‘अमेरिका के बाद भारत है सबसे अधिक यूजर बेस वाला देश’
जब आपका मिशन लाखों करोड़ों लोगों से कनेक्ट होने का है तो आप भारत के बिना यह मिशन पूरा नहीं कर सकते। यह बात फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने बतायी। जुकरबर्ग ने आज भारत की राजधानी दिल्ली स्थित IIT दिल्ली में टाउनहॉल Q&A सेशन के दौरान छात्रों से बातचीत
नई दिल्ली। जब आपका मिशन लाखों करोड़ों लोगों से कनेक्ट होने का है तो आप भारत के बिना यह मिशन पूरा नहीं कर सकते। यह बात फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने बतायी। जुकरबर्ग ने आज भारत की राजधानी दिल्ली स्थित IIT दिल्ली में टाउनहॉल Q&A सेशन के दौरान छात्रों से बातचीत के साथ अन्य कई सारे मुद्दों पर बात की। दोपहर बजे से शुरू होने वाले सेशन के लिए हॉल पूरी तरह भर गया था। इस सभागार में फेसबुक की Ankhi Das सेशन का संचालन कर रही थीं।
जुकरबर्ग ने सेशन की शुरुआत से पहले अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट किया कि जल्द ही वे Q&A सेशन शुरू करने वाले हैं और भारत में सभी कम्युनिटी से आए सवालों के जवाब भी देंगे। साथ ही उन्होंने लाइवस्ट्रीम देखने के लिए अपने पेज पर इनवाइट भी किया।
फेसबुक के संस्थापक जुकरबर्ग ने भारत में पहले टाउनहॉल Q&A सेशन सत्र का स्वागत किया और कहा ‘मैं यहां की एनर्जी को पसंद करता हूं।‘ जुकरबर्ग के अनुसार, अमेरिका के बाद भारत दूसरा सबसे बड़ा यूजर बेस वाला देश है जहां 130 मिलियन यूजर्स हैं और इसलिए यह बेहतर बाजार भी है। पूरी दुनिया में 1.3 बिलियन फेसबुक यूजर्स हैं।
लोगों से कनेक्ट होना हमारा मकसद है और इसलिए इंटरनेट एक्सेस मुहैया कराना हमारे लिए मिशन है।
फेसबुक CEO मार्क जुकरबर्ग ने आज कहा के उनका फर्म एक ओपन फ्रेमवर्क पर काम कर रहा है और नेट न्यूटृलिटी के लिए 'lobby' तैयार कर रहा है यहां तक कि लोगों को फ्री बेसिक्स प्रोग्राम के तहत फ्री इंटरनेट एक्सेस उपलब्ध कराने के लिए इसे काफी आलोचना भी झेलनी पड़ी।
दुनिया के सबसे बड़े सोशल मीडिया फर्म के लिए भारतीय बाजार को महत्वपूर्ण बताते हुए उन्होंने कहा, यह देश लाखों लोगों से कनेक्ट होने में मुख्य भूमिका निभाता है।
IIT-दिल्ली के टाउनहॉल में बोलते हुए जुकरबर्ग ने कहा, ‘हम नियमों के अनुसार नेट न्यूट्लिटी के सपोर्ट के लिए काफी कुछ कर रहे हैं, हम ओपन फ्रेमवर्क के निर्माण पर भी काम कर रहे हैं।‘
फेसबुक के Internet.org प्लेटफार्म को हाल ही में फ्री बेसिक के नाम से रिब्रांड किया गया है। नेट न्यूट्लिटी के सिद्धांतों को तोड़ने के लिए यह अचानक से ज्वलंत मुद्दा बन गया।
अपने विवादित फ्री बेसिक्स प्रोग्राम के बारे में बात करते हुए जुकरबर्ग ने कहा, पूरी दुनिया में कंपनी नेट न्यूट्रलिटी के लिए लॉबी बना रही है। उन्होंने आगे बताया कि आप फ्री में पूरा इंटरनेट नहीं उपलब्ध करा सकते हैं और हम किसी कंटेंट के लिए फिल्टर नहीं ला रहे हैं हमें लोगों को इंटरनेट पर लाने की जरूरत है।
जुकरबर्ग ने आगे कहा, ‘Internet.org 24 से अधिक देशों में लाइव है और 15 मिलियन लोगों के पास इंटरनेट का एक्सेस है, जो कि काफी अच्छा आंकड़ा है।‘
भारत में करीब 1 मिलियन लोगों के पास इंटरनेट का एक्सेस है (Internet.org के जरिए)।
