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    227 साल में प्रत्याशी बनने वाली पहली महिला बनीं हिलेरी, 8 नवंबर को ट्रंप से मुकाबला

    By anand rajEdited By:
    Updated: Wed, 27 Jul 2016 11:54 PM (IST)

    अमेरिका ने अब तक 44 राष्ट्रपति देखे हैं, लेकिन इस पद के मुख्य मुकाबले में पहली बार कोई महिला चुनौती पेश करेगी।

    फिलाडेल्फिया, (प्रेट्र)। अमेरिका के 227 साल के राजनीतिक इतिहास में जो कोई न कर पाया वह हिलेरी क्लिंटन ने कर दिखाया। मंगलवार देर रात डेमोक्रेटिक पार्टी ने उन्हें आधिकारिक रूप से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया। इसके साथ ही पहली महिला उम्मीदवार बनकर उन्होंने इतिहास रच दिया।

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    अमेरिका ने अब तक 44 राष्ट्रपति देखे हैं, लेकिन इस पद के मुख्य मुकाबले में पहली बार कोई महिला चुनौती पेश करेगी। आठ नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में हिलेरी का मुकाबला रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रंप से होगा। यदि वे जीतीं तो शीर्ष पद पर पहुंचने वाली और कमांडर इन चीफ बनने वाली पहली महिला होंगी।

    डेमोक्रेटिक सम्मेलन के दूसरे दिन 4,764 प्रतिनिधियों ने बहुमत से विदेश मंत्री, प्रथम महिला और सीनेटर रह चुकीं 68 वर्षीय हिलेरी को उम्मीदवार चुना। इसके बाद न्यूयॉर्क से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा,'आपने मुझे अतुलनीय सम्मान दिया है। मुझे भरोसा नहीं हो रहा कि मुझे इतनी बड़ी सफलता मिली है।' गुरुवार को उम्मीदवारी स्वीकार करते हुए वे सम्मेलन को संबोधित करेंगी।

    उन्होंने पिछले हफ्ते वर्जीनिया के सीनेटर टिम केन को उपराष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार चुना था। गौरतलब है कि आकर्षक व्यक्तित्व वाले और विवादों में घिरे रहने वाले हिलेरी के पति बिल क्लिंटन 1993 से 2001 तक अमेरिका के राष्ट्रपति रहे थे। उस दौरान प्रथम महिला के तौर पर उन्होंने स्वास्थ्य देखभाल और महिला अधिकारों के लिए कई अहम पहल की थी।

    उम्मीदवारी के बाद शुरुआती दो ट्वीट

    • यह पल हर उस छोटी लड़की के लिए है जो बड़े सपने देखती है। हमने इतिहास रच दिया।
    • हम एकजुट होकर और मजबूत होंगे।
    ऐसे बना इतिहास

    • सीनेट में चयनित होने वाली पहली डेमोक्रेटिक महिला और विनियोग मामलों की सीनेट की शक्तिशाली समिति की पहली महिला अध्यक्ष बारबरा ए मिकुलस्की ने हिलेरी के नामांकन का प्रस्ताव रखा।
    • नागरिक अधिकारों के दिग्गज नेता एवं कांग्रेस सदस्य जॉन लेविस ने इसका समर्थन किया।
    • प्राइमरी चुनावों में हिलेरी के प्रतिद्वंद्वी रहे बर्नी सैंडर्स ने अपने गृह राज्य वारमोंट की बारी आने पर गहरे मतभेदों से जूझ रही पार्टी के लिए एकता का अहम संदेश दिया।
    • उन्होंने सर्वसम्मति से नामांकन का रास्ता साफ करने के लिए नियमों के निलंबन की अपील की।
    भारत से संबंधों की मजबूत पैरोकार

    1. स्वच्छ ऊर्जा का समर्थन करने वाली हिलेरी भारत-अमेरिकी संबंधों की मजबूत समर्थक मानी जाती हैं। न्यूयॉर्क की सेनेटर के तौर पर सीनेट इंडिया कॉकस की शुरुआत करने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी। वह इसकी संस्थापक सह अध्यक्ष थीं। यह किसी देश विशेष का एकमात्र सीनेट कॉकस है।
    2. जनवरी 2009 में विदेश मंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण करने के बाद वार्षिक भारत-अमेरिकी रणनीतिक वार्ता शुरू करने में अहम भूमिका निभाई। यूएसएआइडी प्रमुख के तौर पर राज शाह और सहायक विदेश मंत्री के तौर पर रिचर्ड वर्मा जैसे भारतवंशियों को मंत्रालय में नियुक्त किया। वर्मा अब भारत में अमेरिका के राजदूत हैं।
    3. चुनाव प्रचार मुहिम में भी अहम पदों पर कई भारतीय-अमेरिकी हैं। इनमें हुमा अबेदीन, नीरा टंडन, शेफाली राजदान दुग्गल और अदिति हार्दिकर शामिल हैं।
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