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    नॉर्थ कोरिया के हाइड्रोजन बम परीक्षण पर UNSC की आपात बैठक, लगेंगे नए प्रतिबंध

    By Rajesh KumarEdited By:
    Updated: Thu, 07 Jan 2016 08:35 AM (IST)

    उत्तर कोरिया द्वारा हाइड्रोजन बम परीक्षण से दुनिया में हलचल है। यूएन के महासचिव बान की मून ने इसे अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बताया। सुरक्षा परिषद ने साफ कर दिया है कि अगर विशेषज्ञ परीक्षण की पुष्टि करते हैं तो उत्तर कोरिया पर नए प्रतिबंध लगेंगे

    सियोल। उत्तर कोरिया द्वारा हाइड्रोजन बम के परीक्षण के बाद पूरी दुनिया में हलचल है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने आपात बैठक बुलाई है। यदि अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ उत्तर कोरिया के परीक्षण के दावे की पुष्टि कर देते हैं तो उसके खिलाफ नए प्रतिबंध लगेंगे। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून ने कहा कि उत्तर कोरिया का ये कदम विश्व शांति के लिए खतरा है। चीन सहित 15 सदस्यीय परिषद ने उत्तर कोरिया द्वारा किये गए परमाणु परीक्षण से बने ‘‘गंभीर’’ हालात से निपटने के लिए तुरंत मशविरा किया। परिषद के सदस्यों ने कहा था कि अगर प्योंगयोंग परमाणु परीक्षण कर संयुक्त राष्ट्र प्रस्ताव का उल्लंघन करेगा तो आगे और बड़ा कदम उठाया जाएगा ।

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    भारत ने की निंदा

    भारत समेत पूरी दुनिया ने एकजुट होकर इसकी निंदा की है। 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद ने 2006 में उत्तर कोरिया के पहले परमाणु परीक्षण के बाद से ही उसके खिलाफ प्रतिबंध लगा रखे हैं।

    उत्तर कोरिया ने बुधवार को अपने पहले हाइड्रोजन बम का सफलतापूवर्क परीक्षण किया था । सुबह 10 बजे (स्थानीय समय के मुताबिक) पुंग्ये री में यह परीक्षण किया गया। इससे परीक्षण स्थल के 40 किमी के दायरे में 5.1 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया। हालांकि अमेरिका ने उत्तर कोरिया के दावे को खारिज कर दिया था। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जोश अर्नेस्ट ने कहा कि शुरूआती विश्लेषण उत्तर कोरिया के हाइड्रोजन बम विस्फोट के उत्तर कोरिया के दावे से मेल नहीं खाता है।


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    यह परीक्षण उत्तर कोरियाई शासक किम जोंग उन के जन्मदिन से दो दिन पहले किया गया। सरकारी टेलीविजन पर इसकी घोषणा करते हुए बताया गया कि इससे उत्तर कोरिया उच्च परमाणु क्षमता वाले देशों की श्रेणी में शामिल हो गया है। परीक्षण की घोषणा के बाद दक्षिण कोरिया और जापान के बाजार में गिरावट भी देखने को मिली।

    गौरतलब है कि परमाणु बम के मुकाबले हाइड्रोजन बम ज्यादा शक्तिशाली होता है। इसे बनाना भी परमाणु बम से ज्यादा कठिन है। 2003 में परमाणु कार्यक्रम की घोषणा करने वाला उत्तर कोरिया 2006, 2009 और 2013 में भूमिगत परमाणु परीक्षण कर चुका है। ये सारे परीक्षण पुंग्ये री में ही किए गए हैं।

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    पाकिस्तान से मदद

    कुछ खबरों में बताया गया है कि परीक्षण के लिए गैस सेंट्रीफ्यूज और अधिकतर मशीनरी की डिजाइनें उत्तर कोरिया को पाकिस्तान से मिली हैं। इसके बदले में उसने पाक को बैलिस्टिक मिसाइलों के कलपुर्जे दिए हैं। कुछ विशेषज्ञों ने ईरान से मदद मिलने की भी आशंका जताई है।