Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    आइएस के खिलाफ अमेरिका व इराक करेंगे जमीनी कार्रवाई

    By Sanjay BhardwajEdited By:
    Updated: Fri, 20 Feb 2015 06:04 PM (IST)

    एक अप्रत्याशित कदम के तहत अमेरिका ने इराकी सेना और कुर्द लड़ाकों के साथ मिलकर इस्लामिक स्टेट (आइएस) को देश के दूसरे बड़े शहर मोसुल से खदेड़ने के लिए जमीनी कार्रवाई शुरू करने की योजना बनाई है। अमेरिकी सेंट्रल कमान (सेंटकॉम) के एक अधिकारी की माने तो यह अभियान अप्रैल

    वाशिंगटन। एक अप्रत्याशित कदम के तहत अमेरिका ने इराकी सेना और कुर्द लड़ाकों के साथ मिलकर इस्लामिक स्टेट (आइएस) को देश के दूसरे बड़े शहर मोसुल से खदेड़ने के लिए जमीनी कार्रवाई शुरू करने की योजना बनाई है। अमेरिकी सेंट्रल कमान (सेंटकॉम) के एक अधिकारी की माने तो यह अभियान अप्रैल या मई में शुरू किया जा सकता है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सेंटकॉम के अधिकारियों के मुताबिक इस अभियान में इराकी सेना के पांच ब्रिगेड हिस्सा लेंगे जिन्हें अमेरिकी विशेषज्ञ प्रशिक्षित करेगा। कुर्द लड़ाकों के पांच ब्रिगेड भी इसमें हिस्सा लेंगे। इस पूरे अभियान में कुल मिलाकर 20 से 25 हजार जवान हिस्सा लेंगे।

    विशेषज्ञों का मानना है कि मोसुल में फिलहाल एक से दो हजार आइएस आतंकी मौजूद हैं। सेंटकॉम के एक अधिकारी ने कहा, 'मोसुल अभियान के तहत इस शहर को अलग-थलग करने का काम जारी है। इसमें हिस्सा लेने वाले जवानों की तैयारियां भी जारी हैं। हमलोग अप्रैल-मई की समय-सीमा के बारे में सोच रहे हैं।

    इस अवधि में अभियान शुरू करने के लिए इराकी सहयोगियों से बातचीत चल रही है, क्योंकि इसके बाद रमजान का पवित्र महीना प्रारंभ हो जाएगा। इसके अलावा गर्मी भी पड़ने लगेगी जिससे हम सबको परेशानी होगी।' अमेरिका के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने स्वीकार किया कि इतने कम समय में मोसुल को आइएस के चंगुल से मुक्त कराना आसान नहीं होगा।

    पढ़ें : बंधकों की हत्या के बाद मिस्त्र ने आइएस ठिकानों पर बरसाए बम

    पढ़ें : आइएस आतंकियों ने 40 को जिंदा जलाया

    इराकी सेना ने बगदादी को नहीं किया था भर्ती

    बर्लिन। आइएस का मुखिया अबू बक्र अल-बगदादी इराकी सेना में जाना चाहता था, लेकिन लंबाई कम होने की वजह से उसे भर्ती नहीं किया गया था। बगदादी के गृह शहर समारा में उसके पड़ोसियों से जुटाई गई जानकारी से इसका खुलासा हुआ है।

    ब्रिटिश अखबार में छपी खबर के मुताबिक मैट्रिक में बगदादी को इतना कम अंक आया था कि बगदाद विश्वविद्यालय ने कानून की पढ़ाई के लिए दिए गए उसके आवेदन को ठुकरा दिया था। वर्ष 1999 में उसने इस्लामिक अध्ययन में पीएचडी की डिग्री ली, जिससे आइएस प्रमुख बनने में उसे काफी मदद मिली थी। बगदादी के पड़ोसियों का कहना है कि आइएस आतंकियों ने उसके बचपन के कई दोस्तों की हत्या कर दी। बगदादी पर 62 करोड़ रुपये का इनाम घोषित है।

    अमेरिकी किशोर आइएस में जाने का दोषी

    वाशिंगटन। अमेरिकी जांच एजेंसियों ने एक किशोर को आइएस में शामिल होने का दोषी पाया है। उसकी पहचान हमजा अहमद (19) के तौर पर की गई है। अटॉर्नी जनरल एम लुगर ने बताया कि हमजा ट्विन सिटी मिन्नेपोलिस का चौथा व्यक्ति है जिसे आइएस ज्वाइन करने के मामले में दोषी पाया गया है। हमजा नवंबर में तीन अन्य सहयोगियों के साथ न्यूयॉर्क से इस्तांबुल जाने की फिराक में था।