पंजाब में बारिश से मौसम हुआ सुहाना, मकानों की छतें गिरने से चार की मौत
पंजाब में बुधवार को बारिश ने गर्मी से बड़ी राहत दी है। राज्य के अधिकतर जगहों पर तड़के से बारिश हुई। दूसरी ओर, मोगा जिले में दो मकानों की छतें गिरने से चार लोगों की मौत हाे गई।
जेएनएन, चंडीगढ़। पंजाब में देर रात आैर बुधवार सुबह से हो रही बारिश ने माैसम को खुशगवार बना दिया है। पिछले कई दिनों से भीषण गर्मी से लोगों काे भारी राहत मिली है। चंडीगढ़, मोगा, जालंधर और लुधियाना सहित राज्य के अधिकतर हिस्सों में बारिश हुई है। बारिश का पानी सड़कों और गलियाें में जमा हो गया है। मोगा जिले में दो मकानों की छत गिर जाने से चार लोगों की मौत हो गई और चार घायल हो गए।
राज्य के अध्ाितकर हिस्से में बुधवार तड़के से बारिश हो रही है। तड़के आंधी और तेज हवा के साथ बारिश शुरू हो गई। इससे तापमान में भारी गिरावट आई आैर भीषण गर्मी से परेशान लोगों को राहत मिली। आंधी के कारण कई जगहों पर पेड़ और बिजली के खंभे भी उखड़ गए। इससे इन जगहों पर बिजली आपूर्ति भी बाधित हुई।
मोगा में सड़क पर भरा बारिश का पानी।
शहरों में सड़कों पर पानी भर गया। मोगा में मलोट जा रही एक बस अंडरब्रिज के नीचे पानी में फंस गई। बस में पानी भर गया। इसके बाद फायर ब्रिगेड के कर्मचरियों ने बस में सवार 40 यात्रियों को बाहर निकाला। शहर की कई प्रमुख सड़कों पर पानी भर जाने से लोगों को परेशानी हो रही है।
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मोगा जिले के निहालसिंह वाला क्षेत्र के पत्तोहीरा सिंह गांव में एक मकान की छत गिर गई। इससे एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई। मरने वालों में पाल कौर (52 वर्ष), गुरप्रीत सिंह (23) और तीन साल की सुमन शामिल हैं। गुरप्रीत गांव में आरएमपी डाक्टर का काम करता था। सुमन गर्मी की छुट्टियाें में ननिहाल आई थी। सुमन की बड़ी बहन छह साल की कमलजीत कौर गंभीर रूप से घायल हो गई। उसे फरीदकोट मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। गांव में इस घटना के बाद मातम छाया है।
इसके अलावा, मोगा के बैदी नगर में बारिश के कारण एक मकान की छत गिर गई। इससे एक व्यक्ति की मौत हो गई और तीन लोग घायल हो गए। घायलाें को इलाज के लिए अस्पताल में दाखिल कराया गया है।
मोगा में सड़क पर भरा बारिश का पानी।
चंडीगढ़ में भी तड़के से बारिश हो रही है। पहले आंधी आई और इसके आद झमाझम बारिश शुरू हो गई। इससे भीषण गर्मी से राहत मिली। शहर की सड़कों और विभिन्न इलाकाें में सड़कों व पार्कों में पानी भर गया। बारिश से सबसे अधिक सुखना लेक को राहत मिलने की उम्मीद जगी है। सुखना झील लगातार सूख रही थी और बारिश से उसे नया जीवन मिलने की उम्मीद है।
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