई प्रार्थना पत्र नहीं था फिर भी हर कोई उनसे मिलना चाहता था। सभी को ८ बजे का समय लोक निर्माण विभाग के अतिथि गृह में दिया गया था। वे डाक बंगले में कार से जैसे ही पहुंचे लोगों ने अपने ही घर में फिल्म के नायक की तरह उनका स्वागत किया। चंद सैकेंडों में ही'शिवपाल तुम संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं', के नारे गूंजने लगे। अतिथि गृह की लॉबी में हजारों समर्थकों की भीड़ थी जो रुकने का नाम नहीं ले रही थी।
जोश देखकर समर्थकों का उत्साह दोगुना
भीड़ बढ़ती देख शिवपाल सिंह ने लॉबी के छह चक्कर दोनों तरफ काटे और जब लोगों के बीच से निकलने का रास्ता नहीं मिला तो वे माइक लगी कार के बोनट पर चढ़ गये। उनका यह जोश देखकर समर्थकों का उत्साह दोगुना हो गया और वे तालियां बजाकर उनका स्वागत करने लगे। नारे लगा रहे कार्यकर्ता आनंद यादव ने कहा कि शिवपाल यादव समाजवादी पार्टी में जमीनी नेता हैं। उनका कोई मुकाबला नहीं है। एक अन्य कार्यकर्ता का कहना था कि वे उनके लिए तन मन धन से समर्पित हैं।
शिवपाल ने अपने सम्मान में स्वागत को देखकर कहा कि जोशसभी को बरकरार रखना है। परंतु होश नहीं खोना है। नेता जी का आदेश सिर माथे है, उसी को माना जायेगा। बात यहीं पर खत्म नहीं हुई वे डाक बंगले से निकले और अपने स्कूल एसएस मेमोरियल में पहुंच गये। वहां पर उन्होंने दूरदराज के इलाकों से मिलने आये हुए लोगों को बुला लिया। उनके साथ उनके पुत्र पीसीएफ चेयरमैन अंकुर यादव भी मौजूद रहे। अंकुर यादव व उनकी मां सरला यादव मंगलवार की रात तीन बजे लखनऊ से सैफई पहुंचे थे। मुलायम ने आज सुबह तक कई बार शिवपाल यादव से फोन पर बातचीत की और उन्हें बातचीत के लिए दिल्ली बुलाया। दोपहर करीब १२ बजे चार्टर प्लेन से शिवपाल यादव अपने पुत्र अंकुर यादव के साथ दिल्ली के लिए रवाना हो गये।
परिवारीजनों से किया विचार विमर्श
कल प्रदेश में सपा सरकार में तेजी से बदले घटनाक्रम के बाद आज कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव सैफई अपने परिजनों सलाह लेना नहीं भूले। कल शाम को मुख्य सचिव दीपक सिंघल को हटाये जाने के बाद से जो घटनाक्रम बदला उसके बाद देर रात सबसे पहले लखनऊ से उनकी पत्नी सरला यादव व पुत्र पीसीएफ चेयरमैन अंकुर यादव आज सुबह तीन बजे सैफई पहुंचे। उसके उपरांत शिवपाल के बहनोई अजंट सिंह यादव सुबह उनसे मिलने पहुंचे और काफी देर तक लंबी बातचीत की।
यही नहीं उनके छोटे भाई राजपाल सिंह यादव व उनकी पत्नी प्रेमलता यादव भी मिलने पहुंचीं। शिवपाल ने वर्तमान हालातों को लेकर पारिवारिक सदस्यों से काफी देर तक चर्चा की। कल रात को जो भाव नाराजगी का उनके चेहरे पर नजर आ रहा था वह आज सुबह बदला बदला नजर आया। नेता जी की बात के बाद वे आज काफी हद तक सामान्य दिखे।
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