दो साल बाद मिलेंगे पुतिन-ओबामा, मुद्दों पर मतभेद कायम
अगले हफ्ते अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा और उनके रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन के बीच न्यूयॉर्क में मुलाकात होगी।
वाशिंगटन । अगले हफ्ते अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा और उनके रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन के बीच न्यूयॉर्क में मुलाकात होगी। दो साल से ज्यादा समय के बाद यह मुलाकात होने जा रही है। हालांकि बैठक के समय और मुद्दों को लेकर दोनों देशों के बीच मतभेद अभी भी कायम है।
पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा है कि सोमवार की सुबह संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करने के बाद राष्ट्रपति अपने अमेरिकी समकक्ष से मिलेंगे। लेकिन, व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जोश अर्नेस्ट ने इसकी पुष्टि नहीं की है। अमेरिका दोनों नेताओं की मुलाकात में पूर्वी यूक्रेन में सक्रिय विद्रोहियों को रूस की मदद पर प्रमुखता से बात चाहता है। दूसरी ओर, रूस सीरिया में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) के खिलाफ लड़ाई में अपनी भूमिका पर चर्चा करना चाहता है। पेस्कोव ने बताया कि निश्चित तौर पर सीरिया बैठक का शीर्ष मुद्दा रहेगा।
किसकी पहल
यह मुलाकात किस पक्ष के पहल पर हो रही है इसको लेकर भी दोनों देशों की राय अलग-अलग है। रूस ने कहा है कि आपसी समझौते से यह बैठक हो रही है। लेकिन, अर्नेस्ट ने कहा है कि पुतिन के आग्रह पर यह मुलाकात हो रही है। उन्होंने कहा कि आर्थिक प्रतिबंधों से परेशान रूस बातचीत के लिए ज्यादा व्यग्र है। इससे पहले ओबामा और पुतिन जून 2013 में मिले थे।
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आइएस के खिलाफ बड़ी भूमिका चाहता है रूस
ईरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी ने कहा है कि सीरिया में आइएस के खिलाफ जारी जंग में रूस बड़ी भूमिका चाहता है। रुहानी के मुताबिक यह इच्छा खुद रूसी राष्ट्रपति ने उनके साथ बातचीत में जाहिर की। हालांकि रूस के साथ किसी तरह के गठबंधन से ईरानी राष्ट्रपति ने इन्कार किया है। गौरतलब है कि रूस ने सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद की सेना को हाल में काफी सैन्य मदद दी है। आइएस के खिलाफ अमेरिका के नेतृत्व वाले गठबंधन में जगह नहीं मिलने पर रूस अकेले ही सीरिया में आतंकी ठिकानों पर हवाई हमलों की योजना भी बना रहा है।
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