चुनाव आयोग का सर्वे : पंजाब के चुनावों में खूब चलता है नशा व कालाधन
पंजाब में चुनाव आयोग द्वारा कराए गए सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है कि विधानसभा चुनाव में काला धन और नशा खूब चलता है। 85 फीसदी लाेगों का मानना है कि इस बार भी यह जमकर चलेगा।

जेएनएन, पटियाला। पंजाब में विधानसभा चुनाव के लिए कराए गए सर्वे में कई अहम खुलासे हुए हैं। चुनाव आयोग की आेर से पंजाबी विश्वविद्यालय के यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंपैक्ट असेसमेंट (यूआइआइए) से कराए गए सर्वे में एक बात सामने आई है कि चुनाव में इसबार भी काला धन, बाहुबल और नशा खूब चलने की आशंका है। राज्य के 85 फीसद लोग मानते हैं कि चुनाव में धन, बाहुबल व नशे का प्रयोग बढ़ रहा है। राज्य के मालवा, माझा व दोआबा के 20 गांवों व शहरों में किए गए सर्वे में 70 फीसद लोगों ने नोटा के बारे में अनभिज्ञता दिखाई। इस रिपोर्ट को यूआइआइए ने चुनाव आयोग को सौंप दिया है। यह प्रोजक्ट डॉ. एचएस भट्टी की अगुआई में को-ऑर्डिनेटर तन¨वदर सिंह की टीम ने पूरा किया।
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85 फीसद से अधिक लाेगों का मानना है कि हर चुनाव में धन, बाहुबल व नशे का प्रयोग बढ़ रहा। 70 फीसद से अधिक मतदाताओं को नोटा के बारे में जानकारी नहीं। 97 फीसद मतदाताओं को ईवीएम में ब्रेल लिपि की जानकारी नहीं थी।
सर्वेक्षण की प्रमुख बातें :
सर्वे में शामिल 58 फीसद लोगों का मानना था कि चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग से होते हैं। 42 फीसदी लोगों का कहना था कि चुनाव निष्पक्ष नहीं होते। 21 फीसद महिलाएं मतदान से पहले परिवार से सलाह करती हैं। 93 फीसदी लाेगों का मानना था कि ईवीएम से मतदान की सही जानकारी मिलती है। नौ फीसदी लोग खुद वोटर कार्ड बनाने पहुंचे। 89 फीसद ने माना कि मतदाता सूची मेंं नाम शामिल कराना आसान।
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