जीएसटी से पंजाब का 20 हजार करोड़ रुपये तक बढ़ेगा राजस्व
देश में जीएसटी लागू हो गया है। पंजाब की कांग्रेस सरकार इसे राज्य की आर्थिक बदहाली को दूर करने का बड़ा रास्ता मान रही है। अनुमान है कि इससे राज्य का राजस्व 20 हजार करोड़ बढ़ेगा।
चंडीगढ़, [कैलाश नाथ]। देश में जीएसटी लागू हो गया है। जीएसटी पर देश्ाभर में कांग्रेस भले इसका विरोध कर रही है लेकिन पंजाब की कांग्रेस सरकार इसे राज्य की आर्थिक बदहाली को दूर करने का बड़ा रास्ता मान रही है। पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार का मानना है कि दो लाख करोड़ रुपये के कर्ज में डूबे राज्य के लिए जीएसटी वरदान साबित होगा।
कैप्टन सरकार का मानना है कि इससे राज्य के राजस्व में 20 हजार करोड़ रुपये तक का इजाफा होगा। यही कारण है कि अपने बजट भाषण में भी वित्त मंत्री मनप्रीत बादल ने जीएसटी लागू होने के बाद हालात सुधरने की बात कही। जीएसटी के भरोसे ही सरकार कर्ज माफी जैसा बड़ा कदम उठाने में कामयाब रही है।
वित्त मंत्री मनप्रीत बादल के अनुसार, पहली तिमाही में ही राजस्व में 1000 करोड़ की वृद्धि का अनुमान
जीएसटी के लागू होने से वैट, एंटरटेनमेंट टैक्स, चुंगी, पर्चेस टैक्स आदि सभी खत्म हो जाएंगे। इससे पंजाब सरकार को 15,086 करोड़ रुपये का राजस्व मिलता है। राजस्व का जो नुकसान होगा, केंद्र उसकी भरपाई तो करेगा ही, साथ ही 14 फीसद अतिरिक्त लाभ देगा। एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग मान रहा है कि जीएसटी लागू होने से रेवेन्यू कलेक्शन में होने वाली 'लीकेज' बंद हो जाएगी।
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टैक्स कलेक्शन की लीकेज होगी बंद
वित्तीय वर्ष 2017-18 की 30 जून को खत्म हुई पहली तिमाही में वैट कलेक्शन में सरकार को 30 फीसद वृद्धि का अनुमान है। इस बात की पुष्टि खुद वित्त मंत्री मनप्रीत बादल भी कर रहे हैं। उनका कहना है कि ऐसा कभी नहीं हुआ। पहली तिमाही में 1000 करोड़ रुपये की वृद्धि हो सकती है।
उनका कहना है कि सेंट्रल एक्साइज से मिलने वाले हिस्से और वैट कलेक्शन में बड़ा गैप है। वैट और अधिक आना चाहिए था। कहीं न कहीं लीकेज थी। जो दूर नहीं हो रही थी। जीएसटी से यह लीकेज बंद हो जाएगी। अनुमान है कि राज्य का राजस्व 20 हजार करोड़ रुपये तक बढ़ सकता है।
बिजली दरों में आएगी कमी
जीएसटी लागू होने से बिजली बिल की दरों में भी कमी आएगी। बिजली बिल पर अभी चार पैसे प्रति यूनिट चुंगी है। जीएसटी में चुंगी खत्म हो जाएगी। इससे पंजाब सरकार को 2015-16 में 118.07 करोड़ रुपये का राजस्व आया था। वहीं, शराब पर लगने वाली चुंगी से सरकार को 44.72 करोड़ रुपये मिले थे।
पंजाब की सबसे बड़ी समस्या यह थी कि देश में सबसे ज्यादा टैक्स देने वाला राज्य होने के बावजूद पंजाब की वैट कलेक्शन 18,596 करोड़ रुपये थी, जबकि सेंट्रल एक्साइज और इनकम टैक्स से मिलने वाला शेयर का हिस्सा 9599.7 करोड़ था।
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नई दुल्हन ससुराल जाती है, तो उसे घबराहट होती है: मनप्रीत
व्यापारियों की हड़ताल पर वित्त मंत्री मनप्रीत बादल कहते हैं, वो समय याद करें जब बैंकों में कंप्यूटर लगने थे, तो बड़ी हड़तालें हुईं, लेकिन क्या कोई आज बैंक को कंप्यूटर के बगैर चलाने की कल्पना कर सकता है। जीएसटी नया सिस्टम है। लोगों में घबराहट होना सहज है। जब नई दुल्हन ससुराल जाती है, तो उसे भी घबराहट होती है। धीरे-धीरे सब ठीक हो जाता है। उद्योग व व्यापार जगत में नई टैक्स प्रणाली को लेकर जो असमंजस है, वह जल्द दूर हो जाएगी।
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