Move to Jagran APP

न रेल मिली, न मिला रेल नीर

चिंतामणि मिश्र,अमेठी: विकास का दूसरा नाम रेलवे भी अमेठी में बेमानी साबित हो रहा है। बदलाव के बीच भी

By Edited By: Published: Tue, 10 Mar 2015 06:41 PM (IST)Updated: Tue, 10 Mar 2015 06:41 PM (IST)

चिंतामणि मिश्र,अमेठी: विकास का दूसरा नाम रेलवे भी अमेठी में बेमानी साबित हो रहा है। बदलाव के बीच भी राहुल का साथ देने वाले अमेठीवासियों को कुछ खास हाथ नहीं लगा। आम चुनाव के ऐन पहले रेल विभाग की ओर से अमेठी को दो बड़े तोहफे मिले पर अब तक न तो शाहगंज-ऊंचाहार रेल लाइन बिछाने का काम शुरू हो पाया है और न ही रेल नीर की बोतलें ही बाजार में आ सकी हैं।

loksabha election banner

चुनावों से ठीक पहले सांसद राहुल गांधी ने अपने पिता के सपनों को पूरा करते हुए सलोन से 13 अरब 31 करोड़ की लागत से बनने वाले तीन रेल पथ का शिलान्यास किया था। राहुल की पूरे अवध को एक करने की योजना के तहत रायबरेली के ऊंचाहार से अमेठी के रास्ते शाहगंज को जोड़ने की योजना थी। इसके पहले फेज में लगभग 67 किमी लंबी अमेठी-ऊंचाहार योजना पर काम शुरू हुआ लेकिन वह अब तक परवान नहीं चढ़ सकी है। 380 करोड़ लागत की इस परियोजना में अब तक भूमि अधिग्रहण की तैयारी ही हो पाई है। वहीं अमेठी के पानी को पूरे अवध में बेचने की मंशा के तहत राहुल ने 19 फरवरी 2014 को बीस करोड़ की लागत से बनने वाले रेल नीर प्लांट का शिलान्यास टिकरिया में किया था। इस प्लांट से रोजाना 75 हजार बोतलों का उत्पादन होना था। जिसे जिले के साथ ही सुलतानपुर, लखनऊ, फैजाबाद, वाराणसी, कानपुर आदि जिलों के स्टेशनों पर भी सप्लाई किया जाना था लेकिन अब तक प्लांट का निर्माण कार्य तक पूरा नहीं हो सका है। प्लांट में रोजगार की मंशा सजाए लोगों के हाथ महज निराशा ही लगी है। 19 फरवरी को ही राहुल ने एक अतिथि गृह और बहुउद्देशीय कांपलेक्स का भी शिलान्यास किया था लेकिन इन पर तो अब तक काम तक नहीं शुरू हो सका।

-----------

ये भी अटके

तिलोई के रास्ते अकबरगंज इन्हौना जाने वाली लाइन का हाल तो और बुरा है। 47 किलोमीटर लंबी इस परियोजना पर लगभग तीन सौ करोड़ रुपये खर्च होने हैं। वहीं अकबरगंज से बाजारशुकुल होते हुए फैजाबाद जाने वाली रेल लाइन पर भी काम नहीं शुरू हो सका है। इस परियोजना पर 697 करोड़ रुपये खर्च होने थे।

----------

चिह्नांकन पूरा

अधिकारियों की मानें तो ऊंचाहार-अमेठी रेल लाइन से जिले के कुल 11 गांव प्रभावित हो रहे हैं। इनमें अमेठी तहसील के छह और गौरीगंज तहसील के पांच गांव शामिल हैं। रेलवे के अधिकारियों की पैरवी के बाद इन गांवों में भूमि का चिह्नांकन किया जा चुका है। अब इनके अधिग्रहण की तैयारी है।

----------

नए बजट में मिले बीस करोड़

नए बजट में अमेठी-सुलतानपुर रेल लाइन के लिए बीस करोड़ रुपये का बजट जारी किया गया है। इतने में लाइन का निर्माण होता नहीं दिख रहा है।

-------

बोले जिम्मेदार

सभी प्रोजेक्टों पर हम निगाह रखे हैं। रेल नीर प्लांट का काम काफी हद तक पूरा हो चुका है। रेलवे लाइन के निर्माण को लेकर राहुल गांधी पूरी तरह सजग हैं।

योगेंद्र मिश्र

जिलाध्यक्ष,कांग्रेस


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.