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    पैरेंट्स के तनाव को पहचानेगा नया एप

    By Edited By:
    Updated: Thu, 05 Jun 2014 03:48 PM (IST)

    शोधकर्ताओं ने एक नया स्मार्टफोन एप विकसित किया है जो सेंसर्स से जुड़ के पैरेंट्स के तनाव का पता लगा उन्हें उसी वक्त सलाह भी देगा।

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    वाशिंगटन। शोधकर्ताओं ने एक नया स्मार्टफोन एप विकसित किया है जो सेंसर्स से जुड़ के पैरेंट्स के तनाव का पता लगा उन्हें उसी वक्त सलाह भी देगा। कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी व माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च के कंप्यूटर साइंटिस्ट ने एक सिस्टम विकसित किया है जो अपने रिसर्च पर आधारित कुछ योजनाओं से पैरेंट्स के तनाव को कम कर देगा।

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    इस सिस्टम को 'पैरेंटगार्जियन' का नाम दिया गया है। शुरुआत में इस सिस्टम की जांच वैसे पैरेंट्स व बच्चों के ग्रुप पर की गई जो अटेंशन डिफिसीट हाइपरएक्टिविटी डिसआर्डर से पीड़ित थे।

    यह सिस्टम सबसे पहले तनाव की पहचान करता है और उसी वक्त उसे खत्म करने की कोशिश शुरू कर देता है।

    यह कलाई पर पहने जाने वाले स्मार्टफोन या टैबलेट के सेंसर से जुड़ा होता है और तब सेंसर के डेटा को सर्वर आसानी से देख लेता है।

    यह थेरैपी पैरेंट्स को ऐसे स्किल्स देगा जिसपर उन्हें काम करने की जरूरत है और यह लंबे समय तक प्रभावी भी होगा। साथ ही यह बच्चों में सेल्फ अवेयरनेस व सेल्फ कांफिडेंस को बढ़ाएगा और पैरेंट्स के स्ट्रेस को भी कम करेगा।

    'पैरेंटगार्जियन' को डिजायन करने में 3 महीने से ज्यादा लगे। इस दौरान पिना ने 10 पैरेंट्स के साथ काम किया।

    पैरेंट ने प्रोटोटाइप को अपने घर पर 14 दिनों के लिए इस्तेमाल किया और स्ट्रेस मॉनिटर को प्रतिदिन सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक पहने रखा क्योंकि यही तनाव वाला समय होता है जब वे होमवर्क, डिनर बनाना व बच्चों की एक्टिविटी में मदद करने जैसा काम निभाते थे।

    इसके उपयोग के बाद इन पैरेंट्स ने बताया कि यह एप काफी मददगार है तथा वे 1 से 7 के बीच इसे 5.1प्वाइंट देते हैं।

    'पैरेंटगार्जियन' में स्ट्रेस सेंसर व फोन, भी जुड़ा हुआ है। रिस्ट सेंसर यूजर की त्वचा पर हो रहे इलेक्ट्रीकल एक्टिविटी को मापता है। जब यूजर पॉजीटिव या निगेटिव अनुभव करता है तब काफी कम मात्रा में पसीना उत्सर्जित करता है और इससे उनके स्किन के इलेक्ट्रीसिटी के अमाउंट को बदल जाता है। इसी अमाउंट के आधार पर शोधकर्ता स्ट्रेस का पता लगा लेते हैं और सुझाव भी मुहैया कराते हैं।

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