गुलदार को ग्रामीणों ने मार डाला
रायपुर सादात, (बिजनौर) : ग्रामीणों ने गांव में पानी की तलाश में घुसे गुलदार को मौत के घाट उतार दिया। गुलदार ने बस्ती में घुसते ही एक बकरी को निवाला बना लिया था। जानकारी पर पहुंचे वन विभाग के अफसरों ने मौका मुआयना कर गुलदार के शव को पोस्टमार्टम के लिए नगीना भेज दिया।
भूख और प्यास से बेहाल गुलदार शुक्रवार तड़के रायपुर सादात-नरुलापुर मार्ग स्थित उद्दल सिंह के घेर में घुसा और बकरी को निवाला बना लिया। ग्रामीणों का कहना है कि सुबह करीब छह बजे गुलदार को कुत्ते के पीछे दौड़ते हुए देखा गया। ग्रामीण लाठी, डंडे और धारदार हथियार लेकर उसके पीछे दौड़ लिए। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि ग्रामीणों से जान बचाकर भाग रहा गुलदार कांटेदार तारबाड़ में फंस गया। इसके बाद ग्रामीणों ने उसे मौत के घाट उतार दिया। ग्रामीणों का कहना है कि पिछले कई दिन से गुलदार के तीन-चार बच्चे घूम रहे हैं। यदि इन्हें आबादी में घुसने से नहीं रोका गया, तो बड़ा हादसा हो सकता है।
बढ़ापुर वन क्षेत्राधिकारी कल्लूराम मीणा, कौड़िया वन रेंज से रेंजर डीके गोयल व नगीना से सामाजिक वानिकी के रेंजर एके सिंह मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से घटना की जानकारी हासिल की। बाग की रखवाली कर रहे ग्राम चुंडैली निवासी चंद्रपाल ने वन विभाग के अफसरों को बताया कि शुक्रवार को सुबह उसने बाग में गुलदार को देखा था, जिसे भीड़ ने घेर कर मार दिया। रेंजर डीके गोयल ने बताया कि सिर के पास घाव देखकर लगता है कि किसी ने इसे गोल सुवा से मारा है। बताया कि गुलदार मादा है और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
वन रेंजर कल्लूराम मीणा ने बताया कि गुलदार को मारने के आरोपियों को चिन्हित किया जा रहा है। जांच के बाद वन अधिनियम के तहत आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।
इंसेट:-1
पानी की तलाश में आबादी में घुस रहे है जानवर
वन आरक्षित क्षेत्रों में पर्याप्त वाटर होल न होने और तालाब बंद होने की वजह से तेज गर्मी में जंगली जानवर पानी की तलाश में आबादी की ओर कूच कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि कौड़िया वन रेंज में मात्र तीन जलाशय हैं, जो जंगली जानवरों की प्यास बुझाने में नाकाम हैं। बढ़ापुर वन क्षेत्र में वाटर होल है अथवा नहीं, के बारे में वन रेंजर कल्लूराम मीणा चुप्पी साध गए।
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