Move to Jagran APP

दक्षिण चीन सागर विवाद पर ओबामा ने चीन को घेरा

अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने शनिवार को आसियान देशों की बैठक में विभिन्न देशों से मानव निर्मित द्वीप और नहीं बनाने की अपील की। ओबामा ने चीन को निशाने पर लेते हुए कहा कि विवादों में घिरे दक्षिण चीन सागर में अपनी दावेदारी प्रबल करने के लिए देशों से सेना

By anand rajEdited By: Published: Sat, 21 Nov 2015 09:41 PM (IST)Updated: Sat, 21 Nov 2015 10:10 PM (IST)
दक्षिण चीन सागर विवाद पर ओबामा ने चीन को घेरा

क्वालालंपुर। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने शनिवार को आसियान देशों की बैठक में विभिन्न देशों से मानव निर्मित द्वीप और नहीं बनाने की अपील की। ओबामा ने चीन को निशाने पर लेते हुए कहा कि विवादों में घिरे दक्षिण चीन सागर में अपनी दावेदारी प्रबल करने के लिए देशों से सेना और न बढ़ाने की अपील की।

loksabha election banner

बराक ओबामा ने अमेरिका और दस दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों (आसियान) के संगठन के बीच हुई बैठक में शनिवार को कहा कि क्षेत्रीय स्थिरता की खातिर दक्षिण चीन सागर के विवादास्पद क्षेत्र के दावेदारों को अपनी दावेदारी छोड़नी चाहिए।

ओबामा ने आसियान से अपील की है कि वह दक्षिण चीन सागर विवाद को सुलझाने की कोई आचार संहिता बनाएं। ताकि विवादों का शांतिपूर्ण समाधान निकाला जा सके। साथ ही बेरोकटोक जहाजों की आवाजाही हो सके।

ये भी पढ़ेंः दक्षिण चीन सागर में फिर गश्त करेगा अमेरिकी युद्धपोत

चीन चाहता है एकाधिकार

आसियान के चार देश जो चीन के साथ विवाद में उलझे हैं वे हैं मलेशिया, ताइवान, फिलीपींस और वियतनाम।दरअसल चीन ने अपना विस्तार करने के लिए पूरे दक्षिण सागर पर अपना दावा ठोंक रखा है। इसलिए यह देश अपने विस्तार के लिए प्रयासरत हैं। दक्षिण चीन सागर पर अपने एकाधिकार के लिए चीन यहां कई मानव निर्मित द्वीप बना चुका है। वह यहां वायुसैनिक अड्डे और कई अन्य प्रतिष्ठानों का भी निर्माण करा रहा है। इतना ही नहीं इससे जैव विविधता से भरपूर इस क्षेत्र का विनाश शुरू हो गया है। खासकर मूंगे की चट्टानों को नुकसान पहुंचा है। इतना ही नहीं, इस जल मार्ग से 5 खरब डॉलर का व्यापार हर साल होता है। लिहाजा चीन कैसे भी करके इस क्षेत्र पर अपना प्रभुत्व चाहता है।

ये भी पढ़ेंः बंद करें बुजुर्ग कहना, अन्य नेताओं की तरह मैं बाल डाई नहीं करताः ओबामा


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.