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    वाह! एक बार फिर समुद्र में लौटगा टायटेनिक, चीन में हो रहा है तैयार

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    Updated: Mon, 13 Jan 2014 07:30 PM (IST)

    टायटेनिक जहाज को देखने का सपना हर व्यक्ति का है और अब यह सपना चीन पूरा करने जा रहा है। अपनी दुर्भाग्यपूर्ण शुरुआत के कारण सफर पूरा न करने वाले टाइटेनिक को उसके मुकाम तक पहुंचाने का जिम्मा अब चीन ने लिया है। चीन टाइटेनिक की रैपलिका (प्रतिकृति) बना रहा है जिसे चाइनीज थीम पार्क में देखा जा सकता है।

    हांगकांग। टायटेनिक जहाज को देखने का सपना हर व्यक्ति का है और अब यह सपना चीन पूरा करने जा रहा है। अपनी दुर्भाग्यपूर्ण शुरुआत के कारण सफर पूरा न करने वाले टाइटेनिक को उसके मुकाम तक पहुंचाने का जिम्मा अब चीन ने लिया है। चीन टाइटेनिक की रैपलिका (प्रतिकृति) बना रहा है जिसे चाइनीज थीम पार्क में देखा जा सकता है। इसे उसी मार्ग पर चलेगी जहां दुर्घटनाग्रस्त हुई पहली टाइटेनिक को जाना था, ताकि लोगों को 1912 में हुए इस दुर्घटना का अनुभव हो सके।

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    दरअसल चीन के नानजिंग मे स्थित जिनलिंग शिपयार्ड ने एक अरबपति आस्ट्रेलियाई कारोबारी क्लाइव पाल्मर से एक समझौता किया है जिसके तहत वे दोनो मिलकर ऐतिहासिक टाइटेनिक की प्रतिकृति का निर्माण करेगे जो सिर्फ एक मॉडल नहीं होगा। यह प्रतिकृति 2016 तक तैयार हो जायेगी। यह पुरानी टाइटेनिक की तरह समुद्री सफर के काबिल होगी और उसकी अधूरी यात्रा को पूरा करेगी।

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    शिपयार्ड का कहना है कि इस जहाज की लागत 1 अरब येन (1.65 करोड़ डॉलर) है इसे सिचुआन के मध्य प्रांत के करीबी समुद्र से कम से कम 1,500 किमी दूर बनाया जा रहा है। सैवन स्टार एनर्जी इंवेस्टमेंट ग्रुप ने मुख्य कार्यकारी सू शाओजून ने कहा कि एशिया के पास अपना टायटेनिक म्यूजियम होना चाहिए। उन्होंने कहा, 'हमारा मानना है कि टायटेनिक की भावनाओं को फैसला जरूरी है। टायटेनिक में सार्वभौमिक प्रेम और भावना दर्शाया गया है।'

    2016 में शुरू होगा टाइटेनिक दो का सफर

    उन्होंने कहा कि जब टायटेनिक बर्फ के टुकड़े से टकराया था तो वह पूरी तरह से हिल गया था। सू ने कहा कि लोगों को ऐसा अनुभव होना चाहिए कि पानी उनके करीब आ रहा है। इसके लिए साउंड और लाइट इफेक्ट का इस्तेमाल किया जाएगा। लोगों को लगेगा कि वह पानी मं डूब रहे हैं, मुझे इससे बचकर बाहर निकलना है।

    हालीवुड निर्देशक स्टीवन स्पिलवर्ग की फिल्म टाइटेनिक की वजह से दुनिया को इस त्रासदपूर्ण घटना की विस्तृत जानकारी मिली थी। अटलांटिक महासागर मे एक हिमखंड से टकराकर टाइटेनिक ध्वस्त हो गया था। इस हादसे मे 200 से अधिक लोग मारे गये थे और 1500 से अधिक लापता हो गये थे।

    टाइटेनिक की तरह बनाया जाने वाला यह आलीशान जहाज 270 मीटर लंबा, 53 मीटर ऊंचा होगा और इसके नौ मंजिलो पर कुल 840 कमरे बनाये जायेगे। इस पर 2400 यात्री और चालक दल के 900 सदस्य एक साथ सफर पर निकलेगे।टाइटेनिक की प्रतिकृति का डिजाइन पूरी तरह असली टाइटेनिक जैसा है। इस डिजाइन को नार्वे की डेल्टामार्टिन कंपनी सहित अन्य प्रसिद्ध कंपनियां बना रही है।

    चीनी शिपयार्ड के निदेशक जी बिआओ के मुताबिक असली टाइटेनिक के भव्य भोजनकक्ष की नकल बनाना बेहद मुश्किल है लेकिन जिनलिंग ने अपने 60 साल के इतिहास मे कई तरह के उच्चस्तरीय जहाजो का निर्माण किया है। टाइटेनिक की इस प्रतिकृति के निर्माण के पहले ही शिपयार्ड को दुनिया के कोने कोने से अग्रमि पंजीकरण के लिए आवेदन आने लगे हैं।

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