दुनिया का सबसे शक्तिशाली राकेट बना रही नासा
स्पेस लांच सिस्टम (एसएलएस) की मदद से अंतरिक्ष यात्री मंगल ग्रह ही नहीं बल्कि सुदूर अंतरिक्ष अभियानों पर भी जा सकेंगे।
वाशिंगटन, आइएएनएस। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा दुनिया का सबसे शक्तिशाली राकेट बनाने के लिए बूस्टर का परीक्षण करने जा रही है। स्पेस लांच सिस्टम (एसएलएस) की मदद से अंतरिक्ष यात्री मंगल ग्रह ही नहीं बल्कि सुदूर अंतरिक्ष अभियानों पर भी जा सकेंगे।
बूस्टर का परीक्षण उटाह प्रांत के प्रामंटोरी में स्थित आर्बिटल एटीके प्रोपल्शन सिस्टम्स सेंटर से किया जाएगा। नासा को परीक्षण से बूस्टर के बारे में अहम आंकड़ें मिलेंगे। यह बूस्टर का अंतिम परीक्षण है। इसके बाद एसएलएस के साथ नासा के ओरियन स्पेसक्राफ्ट का पहला परीक्षण 2018 में किया जाएगा। इस स्पेसक्राफ्ट को एक्सप्लोरेशन मिशन-1 (ईएम-1) के नाम से जाना जाता है।
पढ़ेंः ब्रेस्ट कैंसर और बैक्टीरिया के बीच संबंध का पता चला
बूस्टर का पहला परीक्षण 2015 में किया गया था। 2018 में एसएलएस के साथ बगैर चालकदल वाले ओरियन स्पेसक्राफ्ट को चंद्रमा से परे स्थिर कक्षा में प्रक्षेपित किया जाएगा। इसके साथ ही 13 छोटे उपग्रह भी भेजे जाएंगे। इन उपग्रहों से भविष्य के लिए मंगल और सुदूर अंतरिक्ष के मानव अभियानों की संभावनाओं को परखने में मदद मिल सकती है।
पढ़ेंः खुशखबरीः केंद्रीय कर्मियों की आय में होगी 15 से 20 फीसदी तक बढ़ोतरी!