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    फेसबुक पर प्यार के बाद शादी, बेटी हुई तो डीएनए टेस्ट तक पहुंच गई नौबत

    By Kamlesh BhattEdited By:
    Updated: Tue, 11 Apr 2017 03:54 PM (IST)

    फेसबुक पर हुए प्यार के बाद प्रेमी जोड़े ने शादी रचा ली। इसके बाद बेटी हुई तो पति ने उसे अपनाने से मना कर दिया। नौबत डीएनए टेस्ट तक पहुंच गई।

    फेसबुक पर प्यार के बाद शादी, बेटी हुई तो डीएनए टेस्ट तक पहुंच गई नौबत

    जेएनएन, मोगा। फेसबुक पर चैटिंग के दौरान एक युवती को युवक से प्यार हो गया। दोनों ने शादी भी कर ली। शादी के बाद उसकी बेटी हुई तो पति ने उसे अपनाने से इन्कार कर दिया। महिला बेटी को पिता का नाम दिलाने के लिए अदालत में गई। अदालत ने बेटी का डीएनए टेस्ट करने का आदेश दिया।

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    मोगा के गांव जैसिंहवाला महिला ने अपनी बेटी को पिता का नाम दिलाने के लिए अदालती आदेशों पर सोमवार को फिर से सिविल अस्पताल डीएनए टेस्ट करवाने पहुंची। जहां सिविल अस्पताल के एसएमओ डॉक्टर अरविंदर पाल सिंह गिल की मौजूदगी में बच्ची का डीएनए सैंपल लेकर विभाग की लैब में जांच के लिए भेजा गया। इस दौरान विवाहिता का पति जगजीत सिंह व उसका ससुर जगतार सिंह भी पहुंचे थे।

    कस्बा धर्मकोट में ब्याही गई मनप्रीत कौर के अनुसार फरवरी 2013 में उसकी बातचीत फेसबुक पर धर्मकोट के निवासी जगजीत सिंह से शुरू हुई। जगजीत ने बताया कि वह ऑस्ट्रेलिया में रहता है। 24 फरवरी 2014 को उसकी शादी जगजीत से हो गई। शादी समारोह कोटकपूरा के पास शहंशाह पैलेस में हुआ था।

    दहेज के लिए मारपीट

    मनप्रीत के पिता ने बेटी की शादी में जरूरत अनुसार दहेज भी दिया था, लेकिन शादी के कुछ समय बाद उसका पति दहेज व नकदी की मांग को लेकर परेशान करने लगा। उसने जगजीत ने बताया कि ऑस्ट्रेलिया में पक्की नौकरी करने के लिए पैसों की जरूरत है। इसका विरोध करने पर उसके ससुराली वाले मारपीट करने लगे। इस मामले की सूचना मायके वालों को दिए जाने पर उसके पिता समेत अन्य पंचायत के सदस्यों ने उसका घर बसाने का प्रयास किया।

    कोर्ट ने दिए थे डीएनए टेस्ट के आदेश

    मनप्रीत जब गर्भवती हुई, तो ससुराल वालों ने उसे दहेज न लाने के चलते सितंबर 2014 को घर से निकाल दिया। जहां उसने मायका परिवार में अपनी बेटी लोबिनदीप कौर को निजी अस्पताल में 24 फरवरी 2015 को जन्म दिया। जब बेटी होने की बात ससुराल वालों को बताई तो परिवार ने बेटी को अपनाने से इन्कार कर दिया। इस पर मनप्रीत ने माता-पिता के सहयोग से अदालत का सहारा लिया। कोर्ट ने डीएनए टेस्ट के आदेश दिए। टेस्ट के दौरान पीडि़ता के पिता व भाई भी हाजिर थे।

    कोर्ट का फैसला मंजूर होगा

    सिविल अस्पताल में तैनात डॉक्टर अरविंदर सिंह ने बच्ची, उसकी मां व पिता के रक्त के सैंपल जांच के लिए लैब भेज दिए है। इनकी रिपोर्ट एक वर्ष बाद आएगी। मनप्रीत के पति जगजीत सिंह ने कहा कि उनका केस अदालत में चल रहा है। अदालत की ओर से जो भी फैसला आएगा वह उन्हें मंजूर होगा।

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