जुकरबर्ग अपने दूसरे भारतीय दौरे पर हैं। भारत में अपने टाउनहॉल Q&A सेशन के दौरान फेसबुक के CEO मार्क जुकरबर्ग ने छात्रों से बातचीत के साथ अन्य कई सारे मुद्दों पर बात की। जुकरबर्ग ने गुमशुदा लोगों की तलाश में मदद के लिए भी फेसबुक पर फीचर रिलीज करने की बात कही। इस सेशन में कही गयी प्रमुख बातें निम्न हैं-
- जब जुकरबर्ग से पूछा गया कि गुमशुदा लोगों का पता लगाने के लिए फेसबुक क्या कर रहा है, जुकरबर्ग ने AMBER अलर्ट के बारे में बताया जो अभी अमेरिका व कनाडा में चल रहा है। उन्होंने बताया कि जब कोई बच्चा खो जाता है तो फेसबुक इस खबर को महतव्पूर्ण विवरण व तस्वीर के साथ न्यूज फीड में डालता है। वह यूजर्स को उनके न्यूज फीड में देखने को कहता है और काफी सारे केस में गुमशुदा बच्चे के बारे में प्रतिक्रियाएं मिलती रही हैं।
- उन्होंने सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक बनाने में आने वाली चुनौतियों को भी शेयर किया। उन्होंने बताया, सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक को के निर्माण में ढेर सारी चुनौतियां हर वक्त आती रहीं और मुझे ऐसा लगा कि अब आगे नहीं बढ़ सकता हूं। मीडिया में कुछ इस तरह से बातें हो रही थीं कि स्टीव जॉब्स से एपल बनाया और मैंने फेसबुक। लेकिन हजारों लोग मेरे साथ थे। मेरे सहयोगियों ने काफी साथ दिया।
- जुकरबर्ग ने कहा, आप क्या कर रहे हैं, यह महत्वपूर्ण नहीं है, आप लाखों गलतियां करते हैं। पर इन्हीं गलतियों व कोशिशों से आप सीखते हैं। साथ ही उन्होंने कहा, आपको फुल इंटरनेट सर्विस फ्री में नहीं मिल सकती लेकिन हमारे पास यह फ्री बेसिक प्रोग्राम है जहां कंटेट उपलब्ध हो सकेगा।
- जैसा कि उम्मीद किया जा रहा था इस मीटिंग में नेट न्यूट्रलिटी का मुद्दा जरूर उठेगा और हुआ भी यही मार्क जुकरबर्ग ने कहा, ‘नेट न्यूट्रलिटी महत्वपूर्ण मुद्दा है, इसे सपोर्ट करने के लिए हमें काफी कुछ करना है।‘
- जुकरबर्ग से लगातार सवाल पूछे जा रहे हैं और इस क्रम में उनसे यहां तक पूछा गया कि भविष्य में उनकी ओर से कौन से प्रोडक्ट्स आने वाले हैं। जुकरबर्ग ने कहा, ‘हम फ्री बेसिक प्रोग्राम को करने की कोशिश कर रहे हैं, ऑपरेटर के बिजनेस को नुकसान पहुंचाए बिना इसका उपयोग डेवलपर्स बेसिक कार्यों के लिए कर सकते हैं।
- यह पूछे जाने पर कि जुकरबर्ग भारत में रूचि क्यों ले रहे हैं, उन्होंने जवाब दिया कि, यहां इंटरनेट एक्सेस सबकी पहुंच में नहीं हैं इसलिए यहां हमारा मार्केट बेहतर डेवलप करेगा। जुकरबर्ग ने आगे बताया कि भारत ऐसे देशों में से एक है जहां से बिना जुड़े दुनिया से नहीं जुड़ सकते हैं।
- इस सेशन के दौरान जुकरबर्ग ने अफगानिस्तान में हाल ही में आए भूकंप का मुद्दा भी उठाया।
- जुकरबर्ग ने भारत को पसंदीदा देश बताते हुए कहा, 'हम लोगों के सवालों का सम्मान करते हैं।' उन्होंने आगे बताया कि फेसबुक ने दुनिया को जोड़ने का काम किया है और भारत हमारा सबसे अच्छा मार्केट है।
टाउनहॉल सेशन का आयोजन आईआईटी के डोगरा हॉल में किया गया। कार्यक्रम में करीब 1100 लोगों के बैठने की व्यवस्था की गयी। इस इवेंट में 900 छात्र व 200 विशिष्ट अतिथियों ने हिस्सा लिया। सभागार में सेशन शुरू होने से पहले चक दे इंडिया...ये देश है वीर जवानों का... बज रहे थे।
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