हरि मंदिर साहिब की शोभा होगी न्यारी, लगेगा एशिया का सबसे बड़ा LED स्क्रीन
गुरु नगरी अमृतसर में श्री हरि मंदिर साहिब की शोभा और न्यारी होगी। श्री हरि मंदिर साहिब और इसके आसपास के इलाके का सौंदर्यीकरण के संग यहां विशाल एलईडी स्क्रीनें लगेंगी।
अमृतसर, [धीरज कुमार झा]। श्री हरिमंदिर साहिब जाने वाला रास्ता अब आध्यात्मिकता के रंग में रंगा नजर आएगा। यहां एशिया की सबसे बड़ी एलइडी स्क्रीन लगेगी और इसके माध्यम से श्री गुरुग्रंथ साहिब जी की बाणी, दशम पिता गुरु गोबिंद सिंह, छोटे व बड़े साहिबजादों के जीवन के अलावा सिख इतिहास की श्रद्धालुओं को जानकारी दी जाएगी।
सात हजार वर्ग फीट के चार एलईडी स्क्रीन श्री हरिमंदिर साहिब के पांच सौ मीटर के रास्ते में लगेंगी
करीब 200 करोड़ की लागत से श्री हरिमंदिर साहिब के आसपास के पांच सौ मीटर रास्ते के सौंदर्यीकरण का काम पूरा हो चुका है। सारागढ़ी पार्किंग के पास सात हजार वर्ग फीट साइज वाली एलइडी स्क्रीन लगाई जाएगी। यह एशिया की सबसे बड़ी स्क्रीन होगी। इस तरह की चार एलईडी स्क्रीन लगाई जानी हैं।
पढ़ें : छोटेपुर के 'आप' छोड़ने से पार्टी को फायदा ही हुआ : भगवंत मान
हॉल गेट से लेकर टाउन हाल और टाउन हाल से लेकर श्री हरिमंदिर साहिब तक सौंदर्यीकरण का काम मुकम्मल हो चुका है। दो सौ से अधिक इमारतों को विरासती रंग-रूप दिया जा चुका है। विरासती इमारत को संरक्षित किया गया है। टाउन हाल में पार्टीशन म्यूजियम भी बनकर तैयार है। इसके रेस्टोरेशन का काम पूरा हो चुका है। इसमें भारत-पाक के बंटवारे के दर्द के अलावा एंग्लो-सिख वार की जानकारी सैलानियों को दी जाएगी।
पढ़ें : सिद्धू के डीएनए में है कांग्रेस, पार्टी में हो सकते हैं शामिल : अमरिंदर
चौक फव्वारा पर सात स्टोरी महाराजा रंजीत सिंह का बुत भी बनकर तैयार है। टाउन हाल चौराहे पर बाबा साहब की प्रतिमा स्थापित की जा चुकी है। उनके हाथ में भारतीय संविधान है। जलियांवाला बाग के बाहर शहीदों की याद में भी एक प्रतिमा बनाई गई है।
चौक फव्वारा से गुरुघर तक नो ट्रैफिक जोन : सोनाली
निगम कमिश्नर सोनाली गिरि ने बताया कि चौक फव्वारा से श्री हरिमंदिर साहिब तक नो ट्रैफिक जोन होगा। चौक फव्वारा से श्री हरिमंदिर साहिब तक पेडेस्ट्रियन होगा। यह 'वन पाथ वे' होगा जो कि घी मंडी से कटड़ा आहलूवालिया तक जाएगा। 25 अक्टूबर को राज्य स्तरीय समागम का आयोजन किया जा रहा है। 270 डिग्री का स्टेज बनाया जाएगा। इसमें सिख इतिहास को दर्शाया जाएगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।