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ये हैं गूगल अल्‍फाबेट के प्रोजेक्‍ट्स...

आइए जानते हैं गूगल अल्‍फाबेट के विभिन्‍न प्रोजेक्‍ट्स के बारे में-

By Monika minalEdited By: Published: Tue, 23 Feb 2016 09:58 AM (IST)Updated: Tue, 23 Feb 2016 10:41 AM (IST)
ये हैं गूगल अल्‍फाबेट के प्रोजेक्‍ट्स...

अक्टूबर 2015 में गूगल ने खुद को पुनर्गठित करके अल्फाबेट नाम से एक पेरेंट कंपनी का गठन किया है। इससे पहले गूगल ही मुख्य कंपनी हुआ करती थी। अब अल्फाबेट की हर कंपनी का अपना अलग सीईओ है।

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हालांकि इस पुनर्गठन का असर कंपनी के काम और प्रोजेक्ट पर नहीं पड़ा है। गूगल के विभिन्न प्रोजेक्ट इस तरह हैं:-


डिलीवरी ड्रोन : अल्फाबेट, उड़ने वाले ऐसे ड्रोन्स का निर्माण करना चाहती है, जिनसे अलग-अलग प्रकार के सामानों की डिलीवरी की जा सके। इसके लिए कंपनी ने 2014 में पेटेंट भी फाइल किया था। माना जा रहा है कि यह प्रोजेक्ट 2017 में प्रोजेक्ट विंग के तहत यह डिलीवरी ड्रोन लॉन्च हो जाएंगे।


स्मार्ट कॉन्टेक्ट लैंस : अल्फाबेट, सौर ऊर्जा से चलने वाले कॉन्टेक्ट लैंस विकसित कर रहा है। इन लैंसेस में पहनने वाले का पूरा बायोलॉजिकल डेटा भी दर्ज रहेगा। इस प्रोजेक्ट की घोषणा 2014 में की गई थी। इसे पहनने वालों को अपने शरीर की महत्वपूर्ण जानकारियां जैसे ब्लड अल्कोहल स्तर, शरीर का तापमान और ग्लूकोज़ के स्तर के बारे में भी पता चलता रहेगा। इस प्रोजेक्ट को गूगल लाइफ साइंस के तहत चलाया जा रहा है।
स्मार्ट स्पून : गूगल का स्मार्ट स्पून प्राजेक्ट उन लोगों के लिए है, जो पार्किन्सन्स बीमारी से पीड़ित हैं। यह स्पून या चम्मच खाना खाने के दौरान न गिरे इसका ध्यान रखेगा। इस चम्मच से हाथों का हिलना 76 फीसदी तक कम किया जा सकता है।
विंड टर्बाइन से रिन्यूअल एनर्जी : गूगल ने हवा से बिजली बनाने के लिए एक प्रोजेक्ट चला रखा है। इससे पहले कंपनी ने ऐसी पतंग बनाने का प्रोजेक्ट शुरू किया था, जो काफी ऊंचाई पर उड़कर टर्बाइन को ऊर्जा प्रदान करेंगी।
इंटरनेट हॉट एयर बलून्स : प्रोजेक्ट लून के तहत गूगल ऐसे हॉट एयर बलून्स लॉन्च कर रहा है जो किसी क्षेत्र विशेष में आसमान से इंटरनेट की तरंगे प्रसारित करेंगे। यह प्रोजेक्ट साल 2011 से शुरू है लेकिन दो साल पहले ही लोगों को इसकी जानकारी दी गई।


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कैंसर से बचाने वाली गोलियां : गूगल ऐसी दवा को विकसित करने की दिशा में प्रयासरत है, जिसके प्रयोग से कैंसर जैसी घातक बीमारी से लोगों को बचाया जा सके।
गूगल स्मार्ट रिस्टबैंड : यह रिस्टबैंक कलाई पर बांधा जाएगा जो आपकी नब्ज़, स्वास्थ्य तथा त्वचा के तापमान के बारे में बताएगा। यह बाहरी वातावरण के शोर तथा प्रकाश के बारे में भी जानकारी देगा। यह प्रॉडक्ट आम लोगों के लिए पेश नहीं किया जाएगा, बल्कि इसे मेडिकल डिवाइस के रूप में लॉन्च किया जाएगा।
इंटरनेट ड्रोन : गूगल-अल्फाबेट ऐसे ड्रोन्स का निर्माण कर रही है, जो आसमान से इंटरनेट प्रसारित करेंगे। यह हॉट एयर बलून वाले लून प्रोजेक्ट के समान ही है। इसके लिए कंपनी ने टाइटन एरोस्पेस नाम की कंपनी का अधिग्रहण भी किया है, जो सोलर ऊर्जा से उड़ने वाले ड्रोन्स का निर्माण करती है। यह ड्रोन कई वर्षों तक लगातार उड़ते हुए इंटरनेट प्रदान कर सकते हैं।

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रोबोट्स : बोस्टन डायनामिक्स नाम से गूगल रोबोट्स का निर्माण भी कर रही है। इस कंपनी में पशुओं के समान दिखने वाले रोबोट्स विकसित किए जा रहे हैं, जो मिलिट्री कार्यों में उपयोग किए जाएंगे।


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