सोलर इंपल्स-2 ने रचा इतिहास, बिना ईंधन के पूरा किया दुनिया का चक्कर
सोलर इंपल्स-2 विमान ने बिना ईंधन के दुनिया का पूरा चक्कर लगाकर इतिहास रच दिया है।
अबु धाबी, (एएफपी)। सौर ऊर्जा से संचालित विमान सोलर इंपल्स-2 की ऐतिहासिक यात्रा पूरी हो गई है। ईंधन के एक बूंद के बिना दुनिया का पूरा चक्कर लगाने वाला ये पहला विमान बन गया है। यह विमान स्वच्छ ईधन का संदेश लेकर पिछले साल दुनिया के सफर पर निकला था। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव मून ने इस उपलब्धि के लिए विमान के पायलट को बधाई दी है।
विमान मंगलवार तड़के 4.05 बजे संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी अबु धाबी में उतरा। उसे मिस्र की राजधानी काइरो से यहां पहुंचने में 48 घंटे से ज्यादा लगे। इसने पिछले साल नौ मार्च को अबु धाबी से ही अपना सफर शुरू किया था। विमान के यहां के अल-बातीन एयरपोर्ट पर उतरने पर स्विस पायलट बर्टेड पिकार्ड का बड़ी गर्मजोशी से स्वागत किया गया। वह 2,763 किमी के सफर के दौरान लाल सागर, सऊदी के रेगिस्तान और खाड़ी को पार करते हुए काइरो से अबु धाबी पहुंचे। पिकार्ड ने कहा, 'सोलर इंपल्स ने ऊर्जा के इतिहास में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। अब हमारे पास पर्याप्त समाधान और तकनीक है। हमें दुनिया में प्रदूषण कभी स्वीकार नहीं करना चाहिए।'
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42 हजार किमी का था सफर
सोलर इंपल्स-2 ने 42 हजार किमी की यात्रा की। इस दौरान वह चार महाद्वीपों एशिया, उत्तरी अमेरिका, यूरोप और उत्तरी अफ्रीका के अलावा दो महासागरों, तीन समुद्र से होकर गुजरा। उसने इस सफर को 16 महीने में पूरा किया।
विमान में 17 हजार सौर बैट्रियां
विमान के डैनों में 17 हजार से ज्यादा सौर बैट्रियां लगी हुई हैं। सूर्य की रोशनी में ये ऊर्जा संग्रह करती हैं। इस विमान का वजन कार से ज्यादा नहीं है। इसके डैने बोइंग-747 से भी बड़े हैं। इसकी औसत गति 80 किमी प्रति घंटा है।