नहीं रहे आधुनिक सिंगापुर के जनक ली कुआन
आधुनिक सिंगापुर के जनक व देश के पहले प्रधानमंत्री ली कुआन यू (91) का रविवार सुबह निधन हो गया। निमोनिया से गंभीर रूप से पीड़ित ली पांच फरवरी से ही आइसीयू में थे। सिंगापुर में सात दिनों का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व
सिंगापुर। आधुनिक सिंगापुर के जनक व देश के पहले प्रधानमंत्री ली कुआन यू (91) का रविवार सुबह निधन हो गया। निमोनिया से गंभीर रूप से पीड़ित ली पांच फरवरी से ही आइसीयू में थे। सिंगापुर में सात दिनों का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया समेत दुनियाभर के नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
ली के बेटे व सिंगापुर के मौजूदा प्रधानमंत्री ली हेन लूंग (जूनियर ली) ने टीवी पर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि वह (ली) हमारी स्वतंत्रता के लिए लड़े, एक ऐसे राष्ट्र का निर्माण किया, जहां कुछ भी नहीं था और हमें सिंगापुर वासी होने का गौरव दिलाया। हम उनके जैसा दूसरा व्यक्ति कभी नहीं देख पाएंगे। उनके शव को 25-28 मार्च तक संसद में रखा जाएगा और 29 मार्च को अंतिम संस्कार होगा।
16 सितंबर, 1923 में चीन के एक धनी परिवार में पैदा हुए ली कुआन सिंगापुर की संपन्नता के वास्तविक वास्तुकार माने जाते हैं। सिंगापुर की आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले ली 31 वर्षों तक देश के प्रधानमंत्री रहे। कैंब्रिज से कानून की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह राजनीति में सक्रिय हुए। ली कुआन की आर्थिक नीतियों की वजह से ही सिंगापुर विकसित देश बना।
पूरा विश्व एक बेमिसाल रणनीतिकार के तौर पर उनका लोहा मानता है। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि कुआन एक असाधारण व्यक्ति के तौर पर याद किए जाएंगे। वह एशियाई मामलों के महान रणनीतिकार थे।मलेशियाई प्रधानमंत्री नजीब रजाक ने कहा कि ली ने एक छोटे द्वीपीय शहर को आधुनिक राष्ट्र में बदल डाला।
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