सोशल मीडिया पर घटी कैप्टन और सुखबीर की सक्रियता
विधानसभा चुनाव के दौरान कई बार कैप्टन अमरिंदर सिंह व सुखबीर बादल आमने-सामने होते थे, लेकिन चुनाव खत्म होते ही दोनों की सोशल मीडिया पर सक्रियता घट गई ह ...और पढ़ें

जेएनएन, चंडीगढ़। चुनाव के दौरान सोशल मीडिया की पावर का प्रयोग करने के लिए पंजाब में राजनीतिक होड़ लगी रहती थी। अक्सर कैप्टन अमरिंदर सिंह और अरविंद केजरीवाल एक दूसरे पर हावी होने के लिए ट्विटर पर आमने-सामने आ जाते थे। वहीं सुखबीर बादल भी निरंतर सक्रिय रहते थे, लेकिन दो माह में सब कुछ बदल गया है। रोजाना अपडेट होने वाले फेसबुक और ट्विटर अकाउंट पर कैप्टन और सुखबीर अब कम ही नजर आते हैं।
मुख्यमंत्री बनने के बाद जहां कैप्टन अमरिंदर सिंह कभी कभार ही ट्वीट करते हैं, जबकि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ रोजाना दर्जनों ट्वीट करते हैं। योगी आदित्यनाथ तो अपनी हर मीटिंग की जानकारी ट्विटर पर देते रहते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस मामले में काफी आगे हैं। महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर व उनकी पत्नी अंजली के साथ मुलाकात की जानकारी सबसे पहले ट्विटर के जरिये खुद प्रधानमंत्री ने दी। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह भी नियमित रूप से ट्विटर अकाउंट को हैंडल करते रहते हैं।
कभी कभार ही करते हैं अपडेट
पंजाब में विधानसभा चुनाव के दौरान सोशल मीडिया के लिए अलग सेल बनाकर लोगों से जुडऩे का दावा करने वाले नेता चुनाव खत्म होने के बाद अब सोशल मीडिया पर कम ही दिखाई देते हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह की फेसबुक को अपडेट हुए लंबा समय बीत जाता है। एक दिन पहले ही उन्होंने रेत खड्डों की बोली 1026 करोड़ रुपये में किए जाने की जानकारी फेसबुक पर अपडेट की थी।
सुखबीर बादल की फेसबुक तो कई दिनों से अपडेट ही नहीं हुई। सुखबीर बादल ने 20 मई को मोगा के सरपंच की ओर से अपनी दाढ़ी काट कर डीसी के दफ्तर के बाहर बांधने पर ट्वीट किया था। उससे पहले 17 मई को कुलभूषण यादव के मामले में ट्वीट किया था। इस बीच भाजपा के प्रदेश प्रधान विजय सांपला जरूर नियमित रूप से ट्विटर अकाउंट हैंडल करते हैं। बहरहाल चुनाव खत्म होने के बाद पंजाब के बड़े नेताओं में सोशल मीडिया के प्रति झुकाव में कमी आई है।

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