बौद्ध मंदिर से लाउडस्पीकर हटाने को लेकर हंगामा, नोकझोंक
संवाद सहयोगी, हसनपुर: कोतवाली क्षेत्र के मछरई गाव में बौद्ध मंदिर पर चौदह अप्रैल को लगाए गए लाउड स्प
संवाद सहयोगी, हसनपुर: कोतवाली क्षेत्र के मछरई गाव में बौद्ध मंदिर पर चौदह अप्रैल को लगाए गए लाउड स्पीकर से खासा माहौल गर्मा गया। एक पक्ष की शिकायत से तनाव बढ़ते ही पुलिस सक्रिय हो गई। लाउडस्पीकर उतरवाने को पुलिस के पहुंचते ही ग्रामीणों महिला पुरुषों की जुटी भीड़ ने हंगामा शुरू कर दिया। इस दौरान पुलिस ने शांत करने की कोशिश की तो पुलिस से कई दफा नोंकझोंक व झड़प तक हो गई। बाद में घंटो की जिददोजहद के बाद पुलिस लाउडस्पीकर उतरवा सकी। तनाव पूर्ण शांति को देखते हुए देर शाम तक पुलिस गांव में ही डेरा डाले थे।
चौदह अप्रैल को बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर जयंती के अवसर पर बुद्ध मंदिर पर गाव वालों ने लाउड स्पीकर लगाया था। उसी दिन से लोग लाउडस्पीकर बजाया जाने लगा। दूसरे समुदाय के लोगों ने इसे नई परम्परा बताते हुए पुलिस प्रशासन से शिकायत की। सूचना पाकर कोतवाल शैलेन्द्र गौतम पुलिस व क्यूआरटी के जवानों के साथ मौके पर पहुंचे। बुद्ध मंदिर पर लगे लाउडस्पीकर को उतरवाने का प्रयास किया तो सैकडों महिलाएं व पुरूष जमा हो गए। लाउडस्पीकर उतरवाने का विरोध करने लगे। उनका कहना था कि प्रशासन लाउडस्पीकर लगा रहने दे, परमिशन लेने तक लाउडस्पीकर को बजाया नहीं जाएगा। पुलिस ने साफ कह दिया कि गाव में किसी भी कीमत पर नई परम्परा नहीं डालने दी जाएगी। इसी बात को लेकर खूब हंगामा मचा। नोंकझोंक भी हुई। मामला तूल पकड़ते देख एसडीएम रतीराम, सीओ जितेन्द्र सिंह सर्किल के दूसरे थानों के फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। भीड को वहा से खदेड कर कुछ समझदार लोगों को बुलवाकर लाउडस्पीकर उतरवाकर गाव निवासी सतपाल गौतम की सुपुर्दगी में दे दिया है। गाव में तनाव की स्थिति को देखते हुए पुलिस तैनात कर दी है।
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लार्ड बुद्वा क्लब द्वारा की गई थी स्थापना
हसनपुर: ग्राम मछरई में बुद्ध मंदिर की स्थापना वर्ष 2002 में पंचशील बुद्व बिहार लार्ड बुद्वा क्लब के तत्वावधान में हुई थी, वर्ष 2004 में चेयरमैन रामराज लक्ष्मी नगर दिल्ली भी यहा आए थे, स्थापना के बाद से ग्रामीण इस बुद्ध मंदिर का समय समय पर विकास कराते चले आ रहे हैं। गत चौदह अप्रैल को बाबा साहब की जयंती पर लाउड स्पीकर लगाया गया था, परन्तु लाउडस्पीकर उतरवाए जाने से लोगों में रोष है।
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इनसेट-
महिलाओं ने प्रशासन को सुनाई खरी खोटी
हसनपुर: लाउडस्पीकर उतारने को लेकर हंगामा करने वालों में पुरुषों से ज्यादा महिलाएं शामिल रही, महिलाओं ने पहले लाउडस्पीकर न उतारने के लिए पुलिस प्रशासन से काफी विनती भी की लेकिन प्रशासन ने किसी की एक नहीं सुनी, ग्राम प्रधान ने अपने घर वैवाहिक कार्यक्रम का हवाला देते हुए माइक उतारने के लिए कुछ समय मागा परन्तु प्रशासन ने इंकार कर दिया। बाद में महिलाओं ने पुलिस प्रशासन को खूब खरी खोटी भी सुनाई।
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इनसेट--
भीड खदेड़ने को पुलिस को छूटे पसीने
हसनपुर: बौद्ध मंदिर के पास जमा भीड को खदेडने के लिए पुलिस के पसीने छूट गए। अधिकारियों ने लोगों को कानून का पाठ पढ़ाते हुए काफी समय तक समझाया। वहीं पुलिस ने कई बार ग्रामीणों को खदेड़ कर तितर बितर किया।
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इनसेट
कब्रस्तिान को लेकर शुरू हुआ था मनमुटाव
हसनपुर: कोतवाली क्षेत्र के मछरई गाव में दोनों समुदाय के लोग सदियों से आपसी भाईचारे के साथ रहते चले आ रहे है परन्तु सूत्रों की माने तो सोलह अप्रैल को ग्राम समाज की भूमि को कब्रिस्तान की हद में लेने का विरोध करने से दोनों समुदाय के लोगों के बीच मनमुटाव की दास्तान शुरू हुई है, एक समुदाय विशेष के लोगों का कहना है कि गाव में कब्रिस्तान के पास कुछ ग्राम समाज की भूमि है जिससे एक समुदाय के लोग तो कब्रस्तिान की हद में लेना चाहते है जबकि दूसरे समुदाय के लोग इसका विरोध कर रहे है प्रशासन इस विवाद को सुलझाने के लिए कई बार गाव पहुंच चुका है। इसी मनमुटाव के चलते लाउडस्पीकर पर एतराज किया गया है।
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वर्जन
किसी भी धार्मिक स्थल पर बिना अनुमति के नई परम्परा शुरू नहीं करने दी जाएगी, चौदह अप्रैल को बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर की जयंती पर बुद्ध मंदिर पर लाउडस्पीकर लगाया गया था। जिसको उतरवाकर ग्रामीण सतपाल गौतम की सुपुर्दगी में दे दिया गया है।
-रतीराम उपजिलाधिकारी, हसनपुर।
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बिना अनुमति के लाउडस्पीकर बजाने की इजाजत किसी को नहीं है, लाउडस्पीकर उतरवाने के बाद गाव में शाति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया है। इससे किसी को खिलवाड़ नहीं करने दी जाएगी।
-जितेन्द्र सिंह, सीओ, हसनपुर।