छूकर चीजों को महसूस करेगा रोबोट
दोस्तो, अमेरिका की एमआइटी और नॉर्थ-इस्टर्न यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने रोबोट को एक ऐसे अनूठे स्पर्शयोग्य सेंसर से जोड़ने में सफलता हासिल की है, जिससे उसकी दक्षता कई गुना बढ़ाई जा सकती है। गौरव की बात यह है कि रिसर्च करने वाली इस टीम में भारतीय मूल के एक वैज्ञानिक म

दोस्तो, अमेरिका की एमआइटी और नॉर्थ-इस्टर्न यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने रोबोट को एक ऐसे अनूठे स्पर्शयोग्य सेंसर से जोड़ने में सफलता हासिल की है, जिससे उसकी दक्षता कई गुना बढ़ाई जा सकती है। गौरव की बात यह है कि रिसर्च करने वाली इस टीम में भारतीय मूल के एक वैज्ञानिक मंदायम श्रीनिवासन भी शामिल रहे हैं। इस सेंसर का विकास गेलसाइट टेक्नोलॉजी को अपनाकर किया गया है, जिसका विकास एमआइटी के एडवर्ड एडेलसन लैब द्वारा किया गया था। गेलसाइट सेंसर में एक ट्रांसपैरेंट सिंथेटिक रबर होता है जिसके एक सिरे को मेटैलिक पेंट से पेंट किया जाता है। यह नया सेंसर इतना छोटा है कि इसे आसानी से रोबोट के ग्रिपर में फिट किया जा सकता है। रोबोट से जुड़ा गेलसाइट सेंसर हम मनुष्यों की अंगुलियों से भी 100 गुना ज्यादा संवदेनशील होता है। इस सेंसर की खूबी यह है कि इससे रोबोट को किसी चीज के बारे में तत्काल फीडबैक मिल सकेगा। इससे रोबोट को किसी चीज को छूकर महसूस करने की क्षमता हासिल हो जाएगी। वैज्ञानिकों के एक प्रयोग में एमआइटी के बैक्सटर रोबोट ने एक लटकते हुए यूएसबी प्लग को पहचान लिया, उसे पकड़ने की कोशिश की और उसमें सफल भी हो गया। इसके बाद रोबोट ने यूएसबी केबल को यूएसबी प्लग में लगाने की कोशिश की। टेक्नोलॉजी का प्रमुख ग्लोबल इंस्टीट्यूट एमआइटी ऐसे तमाम रिसर्च करने में अग्रणी रहा है। इस नए रिसर्च से रोबोटिक्स की दुनिया को नई ऊंचाई मिलेगी।
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