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    लद्दाख मार्ग से शुरू होगी कैलाश मानसरोवर यात्रा

    By Preeti jhaEdited By:
    Updated: Sat, 13 Jun 2015 03:28 PM (IST)

    सिंधु नदी को विश्व की सबसे पुरानी सभ्यता का प्रतीक करार देते हुए मुख्यमंत्री मुफ्ती मुहम्मद सईद ने कहा है कि बौद्ध संस्कृति के प्रतीक लद्दाख को विश्व स्तर पर प्रोत्साहित किया जाएगा। उन्होंने विश्वास दिलाया कि लद्दाख मार्ग से कैलाश मानसरोवर यात्रा शुरू करने का मसला केंद्र सरकार से

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    जम्मू सिंधु नदी को विश्व की सबसे पुरानी सभ्यता का प्रतीक करार देते हुए मुख्यमंत्री मुफ्ती मुहम्मद सईद ने कहा है कि बौद्ध संस्कृति के प्रतीक लद्दाख को विश्व स्तर पर प्रोत्साहित किया जाएगा। उन्होंने विश्वास दिलाया कि लद्दाख मार्ग से कैलाश मानसरोवर यात्रा शुरू करने का मसला केंद्र सरकार से उठाया जाएगा। वह शुक्रवार को लेह में सिंगे ख्वाब के नाम से प्रसिद्ध सिंधु दर्शन महोत्सव का उद्घाटन करने के बाद जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने पर्यटकों के लिए लेह में विश्व स्तरीय पर्यटन केंद्र का उद्घाटन भी किया।

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    मुफ्ती ने उम्मीद जताई कि सिक्किम की तरह लद्दाख में भी व्यापार के लिए केंद्र बनेंगे। लद्दाख के निवासियों की मुश्किलों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि हमने क्षेत्र के लिए अतिरिक्तउड़ानों का मसला केंद्र सरकार से उठाया है। उन्होंने कहा कि लद्दाख के लिए विमान का भारी भरकम किराया भी चिंता का विषय है। इससे पूर्व जिले के शे में सिंधु घाट पर सुबह मुख्यमंत्री ने इस महोत्सव का उद्घाटन किया। उनके साथ शिक्षामंत्री नईम अख्तर, लद्दाख से भाजपा के सांसद थुप्स्तन छिवांग, लेह हिल डेवलपमेंट कौंसिल के चीफ एग्जीक्यूटिव कौंसिलर रिगजिन स्पालबार, सहकारिता मंत्री छीरिंग दोरजे, राज्य प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी व क्षेत्र के कई गणमान्य लोग मौजूद थे।

    वहीं महोत्सव के पहले दिन तिरंगा फहराने के साथ सिंधु घाट पर विश्व कल्याण के लिए पूजा भी की गई। इस मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन के साथ लेह के पोलो ग्राउंड में पोलो मैच भी खेला गया। इसी बीच मुख्यमंत्री लेह के साथ शुक्रवार को कारगिल भी पहुंचे। वहां पर लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया। इस मौके पर उन्होंने लोगों को विश्वास जताया कि राज्य सरकार सभी खित्तों का बराबर विकास करेगी। गौरतलब है कि महोत्सव के दूसरे दिन शनिवार को लेह के पोलो ग्राउंड में पोलो मैच के साथ शाम को संगीत संध्या का आयोजन किया जाएगा। इसमें देश-विदेश से आए पर्यटकों के लिए लद्दाख के लोक नृत्य व लोकगीत पेश किए जाएंगे। 14 जून को समारोह के अंतिम दिन शाम साढ़े सात बजे न्यू स्पोर्ट्स कांपलेक्स में रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन होगा। इसके साथ सुबह दस बजे से शाम छह बजे तक इसी जगह पर हस्तकला मेले का भी आयोजन किया जाएगा।