फेसबुक पर फेक दोस्तों से बचाने आया 'फेकऑफ'
फेसबुक पर बेवजह के पिंग, प्रोफाइल से फोटो अथवा विडियो की चोरी व इनके गलत इस्तेमाल से आपको बचाने के लिए एक नया एप ईजाद किया गया है। इसका नाम 'फेकऑफ' है। बढ़ते साइबर क्राइम को ध्यान में रखते हुए इस एप्लीकेशन को इजरायल के एलिरन ने डिजाइन किया है। इस एप से कहीं से कॉपी की हुई फोटो के बारे में
नई दिल्ली। फेसबुक पर बेवजह के पिंग, प्रोफाइल से फोटो अथवा विडियो की चोरी व इनके गलत इस्तेमाल से आपको बचाने के लिए एक नया एप ईजाद किया गया है। इसका नाम 'फेकऑफ' है। बढ़ते साइबर क्राइम को ध्यान में रखते हुए इस एप्लीकेशन को इजरायल के एलिरन ने डिजाइन किया है।
इस एप से कहीं से कॉपी की हुई फोटो के बारे में भी जानकारी मिल जाती है। इस एप से आप ऑनलाइन तो सुरक्षित होंगे ही साथ ही फेसबुक पर फर्जी संपकरें की जांच, विश्लेषण व उन्हें नि:शुल्क ब्लॉक भी कर सकेंगे।
कंपनी के संस्थापक एलिरन सहचर, ने कहा है की भारतीय उपयोगकर्ताओं के लिए 'फेकऑफ' अगले साल तक मुफ्त कर दिया गया है। भारत में हाल ही में इंटरनेट हरैसमेंट के काफी मामले सामने आये है, जो मां-बाप के लिये सबसे चिंता का विषय है। इस एप से माता पिता अपने बच्चों को फर्जी प्रोफाइल से बचा सकते हैं और इंटरनेट पर अवांछित यूजर को ब्लॉक करके एक सेफ ब्राउजिंग कर सकते हैं।
कंपनी के सीईओ एलिरन का कहना है, 'यह एप्लीकेशन आपके फ्रेंड लिस्ट के सभी फ्रेंड का तकनीकी रूप से टेस्ट रन करता है। जिसमें चुने हुए प्रोफाइल के 365 दिन का ट्रैक आपके सामने एक 1 से 10 के बीच के स्कोर के रूप में दिखाएंगे जिस से आप ये जान पाएंगे की यह प्रोफाइल, पेज या एप को इस्तेमाल करने वाला वास्तविक यूजर है या फर्जी यूजर है। यह आपके उन सभी यूजर्स को हटाने में मददगार साबित होगी जो फेसबुक पर आपको बेवजह परेशान करते हैं।'
इस एप्लीकेशन को भारतीय उपभोक्ताओं के लिये अगले एक साल तक नि:शुल्क किया गया है। 'फेकऑफ' एप्लीकेशन सोशल मीडिया पर ज्यादा समय व्यतीत करने वाले उपयोगकर्ता को ध्यान में रखते हुए सेफ्टी प्रदान करने कि लिये बनाया गया है।
फेकऑफ के संस्थापक एलिरन सहचर 34 वर्षीय हैं और खुद 11 वर्षो से इंटरनेट क्षेत्र में कार्य कर रहे है। वह खुद फेक प्रोफाइल्स से परेशान थे इसलिए उन्होंने इस एप्लीकेशन को डिजाइन किया।