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    गरीबों के हक पर अमीर डाल रहे डाका, हड़प रहे हैं 15 करोड़ की सब्सिडी

    By Sunil Kumar JhaEdited By:
    Updated: Fri, 21 Apr 2017 02:31 PM (IST)

    पंजाब में गरीबों के हक पर अमीर लोग डाका डाल रहे हैं। राज्‍य में अमीर लोग हर माह गरीबों को मिलने वाली करीब 15 करोड़ रुपये की सब्सिडी डकार रहे हैं।

    गरीबों के हक पर अमीर डाल रहे डाका, हड़प रहे हैं 15 करोड़ की सब्सिडी

    जालंधर, [सत्येन ओझा]। पंजाब में गरीबों हक पर अमीर डाका डाल रहे हैं। वे हर महीने गरीबों को मिलने वाली सब्सिडी डकार रहे हैं। राज्‍य में अमीर को हर महीने करीब 15 करोड़ रुपये की सब्सिडी मिल रहा है। ये लोग गरीबों को मिलने वाले नीले कार्ड बना रखे हैं।

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    सरकार प्रदेश में नीले कार्ड धारकों को हर महीने144.50 करोड़ रुपये की सब्सिडी पर आटा व दाल दे रही है। नीले कार्ड का लाभ लेने वाले लोगों की संख्या करीब 1.39 करोड़ है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के हालिया दावे को सही माना जाए तो 10 प्रतिशत गलत लोगों को नीले कार्ड जारी हुए हैं। यानी हर महीने 15 करोड़ रुपये की सब्सिडी गरीबों के बजाय अमीरों के घर पहुंच रही है।

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    मुख्यमंत्री के इस दावे के बाद दैनिक जागरण की टीम ने नीले कार्डों की पड़ताल की तो आंकड़े मुख्यमंत्री के दावे से कहीं ज्यादा बड़े निकले। नीले कार्ड आलीशान कोठी में सभी लग्जरी सुविधाएं भोग रहे अमीरों को भी जारी हुए हैं। जागरण टीम ने जालंधर शहर के गुरु नानकपुरा व कमल विहार कॉलोनी के 557 नीले कार्ड धारकों के रिकार्ड में से 100 कार्डधारकों का घर-घर जाकर पता किया तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए।

    पता चला हकि 40-50 प्रतिशत ऐसे लोगों के नाम नीले कार्ड जारी किए गए हैं जो नियमों पर खरे नहीं उतरते हैं। 10-15 प्रतिशत ऐसे भी लोग थे जो नियमों पर तो खरे नहीं उतरते, लेकिन उनकी आर्थिक स्थिति को देखते हुए मानवीय आधार पर सही माना जा सकता है।

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    केस-1 : वार्ड-15 की कमल विहार कॉलोनी में दो मंजिल मारबल के बने घर के बाहर लगी गृह स्वामी की नेमप्लेट। इसी नाम से नीला कार्ड जारी हुआ है। छत पर डिश लगी है। टीवी, फ्रिज की सुविधा भी है।

    केस-2 : नानकपुरा का मारबल से बनी दो मंजिली आलीशान कोठी रेलवे से रिटायर्ड एक महिला के नाम पर है। इसी मकान में महिला के दोनों बेटों के नाम पर अलग-अलग दो नीले कार्ड जारी हुए हैं। एक बेटे का अच्छा खासा बिजनेस है। घर में सभी लग्जरी सुविधाएं मौजूद हैं।

    केस-3: कमल विहार कॉलोनी की तीन मंजिली कोठी। गृहस्वामी का अपना अच्छा व्यवसाय है। परिवार का एक बेटा विदेश में है। घर में टीवी, एसी, फ्रिज गाड़ी की सुविधा है। छह सदस्यों वाले इस परिवार को नीला कार्ड जारी हुआ है।

    केस-4:  नानकपुरा का दो मंजिली महंगे मारबल से बनी कोठी एसी रिपेयर करने वाले मैकेनिक के नाम पर है। कोठी में तीन एयर कंडीशनर लगे हैं। टीवी, फ्रिज की सुविधा भी है।

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    कितने लोगों को लाभ : सरकारी आंकड़ों के अनुसार जालंधर जिले में नौ करोड़, 57 लाख, 90 हजार रुपये की सब्सिडी सरकार नीले कार्ड धारकों को हर महीने दे रही है। पूरे पंजाब में सब्सिडी का यह आंकड़ा 144 करोड़, 50 लाख, 46 हजार रुपये है।

    ये हैं सुविधाएं : नीले कार्डधारक को गेहूं दो रुपये और दाल 30रुपये प्रति किलो के मूल्य पर। दिसंबर में माह की दाल (उड़द) वितरित हुई थी। उस समय एक साथ छह माह का कोटा बांटा गया था।

    इन्हें मिल सकता है लाभ : अंत्योदय योजना के तहत आने वाले लोग। सर्वे के तहत गरीबी की रेखा के नीचे आने वाले लोग।बेघर या कच्चे मकानों में रहने वाले लोग, जिनकी सालाना आय 60 हजार रुपये से अधिक न हो। परिवार का मुखिया 40 प्रतिशत या उससे ज्यादा विकलांग हो। भूमिहीन खेतीबाड़ी मजदूर, छोटे व सीमांत किसान, विधवा व अकेली महिला। पेंशनर्स जिनका कोई सहारा न हो। साथ ही पेंशन से मिलने वाली अधिकतम राशि 60 हजार रुपये से अधिक न हो।

    जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी नरेंद्र सिंह का इस संबंध में कहना है कि नीले कार्डो के लिए सर्वेयर अथॉरिटी संबंधित एसडीएम होते हैं। इसमें खाद्य आपूर्ति विभाग की कोई भूमिका नहीं होती है। नील कार्ड जारी करने में गड़बड़ी के लिए सर्वेयर अथॉरिटी पूरी तरह जिम्मेदार है। हमारे पास तो जो राशन कार्ड बनकर आ जाते हैं, नही हम उन्हें राशन वितरित करते हैं।