महज 200 रुपये रोज कमाने वाले टैक्सी ड्राइवर के खाते में आ गए 10 अरब
टैक्सी ड्राइवर के मोबाइल पर अचानक मैसेज आया कि उसके खाते में 98,05,95,15,12,757 रुपये जमा हो गए हैं। बैंक ने इसे मिस्टेक बताया। आयकर विभाग ने बैंक में ...और पढ़ें

बरनाला [हेमंत राजू]। तर्कशील चौक निवासी एक टैक्सी ड्राइवर के जन-धन खाते में 4 नवंबर को अचानक 98 खरब रुपये जमा हो गए। मोबाइल पर मैसेज आने के बाद टैक्सी ड्राइवर बैंक मैनेजर के पास गया तो मैनेजर ने उसकी पासबुक अपने पास रखकर वापस भेज दिया और तीन दिन बाद नई पासबुक दे दी। जब ये मामला शांत हुआ तो 19 नवंबर को टैक्सी ड्राइवर के खाते में दोबारा करीब 10 अरब रुपये फिर आ गए। टैक्सी ड्राइवर ने इसकी सूचना आयकर विभाग को दी और सोमवार शाम को आयकर विभाग की दो टीमों ने बरनाला स्थित स्टेट बैंक ऑफ पटियाला की दोनों ब्रांचों में छापामारी कर दी। रात 11 बजे के बाद भी आयकर विभाग के अधिकारियों की जांच जारी थी।
टैक्सी ड्राइवर बलविंदर सिंह टैक्सी चालक है। वह स्टेट बैंक ऑफ पटियाला की एसडी कॉलेज स्थित ब्रांच से हर रोज अपनी टैक्सी में कैश शहर में ही बैंक की मुख्य ब्रांच तक ले जाता था। इस काम के उसे प्रतिदिन 200 रुपये मिलते थे जिसे बैंक उसके जन-धन खाते में रोज जमा कर देता था। 4 नवंबर को उसके मोबाइल पर उसके खाते में
जब वह दोबारा बैंक मैनेजर के पास गया तो उसे फिर लारा लगाकर वापस भेज दिया। पैसों का मैसेज देखकर वह आश्चर्यचकित रह गया। हालांकि बैंक मैनेजर ने इसे क्लेरिकल मिस्टेक बताई।
टैक्सी ड्राइवर बलविंदर सिंह ने बताया कि स्टेट बैंक ऑफ पटियाला की एसडी कॉलेज बरनाला शाखा में उसका सेविंग खाता है। यह खाता उसने जन-धन योजना में कनवर्ट करवा लिया था। चार नवंबर को उसके मोबाइल पर मैसेज आया कि उसके खाते में 98,05,95,15,12,757 रुपये जमा हो गए हैं। जब वह अगले दिन बैंक गया तो मैनेजर रविंदर कुमार ने उसकी पासबुक अपने पास रख ली और 7 नवंबर को नई पासबुक दे दी।
मामला शांत हुआ ही था कि 19 नवंबर को फिर से उसके खाते में 9999997486.19 रुपये जमा हो गए। इस बार वह फिर बैंक मैनेजर रविंदर कुमार के पास गया और फिर से इतने पैसे खाते में आने की बात कही। इस बार मैनेजर ने उसे डांटा और उसकी टैक्सी की सेवाएं भी बैंक के लिए बंद कर दी। इस पर बलविंदर ने आयकर विभाग और बैंक की बरनाला स्थित मुख्य ब्रांच को इस बारे में पत्र लिखकर पूरी सूचना दे दी। बैंक मैनेजर रविंदर कुमार का कहना है कि टैक्सी ड्राइवर के खाते में गलत एंट्री से पैसा चला गया था। बैंक की गलती को सुधार लिया गया है। गलती करने वाले कर्मचारी को नोटिस भेजा गया है।
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बैंक की दूसरी ब्रांच ने किए थे पैसे ट्रांसफर
मामला सामने आने के बाद छानबीन में पता चला है कि टैक्सी ड्राइवर के खाते में पैसा उस ब्रांच ने नहीं डाले जिसमें उसका खाता था बल्कि बैंक की डीसी काम्पलेक्स स्थित दूसरी ब्रांच ने ट्रांसफर किए थे। यही बात आयकर विभाग के लिए पहेली बनी हुई है कि किसी दूसरी ब्रांच ने पैसा क्यों ट्रांसफर किया। एक बार तो गलती हुई लेकिन 19 नवंबर को फिर से पैसा ट्रांसफर किया गया।
दोनों शाखाओं में दबिश, देर रात तक रिकॉर्ड की जांच
टैक्सी ड्राइवर बलविंदर का पत्र मिलने के बाद सोमवार देर शाम आयकर की टीम ने अतिरिक्त आयकर आयुक्त हरजिंदर सिंह की अगुवाई में बैंक की दोनों ब्रांचों में छापामारी की। पहले एसडी कॉलेज बरनाला ब्रांच में रिकॉर्ड खंगाला और बाद में डीसी काम्पलेक्स स्थित ब्रांच में दबिश दी। दोनों ब्रांचों के मैनेजर रविंदर कुमार और विश्वजीत आयकर विभाग के अधिकारियों के साथ ही बैंक में मौजूद थे। इस दौरान टैक्सी ड्राइवर भी बैंक में ही मौजूद रहा।
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रात 10 बजे पटियाला से आयकर आयुक्त भी बरनाला पहुंचे
आयकर विभाग की टीम में आईटीओ बरनाला कमल किशोर और सरोज बाला, इंस्पेक्टर अमरजीत छिप्पल शामिल हैं। आयकर टीम ने रिकार्ड जब्त कर लिया है और कंप्यूटर सील कर दिया। छापामारी के दौरान रात करीब 10 बजे पटियाला से आयकर विभाग के आयुक्त और सहायक आयुक्त भी बरनाला पहुंच गए।

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