रेलवे में नौकरी करना चाहते हैं तो यह खबर जरूर पढ़ लें
पंजाब के संगरूर जिले के धूरी में बेरोजगार युवाओं को रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर करीब 40 लाख रुपये ठगने का खुलासा हुअा है।
जेएनएन, संगरूर। रेलवे में नौकरी चाहते हैं और इसके लिए कोशिश कर रहे हैं तो यह सुनिश्चि कर लें कि कोई ठग आपको झांसा देकर चूना तो नहीं लगा रहा। इस तरह का मामला यहां सामने आया है। इसमें एक गिरोह रेलवे में गैंगमैन सहित विभिन्न पदों पर भर्ती कराने का झांसा देकर बेराजगारों को ठग रहा था। इस गिरोह के लोग नौकरी दिलाने के लिए बेरोजगारों से फार्म भरवात थे और बिहार के पटना ले लाकर मेडिकल भी कराते थे। यह लोग अब तक क्षेत्र के कई बेरोजगारों से करीब 40 लाख रुपये ऐंठ चुके थे। पुलिस ने गिरोह के सरगना को गिरफ्तार किया है।
बेरोजगार लोगों से लाखों रुपये ठगने वाले इस ठग को जिले के धूरी में पुलिस ने दबोचा। रेलवे में नौकरी दिलाने वाले गिरोह के तार बिहार के पटना तक जुड़े थे। पुलिस द्वारा की गई प्राथमिक पूछताछ में खुलासा हुआ कि यह ठग अब तक बेरोजगारों से करीब 40 लाख रुपये ऐंठ चुका है और 10 लोगों के मेडिकल पटना में करवा चुका है। पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांंच-पड़ताल में जुटी हुई है। पुलिस को इसके पीछे किसी बड़े रैकेट का संदेह है।
बेराेजगारों को रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा देकर करीब 40 लाख रुपये ठगे
एसएसपी मनदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि बमाल के रहनेवाले बलविंदर सिंह ने 4 जून को धूरी के थाना सदर में भवानीगढ़ तहसील के नूरपूरा गांव के निवासी भगवंत सिंह के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज कराया था। उसने अपनी शिकायत में कहा था कि भगवंत सिंह ने उसे रेलवे में ऊंची पहुंच का हवाला देकर नौकरी दिलाने का भराेसा दिलाया। उसने इसके लिए उससे पांच लाख रुपये लिये।
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उन्होंने बताया कि इसके बाद पुलिस ने प्रारंभिक जांच के बाद भगवंत सिंह को गिरफ्तार कर लिया। तलाश्ाी लेने पर उसके घर से बलविंदर सिंह से लिये गए रुपये में से साढ़े चार लाख रुपये बरामद हुए। पूछताछ दौरान भगवंत सिंह ने बताया कि इससे पहले भी वह भोगीवाल निवासी सुरजीत सिंह को भी नौकरी का झांसा देकर साढ़े चार लाख रुपये वसूल चुका है। पुलिस ने बलविंदर सिंह से पूछताछ के आधार पर उसके घर की अलमारी में दोे लाख रुपये और बरामद किए गए।
भगवंत सिंह ने पूछताछ में बताया कि वे लोग बेरोजगार युवाओं को रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा देते थे। वह कहता था कि उसकी रेलवे में ऊंची पहुंच है आैर वह नौकरी दिला सकता है। इसके लिए वह लाखों रुपये की मांग करता था। उसके जाल में क्षेत्र के कई युवा फंस गए।
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इसके बाद वह जाल में फंसे बेरोजगारों को भरोसा दिलाने के लिए खुद ही तैयार किया गया एक फार्म भरवाता था। इसके बाद वह फार्म भरने वाले युवाओं काे बिहार के पटना ले जाकर उनका मेडिकल कराता था। इसके लिए वहां फर्जी मेडिकल बोर्ड उनकी जांच करता था।
पटना में मेडिकल करवाने के बाद वह इन लोगों को जल्द ही घर पर नौकरी की सूचना आने की बात कहता था। भगवंत सिंह ने बताया कि वह अब तक इस तरह करीब 40 लाख रुपये ठग चुका है। पुलिस उससे कड़ी पूछताछ में जुटी है, ताकि उसके साथ जुड़े अन्य व्यक्तियों तक पहुंचा जा सके। उसकी रेलवे के किसी अधिकारी से किसी प्रकार का संपर्क होने का अभी तक कोई खुलासा नहीं हो पाया है, लेकिन पुलिस इस पहलू भी जांच को आगे बढ़ा रही है। पुलिस ने उसे अदालत में पेश करके रिमांड की मांग की।
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